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राज्य सभा मे विपक्ष पर हमलावर हुए शाह : राजीव गांधी ने की थी पहल , हमने तो बस किया अमल



    नईदिल्ली 31 जुलाई 2018 ।।

असम में राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (NRC) में 40 लाख लोगों के नाम शामिल नहीं किए जाने के मुद्दे पर संसद के दोनों सदनों में मगलवार को जमकर बहस और हंगामा हुआ । एनआरसी पर राज्यसभा में चर्चा के दौरान भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के अध्यक्ष अमित शाह ने कांग्रेस सहित विपक्षी पार्टियों पर जमकर निशाना साधा ।
अमित शाह ने कांग्रेस पर पलटवार करते हुए कहा कि वह आज इस मुद्दे पर सवाल उठा रही है, जबकि इसकी पहल खुद तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने की थी. अमित शाह ने कहा, 'कोई यह नहीं बता रहा है कि एनआरसी का मूल कहां है, यह आया कहां से है. पूर्व पीएम राजीव गांधी ने 14 अगस्त 1985 को असम अकॉर्ड लागू किया था । यही समझौता एनआरसी की थी । इस समझौते में यह प्रावधान था कि अवैध घुसपैठियों को पहचानकर उनको सिटिजन रजिस्टर से अलग कर एक नेशनल रजिस्टर बनाया जाएगा.'।
बीजेपी अध्यक्ष ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा, 'कांग्रेस के पीएम ने यह समझौता किया, लेकिन यह पार्टी इसे लागू नहीं कर सकी. हममें हिम्मत थी और इसलिए हमने इसपर अमल किया.' इसके साथ ही उन्होंने कांग्रेस से सवाल पूछा कि वह क्यों अवैध घुसपैठियों को बचाना चाहती है?

अमित शाह के इस बयान के बाद राज्यसभा में एक बार फिर हंगामा शुरू हो गया. कांग्रेस के सदस्य नारेबाज़ी करते हुए राज्यसभा के वेल तक पहुंच गए. इस हंगामे के चलते सभापति ने सदन की कार्यवाही पहले 10 मिनट के लिए स्थगित की, हालांकि कार्यवाही दोबारा शुरू होने पर भी हंगामा थमा नहीं, तो सदन की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई ।