राष्ट्र के नाम सम्बोधन मे बोली राष्ट्रपति :भारत दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था,गरीबी से लोगों को निकाला जा रहा है बाहर
नई दिल्ली।।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु का राष्ट्र के नाम संदेश.........!!
''स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्रपति का संदेश''
''स्वतंत्रता दिवस की देशवासियों को बधाई''
''राष्ट्र संपूर्ण गौरव प्राप्त करेगा'।
''आजादी राष्ट्रव्यापी आंदोलन था''।
''महात्मा गांधी ने देश को एकजुट किय''।
''स्वतंत्रता सेनानियों को नमन''
''विभाजन में लाखों लोगों का पलायन हुआ''।
''विभाजन में लाखों लोगों को जान गवानी पड़''।
''विभाजन की विभीषका भयंकर थी''।
''स्वतंत्रता सेनानियों का योगदान अमूल्य है।
''भारत निर्वाचन आयोग बधाई के योग्य है''।
''देश में सफलतापूर्वक चुनाव संपन्न हुए''।
''देश में गरीबी में भारी कमी आई है''।
''गरीबी से लोगों को बाहर निकाला जा रहा है''।
''PM कल्याण योजना से गरीबों को मुफ्त राशन''।
''80 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन दिया जा रहा''।
''भारत दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था''।
''जल्द ही हम तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनेंगे''।
''G-20 का देश में सफल आयोजन हुआ''।
''विश्व शांति का भारत ने दुनिया को संदेश दिया''।
''निवेशकों का भारत के प्रति आकर्षण बढ़ा''।
''सामाजिक न्याय सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता''।
''एकजुट होकर हम आगे बढ़ रहे हैं''
''विश्व में भारत का कद ऊंचा हुआ है''।
''महिलाओं को समानता से ऊपर का दर्जा दिया जाता है''।
''महिला उत्थान के लिए बजट को तीन गुना किया''।
''महिलाओं के लिए विशेष योजनाएं लागू की गई''।
''महिलाओं का वास्तविक सशक्तिकरण करना है''
''ग्लोबल वार्मिंग में भारत की अग्रणी भूमिका पर गर्व''।
''न्याय संहिता दंड नहीं न्याय देने के लिए''- राष्ट्रपति मुर्मु।