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योगी जी के एक और मंत्री ने लगाया स्थानांतरण में भ्रष्टाचार का आरोप,गृह मंत्री को भेजा त्यागपत्र

 



लखनऊ ।। इस साल हुए स्थानांतरण में घोटाले का बम स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक ने क्या फोड़ा,अब यह सीरियल ब्लास्ट में बदलता जा रहा है । सबसे पहले स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक ने सीएमओ व चिकित्सको के स्थानांतरण में अधिकारियों द्वारा भ्रष्टाचार करने और नियमो के खिलाफ स्थानांतरण की सूची जारी करने का आरोप लगाते हुए स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अमित मोहन को चिट्ठी लिख कर जबाब क्या मांगा, यह संक्रामक रोग की तरह अन्य विभागों में भी दिखने लगा है । श्री पाठक के बाद स्वास्थ्य विभाग के ही राज्य मंत्री ने कर्मचारियों के भी स्थानांतरण में घोर अनियमितता का आरोप लगाते हुए चिट्ठी लिख कर जबाब तलब किया ।

इसके बाद लोक निर्माण विभाग में भी स्थानांतरण में भ्रष्टाचार की शिकायत मिलने लगी । शिकायतों के मिलने के बाद सीएम योगी ने स्वास्थ्य विभाग और लोक निर्माण विभाग में हुए स्थानांतरण की जांच के लिये अलग अलग उच्च स्तरीय कमेटियां बनाकर कर दो दिन में जांच रिपोर्ट तलब की । लोक निर्माण विभाग में तो रिपोर्ट के आधार पर बड़ी कार्यवाही हो गयी है ।लेकिन स्वास्थ्य विभाग में अभी तक कोई भी कार्यवाही नही हुई है ।

अब जल शक्ति राज्य मंत्री दिनेश खटीक ने गृह मंत्री अमित शाह को अपने भेजे त्याग पत्र में जल शक्ति विभाग में स्थानांतरण में हुए बड़े स्तर पर भ्रष्टाचार होने की बात कहकर और दलित होने के कारण उच्चाधिकारियो द्वारा कोई तवज्जो नही देने का गंभीर आरोप लगाया है । श्री खटीक ने साफ  लिखा है उनके द्वारा दिये गये किसी भी आदेश को अधिकारी नही मानते है । ऐसे में बिना अधिकार के मंत्री बने रहने का कोई औचित्य नही है । यह तब हो रहा है जब भाजपा ने एक आदिवासी दलित को अपना राष्ट्रपति उम्मीदवार बनाया है ।





श्री खटीक द्वारा त्यागपत्र देने को लेकर कयास यह लगाया जा रहा है कि ये अपनी उपेक्षा से नाराज थे । माना जा रहा है कि अब तक अपने विभाग में काम का बंटवारा ना होने से खटीक नाराज थे ।  यही कारण है कि मंगलवार को यूपी कैबिनेट की बैठक में भी श्री खटीक शामिल नहीं हुए ।सूत्रों का दावा है कि काम का बंटवारा ना होने से नाराज दिनेश खटीक ने सीएम योगी आदित्यनाथ को चिट्ठी भी लिखी थी ।

दावा है कि मंगलवार को मुख्यमंत्री कार्यालय, दिनेश खटीक से संपर्क करने की कोशिश में था, हालांकि उस वक्त उनका फोन नंबर ऑफ बता रहा था. दिनेश खटीक, राज्य के हस्तिनापुर विधानसभा क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी के विधायक हैं और उत्तर प्रदेश सरकार में जल शक्ति विभाग में राज्य मंत्री भी हैं ।




यह है नाराजगी की वजह

दिनेश खटीक, योगी सरकार के पहले कार्यकाल में भी राज्य मंत्री थे. इस बार उन्हें कैबिनेट मंत्री स्वतंत्र देव सिंह के साथ जलशक्ति विभाग की जिम्मेदारी मिली थी. सूत्रों के मुताबिक दिनेश खटीक इस बात से भी नाराज हैं कि विभाग के अधिकारी उनकी बात नहीं सुन रहे थे. समाचार लिखे जाने तक उनके इस्तीफे की पुष्टि नहीं की गई थी । लेकिन गृह मंत्री को लिखा पत्र सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है ।

थाने में भी श्री खटीक की नही सुनी गई बात

दरअसल, दिनेश खटीक की नाराजगी उस वक्त सामने आई जब सीएम योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में काबीना की बैठक होनी थी. इस बैठक में दिनेश खटीक नहीं आए. दावा यह भी किया जा रहा है कि बीते दिनों विभाग में हुए तबादलों को लेकर भी तनातनी थी जिसमें राज्यमंत्री दिनेश खटीक की बात नहीं मानी गई थी. बीते दिनों एक मामले में दिनेश खटीक एक मामले को लेकर खुद थाने पहुंचे थे. वहां पुलिसकर्मी के साथ उनका कथित तौर पर विवाद हुआ था. मिली जानकारी के अनुसार दिनेश खटीक ने थाने में शिकायत दर्ज कराने की कोशिश की थी लेकिन पुलिस ने दूसरे पक्ष की शिकायत दर्ज कर ली जिससे वह नाराज थे ।