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राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ उत्तरप्रदेश की बलिया जनपद इकाई ने प्रदर्शन कर सीएम को भेजा पत्रक, सशुल्क कैशलेस बीमा योजना का कर रहे है विरोध





बलिया।। राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ उत्तरप्रदेश की बलिया इकाई के सदस्यों ने जिला संयोजक राजेश कुमार सिंह के नेतृत्व मे कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन कर जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री योगी जो को पत्रक भेजकर सचिव बेसिक शिक्षा परिषद के सशुल्क कैश लेश जीवन बीमा का लाभ देने का विरोध किया है। इन लोगों का कहना था कि साल मे लगभग 72 हजार का प्रीमियम जमा करना हम शिक्षकों के वश की बात नहीं है। कहा कि हमें भी बिना प्रीमियम जमा किये ही राज्य कर्मचारियों की तरह कैशलेश जीवन बीमा चाहिए, जैसा मुख्यमंत्री जी ने कहा था। पत्रक सौपने वालों मे जिला संयोजक राजेश कुमार सिंह, कर्मचारी नेता अजय सिंह, पुष्पेंद्र सिंह, राम आशीष यादव, कृष्णानंद पाण्डेय, ज्ञान प्रकाश उपाध्याय, प्रमोद कुमार सिंह, अमरेंद्र बहादुर सिंह, बृजेश राम, श्रीमती कविता सिंह के साथ ही सैकड़ो शिक्षक मौजूद थे।



     बलिया।। उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद के अधीन संचालित प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों, शिक्षामित्रों, अनुदेशकों, एवं शिक्षणेत्तर कर्मियों के लिए सचिव बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा जारी भारी भरकम प्रीमियम वाली कैशलेस चिकित्सा योजना के विरोध में प्रदेश नेतृत्व के आह्वान पर राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ उत्तर प्रदेश ने पूरे 75 जनपदों में एक साथ बिगुल फूंका | इसी क्रम में राoशैoमo बलिया के पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं ने भी कलेक्ट्रेट पर पहुँच कर इसके ख़िलाफ नारेबाजी की और इसे रद्द कर राज्यकर्मियों की तरह ही निःशुल्क कैशलेस चिकित्सा योजना को बहाल करने के लिए मुख्यमंत्री को सम्बोधित ज्ञापन जिलाधिकारी के माध्यम से प्रेषित किया।

        अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ जनपद बलिया के समस्त पदाधिकारी चंद्रशेखर उद्यान में इकट्ठा हुए और जिला संयोजक राजेश सिंह के अध्यक्षता में एक बैठक आहूत की । बैठक के उपरांत शिक्षकों ने जुलुस की शक्ल में प्रीमियम वाली कैशलेस चिकित्सा योजना को रद्द करने एवं राज्य कर्मियों की तरह ही निःशुल्क कैशलेस चिकित्सा योजना लागू करने संबंधी मांग के समर्थन में सचिव बेसिक शिक्षा परिषद उत्तर प्रदेश के खिलाफ नारेबाजी करते हुए कलेक्ट्रेट परिसर पहुंचे जहाँ मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी महोदया के प्रतिनिधि को सौंपा गया ।

     इस अवसर पर राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ जनपद बलिया के जिला संयोजक राजेश कुमार सिंह ने कहा कि बेसिक शिक्षा में प्रीमियम वाली कैशलेस चिकित्सा योजना लागू करना बेसिक शिक्षकों, शिक्षामित्रों, अनुदेशकों एवं शिक्षणेत्तर कर्मियों के साथ बहुत बड़ा अन्याय है । एक तरफ जहां उत्तर प्रदेश सरकार प्रदेश के राज्य कर्मियों को बिना प्रीमियम के निःशुल्क कैशलेस चिकित्सा का लाभ मुहैया करा रही है वहीं परिषदीय शिक्षकों, शिक्षामित्रों, अनुदेशकों एवं शिक्षणेत्तर कर्मियों को एक मोटी प्रीमियम पर कैशलेस चिकित्सा की सुविधा का आदेश करके छलने का प्रयास हो रहा है। राजेश कुमार सिंह ने कहा कि प्रदेश के सभी शिक्षक राज्यकर्मियों की भांति ही सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में बढ़-चढ़ कर भाग लेते हैं लेकिन कैशलेस चिकित्सा योजना देते समय शिक्षकों के साथ भेदभाव किया जा रहा है जो अत्यंत ही निराशाजनक है। हमारा संगठन इस प्रीमियम वाली कैशलेस चिकित्सा योजना का पूर्ण विरोध करता है और सरकार से यह मांग करता है कि राज्यकर्मियों की भांति ही शिक्षकों को भी प्रीमियम रहित कैशलेस योजना का लाभ प्रदान किया जाए । श्री राजेश सिंह ने कहा कि इस धोखाधड़ी वाली योजना को रद्द कराने के लिए राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ जनपद से लेकर प्रदेश तक संघर्ष करेगा और इसे मुख्यमंत्री जी के संज्ञान में लाकर एवं रद्द कराकर शिक्षकों के लिए राज्य कर्मियों की भांति ही निःशुल्क कैशलेस योजना लागू कराएगा।

       इस अवसर पर मण्डल महामंत्री अनिल कुमत वर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री जी ने 100 दिन के अंदर बेसिक शिक्षकों को निःशुल्क कैशलेस सुविधा का लाभ प्रदान करने का आश्वासन दिया था लेकिन प्रदेश सरकार के सचिव बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा जारी यह प्रीमियम वाला आदेश परिषदीय शिक्षकों एवं कर्मचारियों के लिए बहुत ही कष्टदायक है क्योंकि इसमें 10 लाख तक के कैशलेस चिकित्सा योजना का एक वर्ष का प्रीमियम ₹76000 है जिसके व्यय का वहन शिक्षामित्रों व अनुदेशकों के लिए असंभव सा है। उन्होंने कहा कि बेसिक शिक्षकों के साथ अपनाए जाने वाले इस दोहरे रवैये को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा । 

        श्री राजेश कुमार सिंह ने कहा कि राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ शिक्षकों की हर समस्या के प्रति गंभीर है और शिक्षक हित में हर समस्या के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद करता रहेगा। उन्होंने प्रदर्शन में शामिल होने वाले सैकड़ों शिक्षकों के प्रति आभार प्रकट किया। इसके उपरांत सैकड़ों शिक्षकों की उपस्थिति में जिलाधिकारी महोदया के प्रतिनिधि को मांगपत्र सौंपा गया।

    










 इस ज्ञापन कार्यक्रम में मुख्य रूप से अजय सिंह, राजेश पाण्डेय, पुष्पेंद्र सिंह, रामाशीष यादव, अमरेंद्र सिंह, कृष्णानंद पाण्डेय, ज्ञान प्रकाश उपाध्याय, प्रमोद सिंह, अकीलुर्रहमान खां (अक्की), कविता सिंह, अंजली तोमर, कुलभूषण त्रिपाठी, डॉo विनय भारद्वाज, कर्णप्रताप सिंह, संजीव सिंह, राघवेंद्र सिंह, सुशील दुबे, विनोद तिवारी, राजेश सिंह, धर्मेंद्र गुप्ता, विवेक सिंह, रामजी वर्मा, रविकांत तिवारी, अभिषेक तिवारी, रवि पाण्डेय, बृजेश राम, अजय दुबे, चन्दन सिंह, विजय राय, राजीव सिंह, उमेश राय, अंकुर द्विवेदी, सुजीत सिंह, राजीव राय, संजय पासवान, अभिषेक सिंह, दिग्विजय सिंह, अनिल सिंह, गणेश यादव, ललन सिंह, शैलेन्द्र वर्मा, आशुतोष त्रिपाठी, आसिफ अली, मुमताज़ अहमद, रामप्रकाश सिंह, शुभम सिंह, श्वेतांश, निशांत यादव व रजनीश चौबे इत्यादि सैकड़ों शिक्षकों ने बढ़-चढ़कर प्रतिभाग किया।