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जिले में शुरू हुआ दस्तक अभियान :जिलाधिकारी ने ली बैठक, दिया निर्देश





बलिया।।जिले में चल रहे विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान के तहत “दस्तक अभियान” भी सोमवार से शुरू हो गया। दस्तक अभियान में आशा व आगंनबाड़ी कार्यकर्ता घर-घर लोगों को संचारी रोगों से बचाव व उपचार के प्रति जागरूक करेंगी। अभियान की सफलता के लिए जिलाधिकारी रविंद्र कुमार ने सोमवार को कलेक्ट्रेट सभागार में बैठक की। बैठक में जिलाधिकारी ने सभी विभागों को निर्देशित किया कि जिन बिंदुओं पर प्रगति खराब है अगली बैठक से पूर्व उसको सुधार करना सुनिश्चित करें ,अन्यथा की स्थिति में आप स्वयं जिम्मेदार होगे।मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. जयन्त कुमार ने बताया कि दस्तक अभियान में संचारी रोग जैसे डेंगू, मलेरिया, दिमागी बुखार आदि के साथ ही क्षय रोग, कुष्ठ रोग, कालाजार एवं फाइलेरिया के लक्षणयुक्त मरीजों को भी चिन्हित किया जा रहा है। 

वेक्टर बॉर्न के नोडल अधिकारी डॉ. अभिषेक मिश्रा ने बताया कि सोमवार से शुरू हुए दस्तक अभियान में आशा कार्यकर्ता  और आगंनबाड़ी कार्यकर्ता घर-घर जाकर लोगों को डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया आदि संचारी रोगों के प्रति जागरूक कर रही है। इसके साथ ही लक्षणयुक्त व्यक्तियों का नाम, पता एवं मोबाइल नंबर सहित संपूर्ण विवरण ई- कवच पोर्टल पर अपलोड करेंगी । इनमे बुखार के रोगियों की सूची, आई एल आई (इनफ्लुएंजा लाइक इलनेस) रोगियों की सूची, क्षय रोग के लक्षण युक्त व्यक्तियों की सूची, कुष्ठ रोग तथा फाइलेरिया एवं कालाजार रोगों के लक्षणयुक्त व्यक्तियों की सूची, कुपोषित बच्चों की सूची शामिल होगी । साथ ही क्षेत्रवार ऐसे मकानों की सूची जहां घरों के भीतर मच्छरों का प्रजनन पाया गया हो सूची तैयार कर एएनएम को उपलब्ध कराएंगी।





उन्होंने बताया की इस अभियान को सफल बनाने के लिए विभिन्न  विभागों के अधिकारियों एवं कर्मचारियों में सक्रियता है। जिला मलेरिया अधिकारी सुनील कुमार यादव ने बताया कि एंटी लार्वा का छिड़काव जनपद के विभिन्न वार्डों एवं ग्रामों में किया जा रहा है एवं फागिंग भी कराई जा रही है। जनसमूह को वेक्टर जनित रोगों से बचाव हेतु एवं इसके लक्षण के बारे में विस्तार से बताया जा रहा है एवं प्रचार-प्रसार हेतु हैण्डबिल्स भी जन-समूह में वितरित किये जा रहें हैं।  इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए ग्राम प्रधानों और सभी निजी और सरकारी स्कूलों के प्रधानाचार्य की बैठक कर इस अभियान के प्रचार-प्रसार में सहयोग के लिए चर्चा की जा चुकी है । उन्होने बताया संचारी रोगों पर नियंत्रण के लिए  स्वास्थ्य विभाग के साथ अन्य विभाग की सक्रियता जारी है।  इन विभागों की सामूहिक भागीदारी सुनिश्चित किया गया है। इसमें चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग, बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग, शिक्षा विभाग, पंचायती राज विभाग, नगर निगम, जल निगम, ग्राम्य विकास विभाग, पशुपालन विभाग, कृषि एवं सिंचाई विभाग, मत्स्य पालन, स्वच्छ भारत मिशन, सिचाई विभाग, सूचना एवं जन संपर्क विभाग, अन्य को शामिल किया गया है। स्वास्थ्य विभाग को नोडल बनाकर सभी विभागों को उनकी जिम्मेदारी सौंप दी गई है। उन्होंने बताया कि अभियान की सफलता के लिये 

विभिन्न विभागों की ओर से गतिविधियों की गई है। इनमे स्वास्थ्य विभाग की ओर से 1437 सामुदायिक बैठकें की गयी, 450 रैली निकाली गयी। पंचायती राज विभाग की ओर से 651 स्थानो पर नालियों की सफाई करायी गयी साथ ही 2148 स्थानों पर झाड़ियों की कटाई कराई गई। 1395 उथले हैंडपंपों को चिन्हित कर उसका पानी न पीने के लिए लोगों को सचेत  किया गया। 

बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से नोडल अध्यापकों ने  1183 जन जागरूकता गोष्ठियां कराई एवं 1209 प्रार्थना सभाओं में संचारी रोगों के प्रति बच्चों को जागरूक किया गया।  माध्यमिक शिक्षा विभाग की ओर से 529 स्कूल रैलियां आयोजित की गई एवं 529 चित्रकला प्रतियोगिता की गई। बाल विकास पुष्टाहार विभाग की ओर से 15 अति कुपोषित बच्चों को चिन्हित किया गया एवं उसमें से 15 बच्चों को पोषण पुनर्वास केंद्र में संदर्भित किया गया । पशुपालन विभाग की ओर से 237 पशुपालकों को संचारी रोगों के बारे में जागरूक किया गया एवं 237 पंपलेट वितरित किए गए। सिंचाई विभाग की ओर से एक माइनर की सफाई कराई गई। नगर विकास विभाग की ओर से 184 स्थानों पर फागिंग कराई गई एवं 1255 नालियों  की सफाई करायी गयी।