Breaking News

लोगो के साथ तीन पांच करना संदीप को पड़ा महंगा,बाप व भाई के साथ हो गयी हत्या

 



मधुसूदन सिंह

बलिया ।। लोगो के साथ तीन पांच करना सोनवानी उत्तर टोला थाना हल्दी निवासी संदीप सिंह (35 वर्ष) को महंगा पड़ गया और इसकी कीमत उसको अपनी जान के साथ भाई व बाप की भी जान देकर चुकानी पड़ी । सूत्रों से मिली खबर के अनुसार संदीप सिंह जरायम की दुनिया मे अपना हाथ पैर धीरे धीरे पसार रहा था । अवैध शराब की तस्करी हो,गांव के लोगो को पैसे लेकर बैंक से केसीसी कराना हो, लोन कराना हो,का भी धंधा कर रहा था । लोगो को खेत पर पैसे देने का भी काम करता था । कमी इसमें यही थी कि यह सभी को ठगता था । या यूं कहें कि ऐसा कोई बंदा नही, जिसको संदीप ने ठगा नही ।



जानकारी के अनुसार संदीप सिंह का बड़े भाई दिलीप सिंह (42) ने गोरखपुर की एक युवती के साथ लव मैरिज किया था । जिसकी मौत हो चुकी है, ऐसा बताया जा रहा है । यह भी बताया जा रहा है कि संभवतः इसकी पत्नी से मरने से पहले एक लड़का एक लड़की पैदा हुए है, जो अपनी ननिहाल गोरखपुर में है । लेकिन किसी के भी पास दिलीप की ससुराल का कोई पता नही है जिससे उन तक पहुंचा जा सके ।  दिलीप सिंह के सम्बन्ध में लोगो का कहना है कि वह बहुत पहले साधु होकर घर से चला गया है ।

संदीप ने कभी यह नही सोचा होगा कि उसकी चालबाजियां एक दिन उसके कुल के विनाश का कारण बन जायेगी और दोस्त ही मिलकर बीभत्स रूप से हत्या कर देंगे ।बता दे कि भोलू सिंह और संदीप में अच्छी पटती थी । दोनों मिलकर अवैध धंधों का कारोबार करते थे । इस कारोबार से कम दिनों में ही अच्छी कमाई कर ली थी । इसका सबूत संदीप के घर से एक हत्यारे द्वारा चुराया गया ढाई लाख रुपये है,जिसको पुलिस ने बरामद भी कर लिया है । संदीप व विक्रम कुंवारे थे ।

लेनदेन में धोखाधड़ी बनी काल

संदीप सिंह अपने साथी भोलू सिंह को भी जो लगभग डेढ़ साल पहले हत्या के प्रयास के मामले में जेल जा चुका है,से धोखाधड़ी करनी शुरू कर दी । इससे पहले जेल जाते वक्त भोलू ने जिस व्यक्ति को अपनी जमानत लेने के लिये राजी किया था,संदीप ने भोलू के जेल जाने के बाद उसको भी बरगला दिया,जिससे उसने जमानत लेने से इनकार कर दिया था । बाद में भोलू ने दूसरे को अपनी जमानत के लिये तैयार किया, तब बाहर आ सका ।

भोलू इस कांड से पहले से ही खार खाये हुए था । जब संदीप की धोखा करने की हरकतें बढ़ने लगी तो गुस्से में आकर इसको रास्ते से ही हटाने की अपने 3 साथियो के साथ मिलकर बना डाली ।

प्रवीण सिंह उर्फ भोलू पुत्र सत्यनारायण सिंह निवासी सोनवानी थाना हल्दी जनपद बलिया ने मानवेन्द्र प्रताप सिंह उर्फ छोटू पुत्र टुनटुन सिंह निवासी सोनवानी थाना हल्दी जनपद बलिया ,अमन सिंह उर्फ सोनू पुत्र अनिल सिंह निवासी निवासी सोनवानी थाना हल्दी जनपद बलिया और संजीत सिंह पुत्र मोतीचंद सिंह निवासी सोनवानी थाना हल्दी जनपद बलिया के साथ मिलकर 30 मई की रात में संदीप सिंह को घर से बुलाकर बातों में उलझाते हुए कुंए के पास ले जाकर चाकू से गोंद कर हत्या कर दी और लाश को कुंए में फेंक दिया ।





 

भाई ने लिया था देख संदीप को साथ ले जाते हुए
पुलिस की पूंछताछ में भोलू सिंह ने बताया कि संदीप को घर से बुलाकर ले जाते हुए इसके छोटे भाई आनंद विक्रम ने देख लिया था । इस लिये हम लोगो ने संदीप की हत्या करने और लाश को ठिकाने लगाने के बाद आनंद विक्रम की भी हत्या की योजना बनाई और बातों में उलझाकर विक्रम को भी कुंए पर लाकर हत्या कर दी और शव को कुएं में फेंक दिया ।

कोई मुकदमा न लड़े इस लिये पिता की भी कर दी हत्या
देखने मे अभी अभी जवान दिखने वाले इन चारों हत्यारो के दिमाग मे शैतानियत कितनी भरी है,इसको जानने के बाद पुलिस के अधिकारी भी हैरत में पड़ गये । जब पूंछताछ में इन से पूंछा गया कि चलो विक्रम की हत्या इस लिये कर दिये कि उसने देख लिया था । लेकिन इन दोनों के पिता उमाशंकर सिंह तो नही देखे थे,इस बुजुर्ग को क्यो मार डाले । तब इन लोगो ने पक्के शातिर अपराधी की तरह जबाब दिया कि बुजुर्ग को इस लिये मारा कि कोई मुकदमा लड़ने वाला बच्चे ही नही । कहा कि अगर बूढ़ा जिंदा रहता तो मुकदमा जरूर लड़ता ।
पुलिस ने किया सराहनीय कार्य,8 घण्टे में की गिरफ्तारी,किया राजफाश
इस मामले में बलिया पुलिस की कार्यशैली लाजवाब रही । पुलिस अधीक्षक द्वारा बनाई गई 5 टीमो ने त्वरित गति से साक्ष्यों को एकत्रित करते हुए घटना को कारित करने वाले सभी चार अभियुक्तों को आलाकत्ल और हत्या के बाद मृतकों के घर के बैग से निकाले गये ढाई लाख रुपये की बरामदगी,के साथ गिरफ्तारी की जितनी भी तारीफ की जाय कम है । बलिया एक्सप्रेस का मानना है कि इस कांड का खुलासा करने वाली टीम को निश्चित ही पुरस्कृत किया जाना चाहिये ।