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कठौड़ा (सिकन्दरपुर बलिया) स्थित जंगली बाबा मंदिर परिसर से बिहार के चोरो द्वारा चन्दन के पेड़ काटकर ले जाने का असफल प्रयास

कठौंड़ा में लगे चंदन के पेंड़ो पर चोरों की नजर, पेड़ काट कर भागने का किया असफल प्रयास
पुलिसिंग पर उठ रहा है सवाल
सिकंदरपुर (बलिया) 29 जुलाई 2018 ।। अवैध कच्ची शराब के लिये मशहूर कठौड़ा का घाघरा नदी का दियारा नदी में पानी बढ़ने से जहां डूब गया है जिससे

इस कारोबार में लगे अपराधी दूसरे अपराध के क्षेत्र में हाथपांव मरना शुरू कर दिये है ,लेकिन क्षेत्रीय पुलिस है कि आराम फरमा रही है । पुलिस की लापरवाही ही कहेंगे कि  क्षेत्र में हो रहे हरे पेड़ों की अवैध कटाई से अब मंदिर परिसर भी सुरक्षित नहीं रह गया है। क्षेत्र के लोगो के श्रद्धा का प्रमुख केंद्र जंगलीबाबा धाम कठौड़ा में लगे चंदन के पेड़ों पर भी वन माफियाओ की नज़र गड गयी है । शुक्रवार की रात में बिहार से आये चोरो ने चंदन के पेड़ों को काटकर नाव से ले जाने का प्रयास किया जिसको पुजारी की सतर्कता और गांव वालों के आ जाने से सफल नही हो पाया । मंदिर परिसर से पेड़ो की कटाई को लेकर स्थानीय लोगों में तरह-तरह की चर्चाएं और आक्रोश व्याप्त है। ग्रामीणों का कहना है कि पुलिस की मिलीभगत से ही कई सालों से इलाकाई पेड़ों की कटाई जारी है, और चोरों की नजर बेशकीमती चंदन के पेड़ों पर भी है। थाना क्षेत्र के कठौड़ा गांव में स्थित जंगली बाबा मंदिर पर शुक्रवार की रात में चोरों ने लाखों रुपए के चंदन के पेड़ को काट कर ले जाने का प्रयास किया। सूचना पर पहुंचे गांव के लोगों के पहुंच जाने पर लकड़ी चोर नाव से फरार हो गए। मिली जानकारी के अनुसार बिहार से नाव लेकर इस तरफ स्थित जंगली बाबा धाम पर लाखों रुपए कीमत के दर्जनों चन्दन के पेड़ हैं। जिन पर चोरों की नजर है। शुक्रवार की रात में बिहार के तरफ से आए चोरों ने इन पेड़ों को काटने का प्रयास किया। जिसमें एक पेड़ को तो कट भी गया। पर किसी तरह पेंड़ काटे जाने की भनक मंदिर पर सो रहे पुजारी को लगी। किसी अनहोनी के डर से पुजारी ने गांव वालों को तत्काल इसकी सूचना दिया। गांव वालों के आने की आहट पर चोर नाव लेकर बिहार की तरफ भाग गए। वहींं गांव के लोगोंं ने स्टीमर बोट लेकर चोरों को काफी दूर तक नदी में खोजा। बावजूद इसके चोर नहीं मिले। इस मामले की सूचना पुलिस को दे दी गई है। गांव के लोगोंं की जागरूकता से जंगली बाबा स्थित मंदिर पर चंदन के पेड़ चोरी होने से बचाया जा सका। मौके पर गांव के लोग नहीं पहुंचते तो शायद चोर इन चंदन के पेड़ों को रात में काटकर लेकर चले जाते। गांव के प्रमुख लोग सोनू राय, शिवजी राय, नीरज राय, नन्हे दुबे, शैलेंद्र यादव, शिन्टू राय, डॉक्टर ओम प्रकाश राय, अवधेश राय, पिंटू यादव आदि ने देर रात्रि तक लेकर उन चोरों को खोजने का प्रयास किया। पर चोर रात्रि का लाभ उठाकर भागने में सफल रहे।