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भूपेंद्र चौधरी को मिली भाजपा यूपी की कमान, योगी भूपेंद्र की जोड़ी क्या दोहराएगी 2019 का इतिहास



मधुसूदन सिंह

लखनऊ।। भारतीय जनता पार्टी अभी से 2024 का लक्ष्य साधने की तैयारी शुरू कर दी है। आगामी लोक सभा चुनाव 2024 मे जाट वोटो पर कब्जा करने के लिए आज बीजेपी ने संगठन के कार्य करने मे माहिर जाट नेता भूपेंद्र सिंह (चौधरी ) को उत्तर प्रदेश भाजपा का नया प्रदेश अध्यक्ष बनाया है। भूपेन्द्र चौधरी को उत्तर प्रदेश भाजपा का प्रदेश अध्यक्ष बनाये जाने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, ब्रजेश पाठक व जल शक्ति मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह ने बधाई दी है।

योगी आदित्यनाथ ने अपने बधाई संदेश में कहा कि भूपेन्द्र चौधरी के नेतृत्व में भाजपा सबका साथ सबका विकास सबका विश्वास और सबका प्रयास भाव के साथ प्रदेश में सफलता के नये कीर्तिमान स्थापित करेगी।


उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने भूपेन्द्र चौधरी को बधाई देते हुए ट्वीट किया कि निश्चित ही आपके नेतृत्व में भाजपा प्रदेश में और अधिक मजबूत होकर अन्त्योदय की संकल्पना के साथ निरंतर आगे बढ़ेगी।


जल शक्ति मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह ने कहा कि एक सक्षम नेतृत्व प्रदेश को मिला है। एक अच्छी सरकार और संगठन उनके नेतृत्व में चलेगा। स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर कोई चुनौती हमारे सामने नहीं है।


प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने भूपेंद्र सिंह को भाजपा का प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने पर बधाइयां दी हैं। उन्होंने कहा कि भूपेंद्र सिंह के नेतृत्व तथा दिशा-निर्देशन में आगामी समय में भाजपा के सभी कार्यकर्ता एकजुट होकर उत्कृष्ट कार्य करेंगे। नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष अपने संगठन कौशल तथा नेतृत्व क्षमता से उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी को नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगे।

पश्चिमी यूपी मे सियासी समीकरण साधने की बीजेपी की क़वायत 

 उत्तर प्रदेश बीजेपी की कमान जाट समुदाय से आने वाले भूपेंद्र सिंह चौधरी को सौंप दी गई है. 2024 के लोकसभा चुनाव में पश्चिमी यूपी के सियासी समीकरण को साधने के लिए शीर्ष बीजेपी ने योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री भूपेंद्र सिंह चौधरी को प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया है. चौधरी बीजेपी संगठन के मंजे हुए नेता माने जाते हैं और संघ के पृष्ठभूमि से आए हैं. जमीनी कार्यकर्ता के तौर पर चौधरी ने अपना सियासी सफर शुरू किया और अब बीजेपी प्रदेश संगठन का जिम्मा संभालेंगे. ऐसे में सवाल उठता है कि भूपेंद्र सिंह चौधरी कौन हैं, जो 2024 के चुनाव में पीएम मोदी के यूपी में सेनापति होंगे? 

कौन है भूपेंद्र सिंह चौधरी?

भूपेंद्र सिंह चौधरी पश्चिमी यूपी के मुस्लिम बहुल मुरादाबाद जिले के एक छोटे से गांव महेंद्री सिकंदरपुर से आते हैं. साल 1968 में चौधरी का जन्म हुआ है और उन्होंने शुरुआती शिक्षा स्थानीय स्कूल में हासिल की। पढ़ाई के दौरान वह आरएसएस से जुड़ गए थे और साल 1989 में बीजेपी की सदस्यता ली. मुरादाबाद जिला बीजेपी संगठन में विभिन्न जिम्मेदारी निभाते हुए जिला अध्यक्ष और अब प्रदेश के पद का जिम्मा वह संभालेंगे। 





बीजेपी में शामिल होने के बाद भूपेंद्र सिंह चौधरी 1993 में मुरादाबाद जिला कार्य समिति में सदस्य बनाए गए। इसके बाद 1994 में जिला कार्यकारिणी के कोषाध्यक्ष बने और फिर 1995 में जिला महामंत्री बनाये गये । 1996 से 2000 तक बीजेपी जिलाध्यक्ष रहे। साल 2000 में ओबीसी विभाग के संयोजक बने और 2007 में क्षेत्रीय मंत्री का जिम्मा उनको सौंपा गया। पश्चिमी यूपी के क्षेत्रीय मंत्री के तौर पर रुहेलखंड के इलाके में बीजेपी को मजबूत करने में उन्होंने भूमिका अदा की।

नहीं जीत सके विधायक का चुनाव 

भूपेंद्र सिंह चौधरी पहली बार साल 2009 में विधानसभा का चुनाव लड़े। बीजेपी ने उन्हें पश्चिमी मुरादाबाद सीट से उपचुनाव में उतारा था, लेकिन वह चुनाव नहीं जीत सके। ऐसे में बीजेपी ने उन्हें संगठन के कार्य में लगाए रखा। साल 2010 से लेकर 2018 तक चार बार बीजेपी के क्षेत्रीय अध्यक्ष रहे। उनके नेतृत्व में 2017 के विधानसभा चुनाव में पार्टी ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश में शानदार प्रदर्शन किया।


              बनाये गये विधान परिषद सदस्य 

बीजेपी ने भूपेंद्र सिंह चौधरी के पार्टी के प्रति समपर्ण को देखते हुए साल 2016 में विधान परिषद सदस्य बनाकर यूपी के उच्च सदन में भेजा। 2017 में पश्चिमी यूपी में जाट समुदाय में अहम रोल अदा करने के चलते उनको योगी सरकार के मंत्री मंडल में शामिल किया गया। 2022 में योगी सरकार दोबारा बनी तो उन्हें दोबारा से कैबिनेट मंत्री बनाया गया। इसके बाद 2022 में उन्हें दोबारा विधान परिषद भेजा गया है।

संकट मोचक की भूमिका

बीजेपी के लिए भूपेंद्र सिंह चौधरी संकट मोचक की भूमिका भी अदा करते नजर आए। बीजेपी के जाट नेता के तौर पर उन्हें हरियाणा के चुनाव में जिम्मेदारी दी गई, तो उन्होंने उसे अदा किया। इसके बाद किसान आंदोलन के दौरान जाट की नाराजगी को दूर करने के लिए भी पश्चिमी यूपी में मोर्चा संभाल रखा था। 2022 विधानसभा चुनाव में किसान आंदोलन को लेकर जाट मतदाताओं में नाराजगी होने की आशंका जताई जा रही थी, तब जाटलैंड को साधने में भूपेंद्र चौधरी ने अहम भूमिका निभाई। चुनाव में अधिकांश समय उन्होंने पश्चिमी के जाट बाहुल्य क्षेत्रों में बिताया और अभी हाल ही में रामपुर उपचुनाव की जीत में उनकी अहम भूमिका रही है।