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बांसडीह स्वास्थ्य केंद्र में आशा कराती है प्रसव, प्रसव के दौरान नवजात की उखाड़ी बाह, अब बच्ची की मां 10 रूपये सैकड़ा ब्याज पर पैसे लेकर करा रही है इलाज

 


सीएमओ बलिया से की लिखित शिकायत

मधुसूदन सिंह

बलिया।। मनबढ़ आशा की करिस्तानी से बांसडीह स्वास्थ्य केंद्र आज चर्चा में आ गया है। यहां पूनम वर्मा नाम की आशा का इतना दबदबा है की वह एएनएम के रहते हुए लेबर रूम में प्रसव कराती है। जबकि किसी भी आशा को प्रसव कराने की न तो इजाजत है और न ही इसकी ट्रेनिंग ही दी गयी है। यही नही यहां अमीर हो या गरीब प्रसव के लिये हजारों रूपये जमा भी कराये जाते है। जबकि सरकारी अस्पतालों में प्रसव एकदम मुफ्त है। यह स्वास्थ्य केंद्र चर्चा में इस लिये आज आया है की पिछले 30 जून को गुंजा पत्नी धुरान राजकुमार निवासी चित्तबिसाव खुर्द बांसडीह ने सीएमओ बलिया से पूनम वर्मा आशा और एएनएम ऊषा देवी के खिलाफ लिखित शिकायत की है।




गुंजा देवी के अनुसार 30 जून को उसका प्रसव आशा पूनम वर्मा ने कराया है। प्रसव के दौरान ही इनके द्वारा बच्ची को बाहर निकालने के दौरान, बच्ची के हाथ को तोड़ दिया गया है। पीड़िता गुंजा के अनुसार इन लोगों ने इसकी मां से प्रसव के लिये लगभग 3000 रूपये भी जमा कराया गया। दोपहर बाद 4 बजे गुंजा को रिलीव कर दिया गया जबकि कम से कम 24 घंटे नवजात की सेहत के लिये वार्ड में रखा जाता है। गुंजा के अनुसार ज़ब घर जाने पर बच्ची के लगातार रोने और बाह को फूली देखा तो वह घबरा गयी। गुंजा ने स्थानीय आशा अनीता को रात ने इसकी सूचना दी। सुबह अनीता ने ज़ब बच्ची का हाथ उठाकर देखा तो उसे टूटने का अहसास हुआ। आशा ने गुंजा को हाथ का एक्सरे कराने और डॉक्टर को दिखाने की सलाह दी।





बच्चों के जन्म के बाद के रीति रिवाज़ को करने के बाद 8 जुलाई को गुंजा जिला अस्पताल पहुंची और चिकित्सक की सलाह पर एक्सरे कराया तो कंधे और कुहनी के ऊपर दो जगह हड्डी टूटी पायी गयी। जिसका प्लास्टर किया गया। 20 जुलाई तक ज़ब बच्ची की हालत में सुधार नही हुआ तो गुंजा ने 10 रूपये सैकड़ा मासिक की दर पर 5000 रूपये ब्याज पर लेकर डॉ जितेंद्र सिंह के यहां पहुंची, जहां चिकित्सक ने दुबारा प्लास्टर चढ़ाया है। गुंजा के कथन का पूर्ण समर्थन आशा अनीता द्वारा भी किया गया है। अब गुंजा यह चाह रही है पूनम वर्मा जैसी कोई भी महिला किसी का प्रसव न कराये जिससे उसकी बच्ची जैसा हादसा दुबारा न हो सकें। वही एएनएम ऊषा देवी जो ड्यूटी पर तैनात होते हुए अंट्रेंड महिला को प्रसव कराने की अनुमति देती है, के खिलाफ भी कार्यवाही की जाय।

सीएमओ बलिया से ज़ब इस संबंध में बातचीत की गयी तो उनका कहना था कि इस प्रकरण की जांच करायी जायेगी और दोषियों को कत्तई बख्शा नही जायेगा।