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सीएम योगी ने गर्भ गृह निर्माण के लिये पहला पत्थर रख कर रखी आधारशीला,श्रीराम लला के भव्य मंदिर निर्माण का मार्ग हुआ प्रशस्त


 



मधुसूदन सिंह

अयोध्या/बलिया ।। मंगलवार का दिन अयोध्या में भव्य श्रीराम मंदिर निर्माण के लिये ऐतिहासिक दिन बन गया, जब सीएम योगी ने पूरे वैदिक विधि विधान के साथ पत्थर की पूजा अर्चना के बाद गर्भ गृह निर्माण की आधारशीला रखी ।



उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को श्रीराम मंदिर के गर्भगृह की आधारशिला रखी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने  पहले नक्काशीदार पत्थर की विधि विधान से पूजा अर्चना  करके मंदिर के गर्भगृह की आधारशिला रखी। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में देशभर के प्रमुख संतों धार्मिक हस्तियों को आमंत्रित किया गया था। कुल 9 पत्थरो की पूजा अर्चना की गई ।





आधारशिला रखने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मेरा सौभाग्य है कि मुझे राम मंदिर के गर्भगृह की आधारशिला रखने का सौभाग्य मिला है। जल्द ही भव्य श्रीराम मंदिर बनकर तैयार हो जाएगा। उन्होंने कहा कि यह श्रीराम मंदिर भारत का राष्ट्र मंदिर होगा।






सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 2 साल पहले रामलला के मंदिर का निर्माण का शिलान्यास पीएम नरेंद्र मोदी जी ने किया था। सीएम योगी ने कहा कि करीब 500 वर्षों की कठिन साधना, सिद्धि की तरफ बढ़ती और साकार मूर्त रूप लेती दिख रही है। उन्होंने कहा कि जिन विदेशी आक्रांताओं ने हमारी आस्था पर प्रहार किया, कुत्सित मंशा के साथ देश की आस्था पर हमला बोला था, आखिरकार भारत की विजय हुई।

 सीएम योगी ने कहा कि सत्यमेव जयते के इस नारे ने एक बार फिर से खुद को साकार किया है। सीएम योगी ने स्व अशोक सिंघल को याद करते हुए कहा कि उनके सपने और आरएसएस एवं उनसे जुड़े संगठनों,साधु संतों और गोरक्षनाथ पीठ के तीन गुरुओं का संघर्ष आज साकार रूप लेता दिखाई दे रहा है। सही अर्थों में आज का दिन हम सबको अभिभूत करता है।


दिसंबर 2023 तक पूरा होगा गर्भगृह का काम,2024 में गर्भ गृह में विराजेंगे राम लला


मुख्य श्रीराम मंदिर के गर्भ गृह निर्माण की आधारशिला के कार्यक्रम में सीएम योगी, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या, श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास के अध्यक्ष नृत्य गोपाल दास, महामंत्री चंपत राय समेत तकरीबन 250 साधु संत और राजनैतिक हस्तियां मौजूद रही । बताया जा रहा है कि गर्भगृह की आधारशिला के रखने के बाद दिसंबर 2023 तक गर्भगृह का काम पूरा कर लिया जाएगा. जिसके बाद साल 2024 की मकर संक्रांति के दिन श्रीराम लला को मंदिर में स्थापित कर दिया जाएगा ।


पत्थरों पर हो रहा नाहर शैली का इस्तेमाल


बता दें कि राम मंदिर के पक्ष में 9 नवंबर 2019 को कोर्ट द्वारा  फैसला आया था, जिसके बाद 5 अगस्त 2020 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राम मंदिर निर्माण की आधारशिला रखी थी । जिसके बाद राम मंदिर निर्माण का काम तेजी से चल रहा है । फिलहाल राम मंदिर निर्माण के लिए जिन गुलाबी पत्थरों का इस्तेमाल किया जा रहा है, यह राजस्थान के भरतपुर के बंसी पहाड़ से निकाले जा रहे हैं । जिन पर नाहर शैली में कलाकृति बनाने का काम किया जा रहा है ।