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बलिया : डीपीएस के दबदबे के साथ संपन्न हुई सीबीएसई की जोनल चेस चैंपियनशिप 2018

ग्वालियर में जोन का झंडा बुलंद करके नेशनल जीतने की हुंकार के साथ जोनल चेस चैंपियनशिप का हुआ समापन
डीपीएस ग्रुप ने सिद्ध की बालिका वर्ग में श्रेष्ठता , सनबीम ग्रुप ने भी कड़ी टक्कर देकर सिद्ध की अपनी भी श्रेष्ठता , बालक वर्ग में रहा अव्वल
अंडर 11 बालक वर्ग का खिताब मेजबान सनबीम स्कूल बलिया ने जीता
सनबीम बलिया के बच्चों ने प्रस्तुत की मनोहारी नृत्य वाटिका
मुख्य अतिथि जिलाधिकारी बलिया ने बच्चों को किया पुरस्कृत
सीबीएसई आब्जर्वर संजय सिंह ने सफल आयोजन के लिये सनबीम बलिया परिवार को दी हार्दिक बधाई
चेयरमैन संजय पांडेय और सचिव अरुण सिंह ने सबके प्रति आभार व्यक्त किया 
मधुसूदन सिंह  की रिपोर्ट



बलिया 14 अक्टूबर 2018 ।। पिछले 11 से 14 अक्टूबर तक आयोजित हुई 18 वी सीबीएसई जोनल चेस चैंपियनशिप 2018 का आज सनबीम स्कूल अगरसंडा बलिया में शानदार रंगारंग प्रस्तुतियों के साथ समापन जिलाधिकारी बलिया भवानी सिंह खगारौत द्वारा किया गया । बच्चों को संबोधित करते हुए श्री खगारौत ने कहा कि इस प्रकार की प्रतियोगिताएं न सिर्फ उत्तर प्रदेश में चेस के प्रति माहौल बनायेगी अपितु आने वाले दिनों में यह प्रतियोगिता जनपद एवम प्रदेश में खेल को बढ़ावा देने वाली मिल का पत्थर साबित होगी । चेस के खेल को बुद्धिमता का खेल बताते हुए डीएम बलिया ने कहा कि यह एक ऐसा खेल है जिसमे सोचने का तरीका विकसित होता है , निर्णय लेने की क्षमता बढ़ती है । कहा कि प्रतिद्वंदी द्वारा चली गयी चाल के बाद बचने के विकल्प की तलाश की जाती है और उपयुक्त विकल्प के आधार पर निर्णय करके चाल चली जाती है । इस खेल के खिलाड़ी जीत हार दोनो स्थितियों में एक दूसरे से हाथ मिलाकर सम्मान देते और लेते है । क्योंकि बिना दूसरे को जाने आपकी चाल फेल भी हो सकती है । एक दूसरे को सम्मान देना , जांचने परखने की आदत समाज मे समरसता लाती है । डीएम बलिया ने बच्चों से कहा कि आज आवश्यकता है कि बच्चों को किताबी ज्ञान से छुटकारा दिलाकर प्रतियोगिता के क्षेत्र में , सामाजिक क्षेत्र में निर्णय लेने की शक्तियुक्त बनाया जाय जो छात्रों के शारीरिक व मानसिक विकास में सहायक हो और सकारात्मक सोच से परिपूर्ण होकर सामाजिक परिवेश को बनाने में सहायक हो । जीतने वालों को बधाई देने साथ ही इस बार जीतने से चूक गये बच्चों का मनोबल बढ़ाते हुए डीएम बलिया ने कहा कि हार हमे और शक्ति के साथ प्रयास करने की प्रेरणा देता है और इसका उदाहरण भी यही है । कहा मुझे बताया गया कि पिछले जोनल में एक टीम तीसरे स्थान पर थी जो इस बार नम्बर वन बनी है , यह हार न मानकर सतत अभ्यास का नतीजा है ।कहा मैं सनबीम स्कूल बलिया के प्रबंध कारिणी के सदस्यों, विद्यालय के अध्यापको और सहयोगियों के साथ छात्र छात्राओं को शानदार आयोजन के लिये धन्यवाद देता हूँ , इस आयोजन में बलिया में चेस के लिये धरती को उर्वरा बनाते हुए असीमित संभावनाओं के द्वार खोल दिये है । मुझे उम्मीद है कि इस आयोजन के बाद बलिया में चेस खेलने की होड़ लग जायेगी । सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करने वाले बच्चो की तारीफ करते हुए कहा कि यह टीम वर्क का परफार्मेंस है और जितने लोग स्टेज पर परफॉर्म करते है मेहनत करते है वैसे ही इनके पीछे एक टीम लगी होती है । मैं उस टीम को भी धन्यवाद देता हूँ । विद्यालय समिति के चेयरमैन संजय पांडेय ने मुख्य अतिथि डीएम बलिया को बुके और स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया । सचिव अरुण सिंह ने मीडिया कर्मियों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया । क्लोजिंग सेरेमनी को यादगार बनाने के लिये सनबीम स्कूल बलिया के छात्रों ने इंडियन आर्मी ग्रुप डांस के द्वारा पूरे वातावरण को देश भक्ति के रंग में रंग दिया । शहीद जवान के शव को लेकर आना और जवान के परिजन का "न चिट्ठी न कोई संदेश ,गये तू न जाने किस देश .....कहा तुम चले गये " का नाट्य रूपांतर दर्शको को आत्मविभोर कर गया ।



इसके बाद हैप्पी इंडिंग ग्रुप द्वारा प्रस्तुतियां भी खूब ताली बटोरने में कामयाब रही । अंत मे ग्रुप डांस के द्वारा कार्यक्रम का सामापन किया गया । चेयरमैन संजय पांडेय और सचिव अरुण सिंह ने इस प्रतियोगिता के निर्णयको आब्जर्वर संजय सिंह , चीफ आर्बिटर दीपक सहगल और इनकी पूरी टीम को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया और इस प्रतियोगिता को शानदार तरीके से सम्पन्न कराने में दिये गये योगदान के लिये भूरि भूरि प्रशंसा की ।  चेयरमैन और सचिव दोनो लोगो ने पूरे चार दिनों में अगर किसी को असुविधा हुई हो इसके लिये क्षमा मांगी । प्रिंसिपल श्रीमती सीमा ने सभी के प्रति विद्यालय परिवार की तरफ से आभार प्रकट किया । विद्यालय के निदेशक डॉ कुंवर अरुण सिंह के छोटे भाई की शनिवार को असमय मृत्यु हो जाने पर खिलाड़ियों द्वारा सुबह दो मिनट का मौन रखकर हुतात्मा की शांति के लिये ईश्वर से प्रार्थना की गई । डॉ सिंह की अनुपस्थित सबको खूब खली ।
  आब्जर्वर संजय सिंह ने एक कांतिकारी मंगल पांडेय की बागी धरती बलिया से जोनल प्रतियोगिता जीतकर दूसरी क्रांतिकारी धरती ग्वालियर जाने वाले खिलाड़ियों से जोन का परचम बुलंद कर नेशनल प्रतियोगिता को जीतकर लौटने की उम्मीद जताई ।   मुख्य अतिथि द्वारा खिलाड़ियों को मैडल देकर सम्मानित किया गया ।
बालिकाओं के चार वर्गों में से तीन वर्गों में डीपीएस रांची की टीम प्रथम स्थान पर रही । वही एक वर्ग में सनबीम वाराणसी की टीम ने अपनी श्रेष्ठता सिद्ध की । अंडर 11 आयु वर्ग की बालिकाओं में डीपीएस रांची प्रथम , सनबीम इंग्लिश मीडियम स्कूल वाराणसी द्वितीय और डीपीएस धनबाद तृतीय स्थान पर रहे । अंडर 14 आयु वर्ग की बालिकाओं में डीपीएस रांची प्रथम ,सनबीम स्कूल वाराणसी द्वितीय और सनबीम स्कूल लहरतारा वाराणसी तृतीय रहा । अंदर 17 आयु वर्ग की बालिकाओं में डीपीएस रांची प्रथम , लिटरा वैली स्कूल पटना द्वितीय और सनबीम सनसिटी स्कूल वाराणसी तृतीय रहे । अंडर 19 आयु वर्ग में सनबीम स्कूल ने अपनी श्रेष्ठता सिद्ध कर खिताब जीता ।
   बालको के अंडर 11 आयु वर्ग में सनबीम स्कूल बलिया ने अपना परचम लहराते हुए पहला स्थान हासिल किया । इस ग्रुप के खिलाड़ियों ने 6 मैचों में से 5 में जीत हासिल की जबकि 1 मैच ड्रा रहा । वही सनबीम सनसिटी स्कूल वाराणसी की टीम ने दूसरा और सनबीम स्कूल वाराणसी ने तीसरा स्थान प्राप्त किया । बालको के अंडर 14 आयु वर्ग में सनबीम सनसिटी स्कूल वाराणसी प्रथम ,सरला बिड़ला पब्लिक स्कूल दूसरा और डीपीएस लखनऊ को तीसरा स्थान मिला । बालको के अंडर 17 आयु वर्ग में डीपीएस धनबाद प्रथम , सरला बिड़ला पब्लिक स्कूल दूसरा और डीएवी पटना को तीसरा स्थान मिला । बालको के अंडर19 आयु वर्ग में डीपीएस धनबाद प्रथम , गुरु गोविंद सिंह पब्लिक स्कूल झारखंड दूसरा और सनबीम स्कूल वरुणा वाराणसी तीसरे स्थान पर रहे ।
    इस पूरी प्रतियोगिता पर नजर डाले तो डीपीएस ग्रुप के बच्चों का दबदबा रहा , अगर इनको किसी ने टक्कर दी तो वह है सनबीम ग्रुप ने । पूरा टूर्नामेंट डीपीएस वर्सेज सनबीम साबित हुआ ।