श्रमिकों का सम्मान, उनका अधिकार : ओम प्रकाश मिश्र
शाहजहांपुर।।अंतर्राष्ट्रीय श्रमिक दिवस के अवसर पर लीगल एड क्लीनिक स्वामी शुकदेवानंद लॉ कॉलेज, शाहजहांपुर और विधिक सेवा प्राधिकरण शाहजहांपुर के संयुक्त तत्वाधान में विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में श्री ओमप्रकाश मिश्रा जी, सचिव, विधिक सेवा प्राधिकरण, शाहजहांपुर, सहायक श्रम-आयुक्त श्री नासिर खान, मुख्य परामर्शदाता श्री दिनेश मिश्रा, सहायक परामर्शदाता विवेक शर्मा, लोक अदालत के प्रधान लिपिक मोहम्मद अफजल, प्राचार्य डॉ. जय शंकर ओझा, लीगल एड क्लीनिक के संयोजक डॉ. अनिल कुमार, सह-संयोजक प्रदीप कुमार सिंह और महाविद्यालय के विद्यार्थियों के साथ बड़ी संख्या में ग्रामीण श्रमिक महिलाएं और बच्चे उपस्थित रहे।सरस्वती जी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि से कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।
डालसा सचिव ओमप्रकाश मिश्रा ने बताया कि मजदूर के कानूनी अधिकार में कई चीजें शामिल हैं, जैसे कि उचित वेतन, सुरक्षित कार्यस्थल, बिना भेदभाव के काम करने का अधिकार, और संगठित होने का अधिकार। इन अधिकारों की रक्षा भारत में भारतीय संविधान के साथ साथ कई श्रम कानूनों द्वारा की जाती है, जैसे न्यूनतम वेतन अधिनियम, बाल श्रम उन्मूलन अधिनियम, और औद्योगिक विवाद अधिनियम, कर्मचारी बीमा अधिनियम।
प्राचार्य डॉ. जय शंकर ओझा जी ने बताया कि 1 मई को मजदूर दिवस इसलिए मनाया जाता है क्योंकि यह दिन श्रमिकों और उनके अधिकारों के प्रति जागरूकता करने और उनके प्रति व्यक्त करने का दिन है। यह दिन 1886 में शिकागो में हुए एक मजदूर आंदोलन की याद में मनाया जाता है, जिसमें मजदूरों ने आठ घंटे के कार्य दिवस की मांग की थी।लीगल एड क्लीनिक के संयोजक डॉ अनिल कुमार शाह ने कहा कि श्रमिक का देश निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान है और उनके अधिकारों को मान्यता देना ही उनका सही सम्मान होगा। लॉ कॉलेज के विद्यार्थियों ने ग्रामीण श्रमिकों महिलाओ को कानून की बारीकियों से अवगत कराया। मंच का संचालन मो. अफजल ने किया। महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं ने "न्याय सबके लिए" शीर्षक वाला नाटक प्रस्तुत किया जिसमें आनंद पाल, दीक्षा शर्मा, शुभांश बाजपेई आदि मुख्य भूमिका में रहे। श्री शिखर त्रिवेदी ने अतिथि सम्मान और स्वागत भाषण दिया। कार्यक्रम के सफल आयोजन में डॉ अमरेंद्र सिंह श्री विवेक मिश्रा ‘नाहिल‘ आदि का महत्वपूर्ण योगदान रहा।