दलित एएनएम के पति ने अनुसूचित जाति / अनुसूचित जन जाति आयोग से लगायी गुहार: एमओआईसी, बीपीएम और सहकर्मी एएनएम के त्रिगुट द्वारा साजिशन प्रताड़ित करने का लगाया आरोप
आर्थिक दोहन और एक साल मे दो बार किया गया स्थानांतरण
बलिया।। पंदह प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के अधीन संचालित खेजूरी उप केंद्र पर कार्यरत दलित एएनएम सविता देवी के पति अशोक कुमार ने माननीय अनुसूचित जाति/अनुसूचित जन जाति आयोग उत्तरप्रदेश के समक्ष अपनी पत्नी को विभागीय अधिकारियों द्वारा प्रताड़ित करने और आर्थिक दोहन करने का आरोप लगा कर न्याय के लिये गुहार लगायी है। श्री कुमार ने जिलाधिकारी बलिया और सीएमओ बलिया को भी इस संबंध मे लिखित रूप से सूचित कर दिया है।
माननीय आयोग को भेजे गये पत्र मे अशोक कुमार ने आरोप लगाया है कि उनकी पत्नी सविता देवी का एक साल मे दो बार एक ही एएनएम को लाभ पहुंचाने के लिये स्थानांतरण किया गया है।इससे पहले स्थानांतरित एएनएम सविता देवी के पति अशोक कुमार ने सीएमओ बलिया को पत्र भेजकर अपनी पत्नी को साजिशन प्रताड़ित करने वालों के ऊपर गंभीर आरोप लगा कर स्वास्थ्य विभाग मे हड़कंप मचा दिया है। श्री कुमार ने एमओआईसी डॉ मंजीत और बीपीएम अफजल पर आर्थिक दोहन का लिखित आरोप लगाया है। कहा है कि डॉ मंजीत ने पिछले साल हुए स्थानांतरण और तत्कालीन जिलाधिकारी के हस्तक्षेप से निरस्त हुए स्थानांतरण के बाद तीन माह के बकाये वेतन के भुगतान के लिये दबाव बनाकर 35 हजार और बीपीएम अफजल ने 25 हजार लेने के बाद भी इस बार ऐसा ही दबाव बना रहे है। इन दोनों लोगों द्वारा यहां पर लगभग 15 वर्षो से तैनात एएनएम इंदु देवी को लाभ पहुंचाने के लिये मेरी पत्नी को किया जा रहा है। आयोग को भेजे गये शिकायती पत्र मे इंदु देवी के गोद लिये हुए पुत्र पर भी गंभीर आरोप लगाया गया है।
अब देखना है कि माननीय आयोग मे शिकायत करने के बाद पीड़ित को कब तक न्याय मिलता है। वैसे मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ विजय पति द्विवेदी ने अशोक कुमार का शिकायती पत्र मिलते ही दो सदस्यों वाली जांच टीम का गठन कर दिया है। जिसमे एक अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी और प्रशासनिक अधिकारी शामिल है।