गोरखपुर : अपने 40 माह के बकाये को लेकर भुखमरी की कगार पर पहुंचे प्रेरक संघ ने दिया धरना
*गोरखपुर*
भुखमरी की कगार पर पहुंचे प्रेरक संघ ने दिया धरना
अमित कुमार की रिपोर्ट
गोरखपुर 5 सितम्बर 2018 ।।
आज पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत प्रेरक समन्वयक सैकड़ों की संख्या में नगर निगम पार्क में उपस्थित हुए जिला अध्यक्ष प्रेरक संघ गोरखपुर मृत्युंजय पांडे के नेतृत्व में जिसमें लोगों को संबोधित करते हुए जिला अध्यक्ष ने कहा कि सरकार हम प्रेरकों के बकाया मानदेय का तत्काल भुगतान करें । आज प्रेरक भुखमरी की कगार पर पहुंच गए हैं । हम प्रेरक समन्वयक पिछले कई वर्षों से निरक्षरता को समाप्त करने के महा अभियान साक्षर भारत मिशन से जुड़े थे, जिनकी संविदा 31 मार्च 2018 को समाप्त कर दी गई है । बार-बार ज्ञापन देने के बाद भी सरकार हमें गुमराह कर रही है केंद्र व राज्य सरकार एक दूसरे पर दोष देकर जिम्मेदारियों से बच रही है,पिछले वर्ष 5 सितंबर 2017 को मानदेय की मांग कर रहे हम प्रेरकों पर लाठीचार्ज किया गया, सैकड़ों प्रेरक घायल हुए और दोषियों पर अब तक कोई कार्यवाही नहीं हुई, जिस के विरोध में आज 5 सितंबर 2018 को हम प्रेरक शिक्षक दिवस के दिन काला दिवस मनाने को बाध्य हुए हैं। समन्वयक संघ के प्रदेश अध्यक्ष आनंद कुमार ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि सरकार पर 662 करोड रुपए प्रेरकों का मानदेय बकाया है यदि आने वाले 8 सितंबर 2018 को नई योजना में बढ़े मानदेय के साथ समायोजन व पूर्व बकाया भुगतान की घोषणा न हुई तो प्रदेश के सवा लाख प्रेरक समन्वयक के साथ देश के 5 लाख से ज्यादा प्रेरक वर्तमान केंद्र व राज्य सरकार के खिलाफ अभियान चलाने को बाध्य होंगे।सभा के उपरांत प्रेरकों ने काली पट्टी बांधकर नगर निगम गोरखपुर से रैली निकाली जो टाउन हॉल ,गांधी प्रतिमा होते हुए जिलाधिकारी महोदय गोरखपुर को ज्ञापन देने के उपरांत समाप्त हुई निम्नलिखित मांगों के साथ- *31 मार्च 2018 को समाप्त की गई साक्षर भारत मिशन योजना की अवधि सम्मानजनक मानदेय के साथ बढ़ाई जाए या अन्य योजना में सभी लोगों को समायोजित किया जाए ।
प्रेरकों को 20 से 40 माह के अवशेष बकाया मानदेय सहित अन्य देयको को तत्काल एकमुश्त भुगतान कराया जाए ।
मृत्युंजय पांडे ने कहा कि यदि हम प्रेरकों की समस्याओं का तत्काल समाधान नहीं हुआ तो आने वाले दिनों में और भी उग्र आंदोलन करेंगे ।आज के आंदोलन में काला दिवस पर सैकड़ों प्रेरक के साथ जितेंद्र पांडे ,गजेंद्र सिंह, सत्य प्रकाश यादव ,ओमेंद्र यादव, बृजेश यादव ,अशोक यादव, जनार्दन मौर्य ,मोहनलाल, मनोज यादव ,रुकसाना खातून, दयानंद, ऋतुराज, भुनेश चंद, संगीता देवी, अंजली मिश्रा, चंद्रकांत मिश्रा, प्रदीप गुप्ता ,रामलाल ,संजीव बाजपेई, शुभम यादव, दिलीप पांडेय,आदि सैकड़ों प्रेरक मौजूद रहे।
भुखमरी की कगार पर पहुंचे प्रेरक संघ ने दिया धरना
अमित कुमार की रिपोर्ट
गोरखपुर 5 सितम्बर 2018 ।।
आज पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत प्रेरक समन्वयक सैकड़ों की संख्या में नगर निगम पार्क में उपस्थित हुए जिला अध्यक्ष प्रेरक संघ गोरखपुर मृत्युंजय पांडे के नेतृत्व में जिसमें लोगों को संबोधित करते हुए जिला अध्यक्ष ने कहा कि सरकार हम प्रेरकों के बकाया मानदेय का तत्काल भुगतान करें । आज प्रेरक भुखमरी की कगार पर पहुंच गए हैं । हम प्रेरक समन्वयक पिछले कई वर्षों से निरक्षरता को समाप्त करने के महा अभियान साक्षर भारत मिशन से जुड़े थे, जिनकी संविदा 31 मार्च 2018 को समाप्त कर दी गई है । बार-बार ज्ञापन देने के बाद भी सरकार हमें गुमराह कर रही है केंद्र व राज्य सरकार एक दूसरे पर दोष देकर जिम्मेदारियों से बच रही है,पिछले वर्ष 5 सितंबर 2017 को मानदेय की मांग कर रहे हम प्रेरकों पर लाठीचार्ज किया गया, सैकड़ों प्रेरक घायल हुए और दोषियों पर अब तक कोई कार्यवाही नहीं हुई, जिस के विरोध में आज 5 सितंबर 2018 को हम प्रेरक शिक्षक दिवस के दिन काला दिवस मनाने को बाध्य हुए हैं। समन्वयक संघ के प्रदेश अध्यक्ष आनंद कुमार ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि सरकार पर 662 करोड रुपए प्रेरकों का मानदेय बकाया है यदि आने वाले 8 सितंबर 2018 को नई योजना में बढ़े मानदेय के साथ समायोजन व पूर्व बकाया भुगतान की घोषणा न हुई तो प्रदेश के सवा लाख प्रेरक समन्वयक के साथ देश के 5 लाख से ज्यादा प्रेरक वर्तमान केंद्र व राज्य सरकार के खिलाफ अभियान चलाने को बाध्य होंगे।सभा के उपरांत प्रेरकों ने काली पट्टी बांधकर नगर निगम गोरखपुर से रैली निकाली जो टाउन हॉल ,गांधी प्रतिमा होते हुए जिलाधिकारी महोदय गोरखपुर को ज्ञापन देने के उपरांत समाप्त हुई निम्नलिखित मांगों के साथ- *31 मार्च 2018 को समाप्त की गई साक्षर भारत मिशन योजना की अवधि सम्मानजनक मानदेय के साथ बढ़ाई जाए या अन्य योजना में सभी लोगों को समायोजित किया जाए ।
प्रेरकों को 20 से 40 माह के अवशेष बकाया मानदेय सहित अन्य देयको को तत्काल एकमुश्त भुगतान कराया जाए ।
मृत्युंजय पांडे ने कहा कि यदि हम प्रेरकों की समस्याओं का तत्काल समाधान नहीं हुआ तो आने वाले दिनों में और भी उग्र आंदोलन करेंगे ।आज के आंदोलन में काला दिवस पर सैकड़ों प्रेरक के साथ जितेंद्र पांडे ,गजेंद्र सिंह, सत्य प्रकाश यादव ,ओमेंद्र यादव, बृजेश यादव ,अशोक यादव, जनार्दन मौर्य ,मोहनलाल, मनोज यादव ,रुकसाना खातून, दयानंद, ऋतुराज, भुनेश चंद, संगीता देवी, अंजली मिश्रा, चंद्रकांत मिश्रा, प्रदीप गुप्ता ,रामलाल ,संजीव बाजपेई, शुभम यादव, दिलीप पांडेय,आदि सैकड़ों प्रेरक मौजूद रहे।