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जौनपुर में दो दर्जन दलित परिवारों के ईसाई होने की खबर , एसपी ने कहा - किसी ने भी नही किया धर्म परिवर्तन


 जौनपुर 24 जुलाई 2018 ।।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार में धर्मान्तरण किये जाने का मामला जौनपुर से सामने आया है ।ईसाई मिशनरियों 
 सभी हिन्दूवादी संगठन को फेल करते हुए ऐसा दो दर्जन दलित परिवारों को ईसाई बनाने में कामयाब हो गयी बतायी जा रही है ।घटना जौनपुर जिले के एक गांव की है जहां दो दर्जन परिवार के लोगों ने लंबी बीमारियों से निजात पाने के लिए हिन्दू से ईसाई धर्म के अनुसार जीवन जीना शुरू कर दिया है । घटना जौनपुर शहर से करीब 50 किलोमीटर दूर चंदवक थाना के हरिहरपुर ग्राम सभा के बढ़यापार गांव की है । आरोप है कि यहां की दलित बस्ती में ईसाई मिशनरियां ने गुप-चुप तरीके से गांव के दो दर्जन परिवार के लोगों को हिन्दू से ईसाई बना दिया है। लोगों को इसकी भनक तक नहीं लगी । साप्ताहिक सामूहिक प्रार्थना सभा की आड़ में धर्मान्तरण का ये खेल चल रहा है ।गांव की दलित बस्ती के लोगों को बहला-फुसलाकर धर्मान्तरण किया गया । ग्रामीण ने बताया कि वहां जाने से सालों पुरानी समस्या महीनों में दूर हो जाती है तभी से लोगों ने मंदिरों में जाना छोड़ दिया है , उसके बाद से ही ईशु भगवान को मानने लगे ।इसलिए वे लोग ईसाई धर्म की प्रार्थना सभा सप्ताह में दो दिन रविवार, मंगलवार के दिन एक-दूसरे के घर पर जाकर करते हैं । गांव की दलित बस्ती के लोग आखिर कब से, क्यों ईसाई धर्म के अनुसार पूजा-अर्चना करने लगे हैं ?
इस बात की तहकीकात इन  लोगों के पड़ोसी और घर से कुछ दूर जाकर पता किया गया , तो सामने आया कि 90 फीसदी नहीं बल्कि दो दर्जन परिवार के लोगों ने ऐसा किया है  लेकिन धर्म परिवर्तन किये जाने की बात किसी से नहीं बतायी है । ग्रामीणों ने बताया कि धर्म छोड़ा नहीं है, बस मंदिर में नहीं जाते है ।

हिन्दू से ईसाई बने परिवार के लोगों से जब मीडिया वालो ने बात की तो लोगों ने बताया कि लोगों ने परिवर्तन नहीं किया है ,केवल ईसाई धर्म द्वारा बताये हुए रास्ते पर चल रहे हैं । धर्मान्तरण किये जाने की बात से जिन लोगों ने इनकार किया, वे लोग भी प्रार्थना सभा में शामिल मिले ।जौनपुर पुलिस भी धर्म परिवर्तन  किये जाने की खबर को बेबुनियाद बता रही है । एसपी दिनेश पाल सिंह ने कहा है कि गांव में ऐसा कुछ भी नहीं हुआ है, लोगों की परेशानी है , धर्म परिवर्तन जैसा कोई मामला नहीं है ।
कुछ भी हो इस खबर ने जहां हिंदूवादी संगठनों के कान खड़े कर दिये है वही प्रशासनिक अमला भी फूँकफूँक कर कदम उठा रहा है ।
(साभार न्यूज 18)