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वाद रहित निष्पक्ष व पारदर्शी पत्रकारिता ही समाज के लिए कल्याणकारी -- मुनेश्वर मिश्र



प्रयागराज।।पत्रकारिता के बदलते स्वरूप और परिवेश पर गंभीर चिंतन युग की मांग है क्योंकि वाद रहित निष्पक्ष और पारदर्शी पत्रकारिता ही समाज के लिए कल्याणकारी है। यदि हम कहीं भी  किसी वाद अथवा पक्ष विशेष से प्रभावित होकर अपनी कलम चलाते हैं तो वह अपनी विश्वसनीयता खो बैठती है। ऐसी दशा में हमें अपने कर्तव्य के प्रति गंभीर होना चाहिए और समाज के लिए कल्याणकारी पत्रकारिता का मार्ग स्वयं प्रशस्त करना चाहिए। वह तभी संभव है जब हमारी लेखनी से पारदर्शिता और निष्पक्षता पूरी तरह झलके  ।हम किसी वाद से ग्रसित ना हों  तभी हम सही और सार्थक पत्रकारिता कर पाएंगे।       

         उपरोक्त उद्गार भारतीय राष्ट्रीय पत्रकार महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुनेश्वर मिश्र ने उस समय व्यक्त किए  जब वह  सिविल लाइन कार्यालय  में  केंद्रीय संचालन समिति की चिंतन बैठक को संबोधित कर रहे थे। श्री मिश्र ने कहा कि पत्रकार हितों की रक्षा के लिए भारतीय राष्ट्रीय पत्रकार महासंघ इन दिनों बेहतर कार्य कर रहा है।






        भारतीय राष्ट्रीय पत्रकार महासंघ के राष्ट्रीय संयोजक डॉक्टर भगवान प्रसाद उपाध्याय ने अपने वक्तव्य में कहा कि पत्रकारों को स्वयं अपना हित अहित देखकर संस्थान अथवा संगठन का चयन करना चाहिए   ,  क्योंकि आजकल बहुतायत   में अति महत्वाकांक्षी लोगों द्वारा मिलता जुलता नाम रखकर छोटे-छोटे स्वार्थ की पूर्ति  ना हो पाने से आम पत्रकारों को भ्रमित करने का कुत्सित प्रयास किया जा रहा  है और कुछ पदलोलूप कथित लोग पत्रकार   संगठनों में बिखराव की भूमिका निभाते हैं ऐसे में सामान्य पत्रकार बंधुओं को अपना हित अहित स्वयं अपने विवेक से सोचना चाहिए और   क्षणिक   आवेश का निर्णय कतई शुभ नहीं होता इसलिए इससे बचना चाहिए। डॉ ०  उपाध्याय ने कहा कि पूरे प्रदेश में मिलते जुलते नाम रखकर अनेक संगठन तैयार हो गए हैं इससे पत्रकारों में दुविधा की स्थिति उत्पन्न हो गई है उन्हें अपने विवेक का उचित प्रयोग करना चाहिए।        

                  राष्ट्रीय मुख्य महासचिव मथुरा प्रसाद धुरिया ने अपने विचार व्यक्त करते हुए बताया कि संगठन के विस्तारित हो जाने के बाद और सकारात्मक सोच को पत्रकारों के लिए उनके हित चिंतन के लिए प्रयास करने के बाद कुछ ईर्ष्या वृत्ति  के लोग संगठनों  तोड़फोड़ की राजनीति करते हैं , यद्यपि वे सफल नहीं हो पाते किंतु आम पत्रकारों को कुछ दिन के लिए विचलित कर देते हैं।  भारतीय राष्ट्रीय पत्रकार महासंघ सदैव पत्रकार हितों की रक्षा के लिए कटिबद्ध है और आगे भी रहेगा। ऐसी अप्रत्याशित गतिविधियों से महासंघ कभी घबराता नहीं है। इसी क्रम में प्रांतीय संरक्षक सिद्धनाथ द्विवेदी ने कहा कि लघु एवं मध्यम समाचार पत्रों के हितों की रक्षा के लिए भी महासंघ को आगे आना चाहिए। 

          बैठक का संचालन श्याम सुंदर सिंह पटेल ने किया।  इस अवसर पर रमाकांत त्रिपाठी पंकज गुप्ता शिवेश कुमार राय जय प्रकाश श्रीवास्तव आदि ने भी अपने विचार रखे और संगठन को गतिशील बनाने के लिए अनेक महत्वपूर्ण सुझाव दिए।