जिलाधिकारी ने लू-प्रकोप/हीट वेव से राहत एवं बचाव कार्यों की तैयारी हेतु जनपद स्तरीय अधिकारियों के साथ की बैठक
बलिया।। पिछले वर्ष के लू प्रकोप/ हीट वेव की स्थिति को देखते हुए जिला प्रशासन अभी से सतर्क हो गया है। इसी के दृष्टिगत जिलाधिकारी रवींद्र कुमार ने बुधवार को कलेक्ट्रेट सभागार में लू-प्रकोप/ हीटवेव से राहत एवं बचाव कार्य हेतु जनपद स्तरीय अधिकारियों के साथ बैठक की और इसमें शामिल संबंधित विभाग के अधिकारियों को गम्भीरता से लेते हुए इस पर ठोस कार्य योजना तैयार करने पर निर्देश दिया।
जिलाधिकारी ने कहा कि पिछले वर्ष लू-प्रकोप की स्थिति को देखते हुए शासन ने जनपद को मॉडल जनपद घोषित कर दिया है। उन्होंने कहा कि इसमें चिकित्सा विभाग को नोडल नामित किया गया है, इसलिए चिकित्सा विभाग के अधिकारी को सभी जिला अस्पतालों, सीएचसी,पीएससी में ओआरएस और तरल पदार्थ के पर्याप्त स्टॉक,आवश्यक दवाओं की उपलब्धता व 108/102 व अन्य आपातकालीन सेवाओं की सक्रियता सुनिश्चित करने, लू प्रकोप/ हीट वेव के दौरान 24 घंटे स्वास्थ्य केंद्रों को क्रियाशील रखने संबंधी ठोस कार्य योजना 10 तारीख तक बनाने का निर्देश दिया। उन्होंने गोष्ठी आयोजित कर जन जागरूकता प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाने एवं ग्रामीण स्तर पर कार्यकर्ताओं को अलर्ट रहने हेतु निर्देशित किया।
उन्होंने सभी नगरपालिका/ नगर पंचायतों के अधिशासी अधिकारियों को जल निगम शहरी को सहयोग कर सीआरओ के माध्यम से और और ग्रामीण क्षेत्रों में डीपीआरओ को जल निगम ग्रामीण से सहयोग कर मुख्य विकास अधिकारी के माध्यम से सभी पाइपलाइन, टंकी और पंपों की सक्रिय रखने, जिससे सब्जी मंडी/ चौराहों, लोगों के ठहराव वाले स्थानों व सार्वजनिक स्थलों पर शीतल जल की समुचित व्यवस्था हो सके, संबंधी ठोस कार्ययोजना बनाने का निर्देश दिया।
इसी प्रकार जिलाधिकारी ने मनरेगा विभाग के अंतर्गत काम करने वाले मजदूरों को हीट वेव/लू से बचाव हेतु, पशुपालन विभाग के अंतर्गत सार्वजनिक स्थानों पर लू से बचाव के लिए पशु प्रबंधन, पशुओं का नियमित रूप से टीकाकरण और ग्रामीण क्षेत्रों में पशुओं की सुरक्षा हेतु लोगों को जागरूक करने, परिवहन विभाग को बस स्टैंड एवं अन्य सार्वजनिक स्थानों पर सुरक्षित परिवहन के लिए स्वास्थ्य टीमों की तैयारी एवं पीने के पानी तथा यात्रियों के लू से बचाव हेतु उचित व्यवस्था संबंधी ठोस कार्य योजना बनाने का निर्देश दिया। इसके अलावा विद्युत, शिक्षा, अग्निशमन,वन विभाग और राजस्व विभाग को भी कार्य योजना बनाने के निर्देश जिलाधिकारी द्वारा दिए गए। उन्होंने उत्तर प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा प्रकाशित पम्पलेट का विमोचन किया, जो विभिन्न विभागों को जागरूकता के लिए वितरित किया जाएगा।इस बैठक में एडीएम डीपी सिंह सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।