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26 अक्टूबर को पकड़ी गयी शराब का मालिक कौन? तलाश मे लगी सुखपुरा पुलिस, आबकारी अधिकारी को भेजा पत्र



मधुसूदन सिंह 

बलिया।। पिछले 26 अक्टूबर को सुखपुरा पुलिस द्वारा पकड़ी गयी 135 पेटी (8 pm की 180 ml वाली 6480 शीशी ) शराब का वास्तविक मालिक कौन है, के लिए सुखपुरा पुलिस प्रयासरत है। सूत्रों की माने तो सुखपुरा पुलिस ने उस अनुज्ञापी का नाम जानने के लिए जिला आबकारी अधिकारी के पास पत्र पुलिस अधीक्षक के माध्यम से जिलाधिकारी के पास भेजा है। जहां से यह पत्र जिला आबकारी अधिकारी के पास पहुंचेगा। सूत्रों ने यह भी बताया है कि यह प्रक्रिया पुलिस ने तब अपनायी है ज़ब जिला आबकारी अधिकारी द्वारा पुलिस द्वारा बार बार उस अनुज्ञापी का नाम जानने के लिए पत्र भेजनें /फोन करने पर अनुज्ञापी का नाम नहीं बताया गया।

बता दे कि पुलिस द्वारा 135 पेटी शराब को मुखबिर की सूचना पर घेराबंदी करके पकड़ा गया था लेकिन पुलिस के पहुँचने से पहले ही तस्कर गाड़ी छोड़कर फरार हो गये थे। पुलिस द्वारा शराब लड़ी गाड़ी को कब्जे मे लेकर थाना परिसर मे सीज करके खड़ा कर दिया है और गाड़ी मालिक, चालक और अन्य के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत करके विवेचना शुरू कर दिया है।

वही गाड़ी मालिक ने तो उच्च न्यायालय से अपनी जमानत भी करा ली है। लेकिन अबतक पुलिस न तो चालक का नाम जान पायी है, न ही किस अनुज्ञापी के यहां से यह शराब चली थी, यह जान पायी है। इन नामों को जानने के लिए स्थानीय पुलिस ने जिलाधिकारी के माध्यम से जिला आबकारी अधिकारी को पत्र भेज कर संबंधित अनुज्ञापी और चालक का नाम बताने का अनुरोध किया है।

बता दे कि मुक़दमे मे शराब की तस्करी करने वालों को सजा दिलाने के पुलिस आबकारी अधिकारी से उपरोक्त नामों को लिखित रूप से प्राप्त करना चाहती है लेकिन आबकारी अधिकारी बलिया न जाने देने से क्यों कन्नी काट रहे है। बता दे कि जनपद मे तस्करी के माध्यम से बिहार शराब भेजनें मे अनुज्ञापियों का हाथ बताया जा रहा है। सबसे पहले अनुज्ञापी द्वारा थोक अनुज्ञापी को ऑनलाइन आर्डर भेजनें के बाद भुगतान भेजा जाता है। इसके बाद थोक अनुज्ञापी द्वारा अपने यहाँ से उपरोक्त आर्डर को वाहन के द्वारा फुटकर अनुज्ञापी के यहाँ भेजा जाता है।

थोक व्यवसायी द्वारा जिस वाहन पर शराब भेजी जाती है, उसका पूर्ण विवरण वे बिल मे वाहन के चालक के नाम के साथ उल्लेख किया जाता है। अगर गाड़ी पकड़ी गयी है, तो थोक व्यवसायी के पास चालक का नाम पता जरूर होता है। लेकिन जिला आबकारी अधिकारी बलिया न जाने क्यों नामों को पुलिस को देने मे आनाकानी कर रहे है। अगर समय से आबकारी अधिकारी द्वारा सूचना पुलिस को दे दी गयी होती तो आज उस अनुज्ञापी का चेहरा सबके सामने आ गया होता, जिसने अवैध तरीके से शराब को दूसरी जगह भेजनें का प्रयास किया था।








क्या है पूरा मामला

बलिया।।स्थानीय पुलिस द्वारा शराब तस्करी के विरुद्ध चलाये जा रहे अभियान मे सुखपुरा पुलिस द्वारा जहां बड़ी कामयाबी मिली है तो वही पुलिस की घेराबंदी के बाद भी तस्करों के फरार हो जाने से, काफी किरकिरी भी हो रही है। मीडिया को दिये बयान मे अपर पुलिस अधीक्षक दुर्गा प्रसाद त्रिपाठी ने कहा है कि अपराधियों के भागने मे कही पुलिस की लापरवाही तो नही, इसकी जांच करायी जायेगी और दोषी पाये जाने पर कार्यवाही भी की जायेगी।

 बता दे कि पुलिस  अधीक्षक बलिया राजकरन नय्यर के निर्देशन में अवैध शराब की तस्करी के विरुद्ध चलाये जा रहे अभियान के क्रम में  थाना सुखपुरा पुलिस को बड़ी सफलता मिली है । उल्लेखनीय है कि क्षेत्राधिकारी नगर के नेतृत्व में प्र0नि0 सुखपुरा अमित कुमार सिंह मय फोर्स व उ0नि0 बांक बहादुर सिंह द्वारा 26 अक्टूबर सोमवार को रात्रिगस्त के दौरान सूचना मिली  कि कुछ लोग तपनी गांव की तरफ से एक पीकप से अवैध शराब लेकर कहीं जा रहे है। जिस पर तीन व्यक्ति बैठे हुए है। इस सूचना पर हरिहरपुर मंदिर के पास पिकप वाहन को  टार्च की रौशनी दिखाकर रोकने का इशारा किया गया लेकिन तस्कर पुलिस टीम से कुछ दूर पहले गाड़ी रोक कर अँधेरे का फायदा उठाते हुए भाग गये। वाहन से 135 पेटी 8PM 6480 अदद 180ML कुल 1166.4 अंग्रेजी बरामद हुआ।




     पंजीकृत अभियोग

1. मु0अ0स0- 204/22 धारा 60(1) आबकारी अधिनियम व 420/467/468/471 भा.द.वि थाना सुखपुरा बलिया ।

बरामदगी का विवरण

1.   135 पेटी 8PM 6480 अदद 180ML कुल 1166.4 अंग्रेजी शराब 

2.   01 अदद पीकप वाहन बरामद (UP65AT1342) 

बरामदगी करने वाली पुलिस टीम

1. प्रभारी निरीक्षक अमित कुमार सिंह  थाना सुखपुरा बलिया ।

2. उ0नि0 बांक बहादुर सिंह थाना सुखपुरा बलिया ।

3. का0 विनय कुमार  थाना सुखपुरा बलिया ।

4. का0 अशोक यादव थाना सुखपुरा बलिया ।

5. का0 तरुण राज सिंह थाना सुखपुरा बलिया ।

6. का0 राजेश कुमार सिंह थाना सुखपुरा बलिया ।

इसकी हो जांच

सुखपुरा पुलिस द्वारा पकड़ी गयी 135 पेटी शराब बलिया स्थित एक बड़े थोक अनुज्ञापी के गोदाम से भेजी गयी बतायी जा रही है। सूत्रों के द्वारा यह भी पता चला है कि बुधवार को ऐसी कुल 600 पेटी शराब रिटेलरों के नाम पर भेजी गयी है। अब जब 135 पेटी पकड़ा गयी है तो शेष 465 पेटी शराब कहां है? क्या वो चालान मे दर्शाये गये रिटेलरों तक शराब पहुंची है या बिहार चली गयी है? इसकी जांच अति आवश्यक है।

शराब छुड़ाने के लिये यह भी होता है खेल

पुलिस द्वारा किसी भी शराब लदी गाड़ी को पकड़ने पर यदि चालक फरार हो जाता है तो संबंधित अनुज्ञापी द्वारा पुलिस के कब्जे से माल छुड़ाने के लिये नायाब तरीका अपनाया जाता है। पुलिस द्वारा जब्त की गयी गाड़ी और शराब को छुड़ाने के लिये अनुज्ञापी द्वारा पुलिस को एक आवेदन देकर बताया जाता है कि मेरे शराब को चालक लेकर भाग रहा था और आबकारी विभाग की संस्तुति पर  पुलिस मजबूरन शराब लदी गाड़ी को छोड़ देती है।