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गोरखपुर : करुण स्वर से पुकारती रही फरयादी माँ बाबा बाबा .....





करुण स्वर से पुकारती रही फरयादी माँ बाबा बाबा .....

रिपोर्टर – अमित कुमार
गोरखपुर 4 अक्टूबर 2018 ।।
   गोरखपुर में दीवानी कचहरी में चल रहे कार्यक्रम में सीएम योगी आदित्यनाथ मंच पर मौजूद थे, उसी समय कुछ महिलाए वहां किसी  तरह से पुलिस की निगाह से बचते बचते वहां पहुची और उन्ही में से एक पीड़ित महिला (माँ) ने आवाज लगानी शुरू की । इस करुणा भरे स्वर से सिर्फ एक ही आवाज निकल रही थी बाबा बाबा , दोनों हाथो को जोड़ इस महिला ने ज्योहि पुकारा बाबा बाबा ... सिक्युरिटी ने उसे तुरंत पकड़ लिया । सीएम मंच पर बैठे ये सब देखते रहे, फिर उन्होंने उसे ले जाने का इशारा किया, और सिक्युरिटी वाले उसके आवेदन को लेकर उसे किनारे कर दिये । महिला के आँखों से निकलते अश्क उसके दर्द को बयान करने के लिये काफी थे । पीड़ित मां की अपनी बेटी को न्याय दिलाने की आखिरी कोशिश थे बाबा , लेकिन जब बाबा ने भी बात करनी भी मुनासिब नही समझा तो इस मां के दिल से जब विश्वास के टूटने के बाद करुण वेदना बाहर निकली तो पत्थर दिल इंसान भी द्रवित हुए बिना नही रह पाया ।

बता दे कि यह दुखियारी मां गोरखपुर के गुलरिया थाना क्षेत्र के सरहरी गांव की रहने वाले वाली है । इसने अपने बेटी की शादी कुछ महीनो पहले केंट थाना क्षेत्र के गोपालपुर के रहने वाले एक शक्स के साथ की थी ।शादी के महज एक महीने बाद ही ससुराल वालों द्वारा लड़की को मारने पीटने जाने लगा । जब यह घटना रोज होने लगी तो इस मामले को लेकर कुछ लोगो के साथ पंचायत की गई थी, उसमे मामले का समझौता हो गया ।लेकिन समझौते के दुसरे दिन लड़की को कमरे में बंद कर जला दिया गया, और उसे धीरे से मेडिकल कालेज में भर्ती करा दिया गया ।इसकी सुचना जब बगल के एक व्यक्ति ने लड़की के घर वालों को दी, तब इन्हें पता चला ।  खबर मिलते ही परिजन  मेडिकल कालेज में जाकर अपनी लाडली का इलाज कराने लगे । लेकिन डेढ़ महीने पहले ही सात दिनों के इलाज के बाद ही मेडिकल कालेज में मौत हो गई । जिसके बाद पीड़ित परिवार वालो ने लड़के के घर वालो के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया लेकिन अभी तक कोई भी कार्यवाही नहीं हुई, और इन्साफ के लिए दर दर भटक रही एक पीड़ित माँ की करुण पुकार सुनने वाला कोई नहीं । पीड़ित मां का कहना है कि थाने पर कभी कहा जाता है कि कार्ड लाओ , कभी कहा जा रहा है कि जिस पंडित और हजाम ने शादी करायी थी , उसको लाओ । मै डेढ़ महीने से कैंट थाना दौड़ दौड़ कर परेशान हो गयी हूं लेकिन मेरी फरियाद सुनने वाला कोई नही है । आज जैसे ही उसे पता चला, कि कचहरी में सूबे के मुखिया मौजूद है, वो किसी तरह से अंदर आने लगी तो उसे बाहर ही पुलिस वालों के द्वारा रोक दिया गया ।लेकिन किसी तरह से वो आगे आ गई, और सीएम साहब को देखकर बाबा बाबा चिल्लाने लगी । सीएम साहब की नजर भी उस महिला पर पड़ी, लेकिन उसे ले जाने का इशारा सीएम साहब ने कर दिया ।  फिर उनके सचिव ने उस महिला का अप्लिकेशन सीएम साहब तक पहुचा दिया | लेकिन महिला अपने बाबा  से मिल नहीं पाई, और उसने सारी आप बीती मिडिया से बताई |
    निश्चित रूप से एक पीड़ित माँ राजमती की करुणा भरी पुकार शायद सीएम साहब के कानो तक अच्छी तरीके से नहीं पहुंच पायी तभी तो दुखियारी महिला से मिलने तक की जहमत सीएम साहब नहीं उठाये, और उसका आवेदन पत्र लेकर कुछ ही देर बाद वहां से निकल गए, और महिला पीड़ित वही पर इन्साफ की आस में खड़ी रही । पिछले डेढ़ महीने से ये महिला इन्साफ की आस में भटक रही है, लेकिन इसे न्याय नहीं मिला, अब सीएम साहब के पास इस महिला ने अपनी न्याय की अर्जी लगाई है, अब यहा से इसे न्याय कब मिलता है, ये तो आने वाला वक्त ही बतायेगा ।