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वीर बालक दिवस मनाकर गुरु गोविन्द सिंह के शहीद पुत्रों को बीजेपी कार्यालय पर दी गयी श्रद्धांजलि

  


बलिया।। जिराबस्ती स्थित भाजपा के  जिला कार्यालय पर 27 दिसंबर को पार्टी के जिला अध्यक्ष संजय मिश्रा की अध्यक्षता में वीर बाल दिवस पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि भाजपा के जिला प्रभारी विजयबहादूर दूवे रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे भाजपा जिलाध्यक्ष ने आये हुए सभी मंचासीन अतिथियों तथा सिख समाज के बंधुओं व पार्टी पदाधिकारियों कार्यकर्ताओं का स्वागत अभिनन्दन करते हुए कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत सरकार ने 26 दिसम्बर को वीर बाल दिवस को राष्ट्रीय दिवस घोषित किया है। 09 जनवरी, 2022 को गुरु गोविन्द सिंह जी के प्रकाश पर्व के अवसर पर प्रधानमंत्री ने घोषणा किया कि 26 दिसम्बर को दसवें सिख गुरु गोविन्द सिंह जी के पुत्रों साहिबजादे बाबा जोरावर सिंह और बाबा फतेह सिंह जी की शहादत की स्मृति में वीर बाल दिवस के रूप में मनाया जाएगा। आगे उन्होंने कहा कि बाबा जोरावर सिंह उम्र लगभग 09 वर्ष और बाबा फतेह सिंह, उम्र लगभग 06 वर्ष सिख इतिहास के अमर बाल-शहीद हैं। उनका बलिदान धर्म, साहस और सत्य के प्रति अडिग आस्था का अद्वितीय उदाहरण है। वे दसवें गुरु श्री गुरु गोबिंद सिंह जी के छोटे साहिबजादे थे। मुगल शासन के समय, सरहिंद में उन्हें अत्याचारों का सामना करना पड़ा। अत्यधिक दबाव और प्रलोभन के बावजूद उन्होंने अपना धर्म त्यागने से इनकार किया। इतनी छोटी आयु में भी उनका संकल्प अटल रहा-यह उनके चरित्र की महानता को दर्शाता है। उनका बलिदान सिख इतिहास में धार्मिक स्वतंत्रता और मानवीय गरिमा की रक्षा का प्रतीक है। हर वर्ष शहीदी सप्ताह के रूप में उन्हें श्रद्धांजलि दी जाती है, जिससे नई पीढ़ी को सत्य साहस और सेवा के मूल्य सीखने को मिलते हैं।







 इसी कड़ी में मुख्य अतिथि विजय बहादुर दूवे‌ ने कहा कि सिख समाज भारत का एक गौरवशाली और कर्मठ समाज है। इस समाज ने राष्ट्र निर्माण, खेलों और सामाजिक सेवा के क्षेत्र में अत्यंत महत्वपूर्ण योगदान दिया है। सिख समाज का इतिहास देशभक्ति बलिदान और साहस से भरा हुआ है। गुरु गोबिंद सिंह जी ने अन्याय के विरुद्ध संघर्ष और सत्य की रक्षा का संदेश दिया। स्वतंत्रता संग्राम में भगत सिंह, उधम सिंह, करतार सिंह  जैसे वीर सिखों ने अपने प्राण न्योछावर कर दिए। भारतीय सेना में सिखों की भागीदारी अत्यंत गौरवपूर्ण रही है। देश की सीमाओं की रक्षा में सिख सैनिकों ने अद्वितीय वीरता का प्रदर्शन किया है। खेलों के क्षेत्र में भी सिख समाज ने देश का नाम रोशन किया है। हॉकी, कुश्ती, एथलेटिक्स और निशानेबाजी जैसे खेलों में सिख खिलाड़ियों का योगदान उल्लेखनीय है। मेजर ध्यानचंद, मिल्खा (फ्लाइंग सिख), हरमनप्रीत जैसे खिलाड़ियों ने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर  भारत को गौरव दिलाया। लंगर व्यवस्था इसकी  बड़ी मिसाल है, जहां बिना भेद भाव सभी को भोजन कराया जाता है।

अध्यक्षता जिलाध्यक्ष संजय मिश्रा तथा संचालन पूर्व जिला महामंत्री राजीव मोहन चौधरी ने किया । इस मौके पर नागेन्द्र पाण्डेय,जयप्रकाश साहू,धर्मेन्द्र सिंह,उपेन्द्र पाण्डेय,सुरेन्द्र सिंह,रंजना राय,अरुण सिंह बन्टू,कृष्णा पाण्डेय,मनोज श्रीवास्तव,जयप्रकाश जयसवाल,पंकज सिंह,अंजनी राय,संजीव सिंह आदि लोग रहे।