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इटावा / हाथरस घटना : पुलिस का हेड कांस्टेबल बन गया नाम बदल कर भोले बाबा, लाखों है भक्त, हादसे मे 134 लोगों ने गंवाई अपनी जान

 




बलिया / लखनऊ : हाथरस मे भोलें बाबा के सत्संग मे भगदड़ से 134 लोगों की मौत और 150 से अधिक घायल है।सत्संग पंडाल में भगदड़ से अब तक 134 की मौत हो चुकी है. मरने वालों में अधिकतर महिलाएं और  बच्चे हैं। मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है. काफी संख्या में महिलाएं, बुजुर्ग और बच्चे घायल हैं. जिनकी हालत गंभीर बताई जा रही है. सीएमओ एटा ने 25 महिलाएं और 2 बच्चों की कुचलकर मौत से पुष्टि कर दी है।


 नारायण साकार हरि के नाम से प्रसिद्ध संत पश्चिमी यूपी में ज्यादा प्रचलित हैं।थ्री पीस सूट पहनकर और अपनी पत्नी के साथ भक्तों को मोहमाया से ऊपर उठकर ईश्वर की भक्ति में लीन होने का ज्ञान देते हैं।सत्संग को मानव मंगल मिलन सद्भावना समागम’ कहा जाता है।














हाथरस हादसे का जिम्मेदार साकार विश्व हरी भोले बाबा का असली नाम सूरज पाल है जो की उत्तरप्रदेश पुलिस में हेड कांस्टेबल की नौकरी करता था। इटावा में भी लगभग अट्ठाइस वर्ष पहले एलआईयू में  सूरज पाल उर्फ भोले बाबा तैनात रहा था। मूल रूप से एटा जिले के बहादुर नगरी के रहने वाले सूरज पाल है।

सूत्रों के मुताबिक नौकरी के दौरान बलात्कार का मुकदमा लिखे जाने के बाद पुलिस विभाग से सूरज पाल बर्खास्त किया गया था।जेल से छूटने के बाद अपना नाम और पहचान बदलकर सूरज पाल बाबा  बन गया।


 हाथरस में सत्संग के दौरान हुए दर्दनाक हादसे के बाद यह सवाल हर किसी के जहन में है कि आखिर वह बाबा कौन है कि जिसके कार्यक्रम में इतने बड़े पैमाने में लोग जुटे और हादसे के शिकार हो गए। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि यह सत्संग कार्यक्रम साकार विश्व हरि भोले बाबा का हो रहा था, अनुयायी इन्हें भोले बाबा के नाम से पुकारते हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार, हादसे के बाद से बाबा की कोई जानकारी नहीं मिल रही है।

 सूरज पाल पुलिस मे तैनाती के दौरान सत्संग शुरू किया। कुछ समय बाद 1990 मे नौकरी से  बर्खास्त होने पर सूरज पाल साकार विश्व हरि भोले बाबा बन गए। पटियाली में अपना आश्रम बनाया। गरीब और वंचित समाज में तेजी से प्रभाव बनाने वाले भोले बाबा के अनुयायियों की संख्या लाखों में है।


उत्तर प्रदेश स्थित हाथरस-एटा सीमा पर एक सत्संग के दौरान 134  लोगों की मौत हो गई? समाचार लिखे जाने तक सामने आई जानकारी के अनुसार यह सत्संग संत भोले बाबा का था. संत भोले बाबा का प्रवचन सुनने के लिए हाथरस एटा बॉर्डर के पास स्थित रतीभान पुर में बहुत बड़ी संख्या में लोग जमा थे।


                 बनाई गई जांच कमेटी

नारायण हरि का कनेक्शन सियासत से भी है कुछ मौकों पर यूपी  कई बड़े नेताओं को उनके मंच पर देखा जा चुका है. इसमें समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव का नाम भी शामिल है।

इस हादसे की जांच के लिए एडीजी आगरा और कमिश्नर अलीगढ़ की एक कमेटी बनाई गई है। सीएम कार्यालय ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनपद हाथरस में हुए हादसे में मृतकों के शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है. साथ ही घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है.  उन्होंने जिला प्रशासन के अधिकारियों को घायलों को तत्काल अस्पताल पहुंचाकर उनके समुचित उपचार कराने और मौके पर राहत कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने एडीजी आगरा और कमिश्नर अलीगढ़ के नेतृत्व में घटना के कारणों की जांच के निर्देश दिए हैं।


जनपद हाथरस मे घटित घटना मे मृत व घायल व्यक्तियों के सम्बंध मे किसी भी प्रकार की जानकारी हेतु संपर्क नंबर- 


आगरा जोन कंट्रोल-7839866849

अलीगढ़ रेंज कंट्रोल-7839855724

आगरा रेंज कंट्रोल-7839855724

हाथरस  कंट्रोल-9454417377

एटा  कंट्रोल-9454417438

अलीगढ़ कंट्रोल-7007459568.

सीएम योगी से लेकर प्रशासनिक अधिकारियो के बयान 







                  बाबा का लगा पता 
मैनपुरी के इसी आश्रम में छिपा हुआ है हाथरस में निर्दोषों की मौत के गुनहगारों में से एक नारायण साकार उर्फ सूरजपाल। 

अंदर काफी संख्या में अनुयाई मौजूद हैं। बाहर अभी अभी लोकल थाने की एक जीप आकार खड़ी हुई है। लेकिन अभी तक पुलिस ने भीतर प्रवेश नहीं किया।