जननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय के पहली पीएचडी धारक बने एससी कॉलेज के असिस्टेंट प्रोफेसर जयशंकर सिंह, वीसी ने सौपी उपाधि, दी शुभकामनायें
ए स्टडी ऑफ हैपीनेस एमंग मिडिल एज स्टूडेंट विथ रिफरेंस टू स्कूल रिलेटेड वेरिएबल्स' टॉपिक्स पर मिली है पीएचडी
डा सुनील कुमार ओझा
बलिया।।जननायक चन्द्रशेखर विश्वविद्यालय की अकादमिक प्रगति का एक और चरण शनिवार को संपन्न हुआ। विवि में शोध की पहली परीक्षा संपन्न हुई और पी-एच. डी. की पहली डिग्री प्रदान की गयी। विवि में शोध प्रवेश हेतु पहली परीक्षा 2019- 20 में हुई थी। उस सत्र के शोधार्थियों में आज पहला साक्षात्कार जयशंकर का संपन्न हुआ। कुलपति प्रो. संजीत कुमार गुप्ता ने इस अवसर को अविस्मरणीय बताया। कहा कि शिक्षण और अनुसंधान विश्वविद्यालय के प्रमुख कार्य हैं। अनुसंधान के क्षेत्र में जेएनसीयू ने आज एक और कदम आगे बढ़ाया है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि भविष्य में जेएनसीयू का नाम अनुसंधान के क्षेत्र में भी चमकेगा। परीक्षा नियंत्रक एस. एल. पाल ने भी इस उपलब्धि को पूरे विवि के लिए गौरवपूर्ण बताया।
जयशंकर सिंह ने शिक्षाशास्त्र विषय में 'ए स्टडी ऑफ हैपीनेस एमंग मिडिल एज स्टूडेंट विथ रिफरेंस टू स्कूल रिलेटेड वेरिएबल्स' विषय पर अपना शोधकार्य प्रो. रमाकांत सिंह के निर्देशन में पूरा किया। प्रो. उदय सिंह, शिक्षा संकाय, दीनदयाल गोरखपुर विश्वविद्यालय ने जयशंकर सिंह का साक्षात्कार लिया और उन्हें शोध उपाधि के लिए योग्य पाया। अगले दीक्षांत के अवसर पर जेएनसीयू द्वारा जयशंकर सिंह को डाक्टरेट की डिग्री प्रदान की जायेगी।
बताते चले जयशंकर सिंह ने सन 2002 से वर्ष 2018 तक बेसिक शिक्षा में शिक्षण कार्य के साथ विभिन्न पदों पर कार्य करने के पश्चात वर्ष 2018 में शिक्षा शास्त्र विषय के असिस्टेंट प्रोफेसर के रूप में सतीश चंद्र कॉलेज में कार्यभार ग्रहण किया। डॉक्टर सिंह ने अब तक चालीस से अधिक राष्ट्रीय एवं अन्तरराष्ट्रीय सेमिनारो में अपना पेपर प्रजेंट किया है। दस लेख पांच रिसर्च पेपर विभिन्न राष्ट्रीय एव अन्तरराष्ट्रीय पत्र पत्रिका मे प्रकाशित है। जयशंकर सिंह ने अपना शोध कार्य लगभग 4 वर्ष 6 माह में अपना शोध कार्य पूरा किया है।
शोध कार्य का शीर्षक है ए स्टडी ऑफ़ हैप्पीनेस एमंग मिडिल स्टेज स्टूडेंट विद रेफरेंस टू स्कूल रिलेटेड वैरियेबल्स। शोध कार्य के दौरान 8 सेमिनार में पेपर प्रजेंट किया गया है। तीन बुक चैप्टर प्रकाशित है, तीन रिसर्च पेपर प्रकाशित हुए हैं।इन्होंने अपना शोध कार्य प्रोफेसर रमाकांत सिंह ,श्री मुरली मनोहर टाउन पीजी कॉलेज बलिया जो वर्तमान में महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ वाराणसी मे कार्यरत है, के शोध निर्देशन में पूरा किया है। शोध के विभिन्न चरणो मे विश्वविद्यालय प्रशासन विशेष रूप से कुलपति प्रोफेसर संजीत कुमार गुप्ता, कुलसचिव महोदय एव शोध प्रकोष्ठ के सदस्य गण एव अध्ययन परिषद के सदस्य गण का सहयोग रहा है। दिनांक 29 जून 2024 को जननायक चन्द्रशेखर विश्वविद्यालय बलिया द्वारा पहली पीएच डी . डिग्री शिक्षा शास्त्र विषय में श्री जयशंकर सिंह को प्रदान की गई।
श्री सिंह ने अपने वक्तव्य में कहा कि जननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय बलिया में शोध कार्य प्रारम्भ करने हेतु पूर्व कुलपति प्रोफ़ेसर योगेन्द्र सिंह, कोर्स वर्क पूर्ण कराकर शोध को गति देने हेतु पूर्व कुलपति प्रोफ़ेसर कल्पलता पाण्डेय जी एवं शोध कार्य में प्रवेश के समय अपनी ऊर्जा एवं दृष्टि से आकार देने वाले प्रोफेसर अशोक कुमार सिंह, विश्वविद्यालय के शिक्षक संघ के पूर्व अध्यक्ष प्रोफेसर बृजेश सिंह, वर्तमान अध्यक्ष प्रोफेसर अखिलेश कुमार राय, महामंत्री डॉ अवनीश चंद्र पाण्डेय के साथ ही कुलसचिव जी एवं सभी प्राचार्य गण, शोध समन्वयक एवं समस्त शिक्षक साथियों का योगदान रहा है।