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बेसिक शिक्षा मंत्री के घर के बाहर शिक्षक भर्ती के अभ्यर्थियों का धरना, भारी फोर्स तैनात



68500 शिक्षक भर्ती मामले में आरक्षण के आदेश को लागू करने की मांग को लेकर बेसिक शिक्षा मंत्री के आवास पर प्रदर्शन,भारी पुलिस फोर्स तैनात

अलीगढ ।। अलीगढ़ में शिक्षक भर्ती को लेकर बेसिक शिक्षा मंत्री के आवास का घेराव कर प्रदर्शन किया गया। अभ्यर्थियों ने मैरिस रोड पर जाम लगा दिया.मौके पर भारी पुलिस फ़ोर्स तैनात की है। प्रदर्शन कर रहे लोगों का कहना है कि बेसिक शिक्षा मंत्री अपना वादा निभाते हुए 68500 शिक्षक भर्ती के रिजल्ट में संशोधित करवाएं। अभ्यर्थियों ने कहा कि 2018 में 68500 शिक्षकों की भर्ती में आयोग का पालन नहीं किया गया। भर्तियों में आरक्षण का लाभ नहीं मिला।







 दरअसल सन 2018 में  68000 शिक्षक भर्ती में ओबीसी, दिव्यांग, भूतपूर्व सैनिक, स्वतंत्रता संग्राम सैनिकों को आरक्षित कैटेगरी में नहीं माना गया,इनको अलग कर दिया गया था। इनका मामला 3 साल तक राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग, राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग और विधानसभा में चला। हालांकि आयोग ने 5 परसेंट की छूट देते हुए कहा था कि 150 में से 60 अंक व 40 परसेंट पर उत्तीर्ण कर नियुक्ति की जाए। 8 महीने से आदेश आया है  लेकिन इस पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। जिसको लेकर प्रदर्शन किया जा रहा है। 





प्रतापगढ़ से आए तूफान सिंह ने प्रदर्शन करते हुए बताया कि पूरे प्रदेश से 68500 शिक्षक भर्ती के प्रभावित अभ्यर्थी अलीगढ़ पहुंचे हैं। तूफान सिंह ने बताया कि इस भर्ती में राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग, राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग, विधान परिषद के सामाजिक न्याय सद्भावना समिति ने जो आदेश निर्गत किया गया है। उन आदेश का पालन किया जाए।तूफान सिंह ने बताया कि पिछले 8 महीनों से दरबदर ठोकरें खा रहे हैं। जब बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह से मिलते हैं तो सिर्फ आश्वासन दिया जाता है लेकिन आश्वासनों के भरोसे नहीं रह सकते। तूफान सिंह ने कहा कि बेसिक शिक्षा मंत्री की आवास से तब तक नहीं उठेंगे। जब तक हमारी मांगे नहीं मानी जाती. मौके पर पहुंचे पुलिस के आलाधिकारी प्रदर्शनकारियों को समझाने में लगे हैं।


प्रदर्शनकारी  ने बताया कि 2018 में 68500 शिक्षक भर्ती मैं आयोग से आदेश के बाद बेसिक शिक्षा मंत्री सिर्फ आश्वासन दे रहे हैं। कई मीटिंग बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह के साथ हुई, जो सार्थक रही। लेकिन क्या मजबूरी है कि सब कुछ सही होने के बाद भी नियुक्ति नहीं दिला पा रहे हैं।