भविष्य ज्योति कार्यक्रम मे छात्र छात्राओं से बोले पुलिस अधीक्षक बलिया : अपनी रूचि के क्षेत्र मे ही करें अध्ययन, आपात परिस्थितियों मे करें हेल्पलाइन नंबरों का प्रयोग
जीराबस्ती बलिया।।पुलिस अधीक्षक बलिया ओमवीर सिंह द्वारा एक स्थानीय होटल में एक समाचार पत्र द्वारा आयोजित कार्यक्रम भविष्य ज्योति 2025 कार्यक्रम में जनपद बलिया में 10th और 12th में उत्तीर्ण छात्र/ छात्राओं को पुरस्कृत करने के बाद सम्बोधित कर जागरूक किया गया।
मंगलवार दिनांक-27.05.2025 को जीराबस्ती बलिया स्थित एक होटल में एक समाचार पत्र द्वारा भविष्य ज्योति 2025 कार्यक्रम का आयोजन किया गया । जिसमे पुलिस अधीक्षक ओमवीर सिंह द्वारा छात्र-छात्राओं को पुरस्कृत करते हुए सम्बोधन में कानून के बारे मे विस्तार से जानकारी दी गयी । उन्होने छात्र/छात्राओं से कानून के दायरे में रहकर अपने दायित्वों का निर्वहन करने की जरूरत पर जोर दिया । इसी के साथ ही पुलिस की कार्यप्रणाली पर विस्तृत जानकारी दी। कहा कि सभी छात्र/छात्राएं मन लगाकर पढ़ाई करें । पुलिस अधीक्षक द्वारा छात्र/छात्राओं को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारियों के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए बताया आप का जिस क्षेत्र में लगाव हो वही करें,माता पिता के दबाव में कोई भी ऐसा क्षेत्र ना चुने जहां आपका मन ही न लगे। साथ ही आपका प्रयास अपने साथियों का पूर्ण सहयोग करने वाला होना चाहिये , आपसी सहयोग से ही सफलता को प्राप्त किया जा सकता है । यदि आपके रास्तें में कोई शरारती तत्व गतिरोध करने का प्रयास करता है, तो उसका डटकर मुकाबला करें । छात्र/छात्राएं देश में ही नहीं बल्कि विश्व में अपने दम पर परचम लहरा रहे हैं। वह किसी से डरे नहीं ।
साथ ही किसी भी आपात स्थित में छात्र/छात्राओं को संचालित विभिन्न हेल्पलाईन नंबरों-112, 1090, 108, 181, 1076, 1098, 102 इत्यादि के बारे में विस्तृत जानकारी दी गयी । साथ ही साथ यह भी बताया गया कि अपने आस पास के लोगों को साइबर अपराध के बारे में जागरूक करें और उन्हें बतायें कि यदि कोई व्यक्ति साइबर धोखाधड़ी का शिकार हो जाता है तो उसकी सूचना तत्काल हेल्पलाइन नम्बर 1930 पर दें जिससे समय रहते ही अग्रिम कार्यवाही की जा सके । कोई भी छात्र-छात्रा ऐसी पोस्ट का सोशल मीडिया इस्तेमाल करते समय विशेष सतर्कता बरते तथा ऐसी कोई भी पोस्ट वायरल न करें जिससे उन्हें और उनके परिजनों को किसी प्रकार की परेशानी हो।
इस दौरान इस आयोजन से छात्र-छात्राओं का मनोबल बढ़ा तथा पुलिस के प्रति दृष्टिकोण भी बदला । ऐसी पाठशालाओं के आयोजन से कानून का ज्ञान होता है। मनुष्य अपराध करने से बचता है। इससे पुलिस और जनता के बीच का डर भी दूर होगा। लोग कानून को भली भांति समझेगें व सम्मान करते हुए अपना दायित्व निभाएंगे । जिससे हम और हमारा समाज अपराधमुक्त होगा।