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सर्विस रोड़ निर्माण में घटिया काम को उजागर करने पर ठिकेदार ने मोबाइल पर पत्रकार को धमकाया, एफआईआर के लिए दी तहरीर




रसड़ा बलिया।।रसड़ा रेलवे स्टेशन के सुंदरीकरण सहित प्लेटफार्म सर्विस रोड़ मंन्दा के निर्माण में कार्यदायी संस्था आरबीएनएल के संबंधित ठेकेदार द्वारा घटिया किस्म का मेटेरियल प्रयोग किए जाने का मामला अब तुल पकड़ता चला जा रहा है। साथ ही ठेकेदार की हठधर्मिता एवं विभागीय उदासनीता से क्षेत्रीय लोगों में रोष देखा जा रहा है। 

हालांकि पूर्व में रेल परामर्श दात्री समिति के सदस्य नरेंद्र श्रीवास्व सहित अन्य की शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए मंडल रेल प्रबंधक ने विशेष जांच समिति गठित कर इन कार्यों की जांच कराने का आश्वासन से लोगों को न्याय मिलने की उम्मीद जगी है। गौरतलब है कि फेफना से इंदिरा जक्शन तक दोहरी लाइन बिछाने के साथ-साथ रसड़ा रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म सहित सर्विस रोड़ मंन्दा ढाला पर रात के अंधेरे में निर्माण काफी तीव्र गति से कराया जा रहा है। किंतु विभागीय अधिकारियों की मिली भगत से संबंधित ठेकेदार द्वारा मानको की भारी अनदेखी के साथ-साथ सर्विस रोड़ निर्माण में  दोयम दर्जे का ईट सहित घटिया सामग्री व मैटेरियल प्रयोग किए जाने से क्षेत्रीय प्रबुद्ध जनों ने ध्यान आकृष्ट कराया शनिवार को ग्रामीणों की शिकायत पर सब समाचार संकलन व फोटो ग्राफी किया है।शाम को अज्ञात लोगों द्वारा 7023510045 से पत्रकार को खबर निकालने पर धमकाया गया।








सोमवार की सुबह 10बजे पूरे मामले को वाराणसी डीआरएम श्री रामाश्रय पाण्डेय जी को मोबाइल पर सम्पर्क किया गया मगर उनका मोबाइल पीआरओ अशोक कुमार ने रिसीव किया और उन्होंने बतलाया कि अगर आपको कोई धमकाया है तो थाने को सूचित करें।लिहाजा संवाददाता ने सोमवार को 12बजे थाना अध्यक्ष रसड़ा को पूरे मामले को अवगत कराया थाना प्रभारी निरीक्षक रसड़ा ने तत्काल उस नम्बर पर फोन कर उक्त व्यक्ति को बुलाया नहीं आने पर कहा कि कहीं रहेंगे ढुंढ निकालेंगे।

हाईकोर्ट की टिप्पणी के बाद पीएम व सीएम का ऐलान कर दिया है कि पत्रकारों से अभद्रता करने वालों पर जुर्माना व तीन साल की जेल है साथ ही पत्रकार को धमकाने वाले 24घंटे के अंदर जेल में भेज दिया जायेगा।साथ ही पत्रकार को धमकाने के आरोप में गिरफ्तार लोगों को आसानी से नहीं मिलेगी जमानत।