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चोरों की तरह जाँच करने बिजली उपभोक्ता के घर मे घुसी विजलेंस और पुलिस की टीम, महिलाओ के साथ की बदसलुकी






बलिया।। एक तरफ सूबे की योगी सरकार प्रदेश मे महिला सुरक्षा की बात करती है,भ्रष्टाचार रोकने के लाखों प्रयास भी कर रही है वही बलिया में योगी सरकार के ही अधिकारियों से ही महिलाएं असुरक्षित नही दिख रही है। बलिया जनपद मे पत्रकारों को छोड़िये अब इनके परिजन भी सुरक्षित नही रह गये है। यहां के अधिकारियों को यह कानून भी नही पता दिख रहा कि किसी के घर मे सर्च वारंट होने पर भी बिना महिला सिपाहियों के तलाशी नही ली जा सकती है। लेकिन साहब यह बलिया की बिजली विभाग की दबंग विजिलेंस टीम और विभागीय अधिकारी है जिनके लिये भारत सरकार द्वारा बनाये गये कानून की जगह अपना कानून है। ये किसी के भी घर मे जब चाहे घुस कर चेकिंग कर सकते है, महिलाओ के साथ बदसलुकी कर सकते है, इनको रोकने वाला कोई नही है।  महिला सुरक्षा, महिला सम्मान इनकी बूट की नोक पर है। क्यों न हो, यही लोग तो थे जिन्होंने बेल्थरा रोड के एक व्यापारी को सरेआम पीटा था और जब बचाव मे उसने राइफल निकाली तो उसकी राइफल भी छीन लिये और मुकदमा भी लिखवा दिये और सबूत के तौर पर वह वीडियो वायरल किये जो इनके पक्ष को मजबूत कर रहा था।






 बता दे कि बिजली विभाग की विजिलेंस एवं पुलिस विभाग की संयुक्त टीम बलिया कोतवाली थाना अंतर्गत सरहसपाली गोपालपुर सहोदरा गांव में बिजली उपभोक्ता के घर में जांच करने पहुंची
। उपभोक्ता पेशे से पत्रकार होने के कारण खबर करने गए थे। पत्नी घर पर अकेले थी एवं घर में निचले दो फ्लोर पर व्यवसायिक कार्य होता हैं। दोनों फ्लोर पर विजिलेंस टीम ने संपूर्ण रुप से जांच की एवं उन्हें कुछ नहीं मिला। यह पूरा दृश्य सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया


 फिर क्या था जांच टीम ने ऊपर परिवारिक आवास में प्रवेश करने की कोशिश की लेकिन साथ में कोई भी महिला कांस्टेबल या अधिकारी मौजूद नहीं थी,इसी कारण पत्रकार की पत्नी ने आवास में प्रवेश होने का विरोध किया एवं अपने पति को फोन किया लेकिन योगी जी के ये दबँग अधिकारी तो जांच के नाम पर गुंडागर्दी करते दिखाई दिए। महिला के साथ धक्का-मुक्की करने पर उतर आए इन सब के  बावजूद भी पीड़ित महिला ने आवास  में प्रवेश होने नहीं दिया।


अब आप इस वीडियो को जरा गौर से देखिए कैसे जांच टीम ने दूसरे के  छत से कूदकर पत्रकार के आवास में प्रवेश करने की कोशिश की फिर महिला ने इस बात का भी विरोध किया कि आपको जांच करना है तो मेरे पति को आ जाने दीजिए फिर आवास  में प्रवेश कीजिएगा परंतु इन अधिकारियों पर तो डकैतों का मानो भूत सवार था।डकैतों की तरह घर में घुसने की कोशिश निरंतर करते रहें एवं पीड़ित महिला इस पूरे घटना का वीडियो बनाती रही। जब ये घर के अंदर से नही घुस पाये तो बगल के घर की छत से अंदर घुस गये, जो सीधे सीधे दबंगई और गुंडई को दर्शाती है। जांच ही करनी थी तो कुछ देर पीड़िता महिला के पति का इंतजार कर लेते, लेकिन नही जब इनको लगा कि यह पत्रकार है, कुछ देगा नही तो गुंडई ही कर ली जाय।

अब इस पूरे मामले में पीड़ित पत्रकार द्वारा पुलिस अधीक्षक को लिखित तहरीर दे दी गई है अब देखना यह होगा कि पुलिस अधीक्षक द्वारा पीड़ित पत्रकार एवं पत्नी को न्याय मिल पाता है या फिर पीड़ित एवं पीड़िता को न्याय के लिए न्यायालय का दरवाजा खटखटाना पड़ेगा।

बाइट पीड़ित पत्रकार --