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यूपीएससी 2021 में यूपी की बालिकाओं का जलवा, बिजनौर की 3 बालिकाओं ने पायी एक साथ सफलता,बिजनौर की श्रुति बनी टॉपर



ए कुमार

नईदिल्ली ।। संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) की 2021 की सिविल सेवा परीक्षा में उत्तर प्रदेश की श्रुति शर्मा ने टाप कर प्रदेश का नाम गर्व से ऊंचा कर दिया है। सिविल सेवा परीक्षा 2021 का परिणाम सोमवार को घोषित किया गया। इस परिणाम में पहले तीन स्थान पर  लड़कियां हैं। इस बार कुल 685 अभ्यर्थियों ने परीक्षा पास की है।

संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) की ओर से आयोजित सिविल सेवा परीक्षा 2021 के अंतिम नतीजों की घोषणा सोमवार को हो गई है। इस परीक्षा में उत्तर प्रदेश के बिजनौर की श्रुति शर्मा ने पहला स्थान स्थान प्राप्त किया है। श्रुति ने दिल्ली में अपनी पढ़ाई पूरी की है। वह इतिहास की छात्रा हैं। श्रुति दो वर्ष से जामिया में आरसीए से कोचिंग कर रहीं थी। श्रुति शर्मा (रोल नंबर 0803237) ने कहा कि उन्हें इस बार सिविल सेवा परीक्षा में सफलता मिलने का विश्वास था, लेकिन चयनित घोषित उम्मीदवारों में पहला स्थान मिलना उनके लिए आश्चर्य की बात है। श्रुति शर्मा का सपना आएएस बनने का रहा है। वह भारतीय प्रशासनिक सेवा में जाना चाहती थी। 





बता दे कि सिविल सेवा परीक्षा 2021 में पहला स्थान प्राप्त करने वाली श्रुति शर्मा ने दिल्ली विश्वविद्यालय के सेंट स्टीफेंस कॉलेज और जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय से पढ़ाई की है। इसके बाद, श्रुति शर्मा ने जामिया मिल्लिया इस्लामिया रेजीडेंशियल कोचिंग एकेडमी से सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी की और इस परीक्षा में सर्वोच्च स्थान हासिल किया । बिजनौर की तीन बेटियो ने देश और ज़िले का नाम रोशन किया है ।इस परीक्षा में श्रुति शर्मा को पहली रैंक,स्मृति भारद्वाज को 178वी रैंक और शुमैला चौधरी को 368 वी रैंक मिली है ।


बलिया के  एक साथ 4 ने लहराया परचम

 बलिया के चार नौजवानों ने यूपीएससी में अपना परचम लहराया है। UPSC -2021 की परीक्षा में बलिया के  शुभम शुक्ला ने 43 वी रैंक , सृष्टि सिंह ने 183 वी रैंक और किशल्य सिंह सिसोदिया ने 338 वा स्थान तथा पीयूष कुमार राय ने 448 वीं रैंक प्राप्त कर जिले का मान बढ़ाया है। 



UPSC -2021 की परीक्षा में बलिया के 4 चार होनहार बच्चों ने जनपद बलिया के गौरव को बढ़ाने का काम किया। बलिया के ग्राम- पाण्डेयपुर,जनाड़ी निवासी पूर्व मंत्री आंनद स्वरूप शुक्ला के भतीजे शुभम शुक्ला ने 43वीं रैंक प्राप्त किया। 

 वही शिवपुर दियर नई बस्ती के प्रमोद सिंह की सुपुत्री सृष्टि सिंह ने 180वीं रैंक,हजौली के सतेंद्र सिंह के सुपुत्र किशल्य सिंह सिसोदिया ने 383वीं रैंक  एवं ग्राम - सोहांव के पीयूष कुमार राय पुत्र श्री ओमप्रकाश राय ने 448वीं रैंक प्राप्त करके  जनपद बलिया के मान एवं गौरव को बढ़ाने का काम किया है।

सुलतानपुर की अरीबा नोमान की 109वीं रैंक 

सुल्तानपुर की बेटी अरीबा नोमान का सिविल सर्विसेज में 109वीं रैंक के साथ चयन हुआ।इनके पिता नोमान अहमद नेशनल इंश्योरेंस कंपनी में प्रशासनिक अधिकारी हैं । जबकि माता रुखसाना निकहत गृहणी हैं। बहन तूबा नोमान लखनऊ में शिक्षा प्राप्त कर रही हैं।

सूच्य हो कि हनीफ नगर पियारे पट्टी रोड सुल्तानपुर निवासी अरीबा नोमान की शिक्षा शहर के स्टेला मारिस कान्वेंट में हाई स्कूल तक हुई । इसके बाद इंटरमीडिएट इंडियन पब्लिक स्कूल नई दिल्ली तथा बीटेक दिल्ली यूनिवर्सिटी से किया। अरीबा नोमान ने बताया कि प्रशासनिक क्षेत्र में जाने की प्रेरणा उन्हें इनके मामा गुफरान अहमद सैफी से मिली जो कि जिले के प्रसिद्ध समाजसेवी और समाजवादी पार्टी के विधानसभा क्षेत्र अध्यक्ष भी हैं।

 उत्तम भारद्वाज का आइएएस में चयन, 121वीं रैंक 

 मुरादाबाद के मझोला की बिजली घर कालोनी निवासी उत्तम भारद्वाज का आइएएस के लिए चयन हुआ है। बिजली विभाग में अधिशासी अभियंता (ट्रांसमीशन) नवीन कुमार शर्मा के पुत्र उत्तम भारद्वाज की 121 रैंक(सामान्य) आई है। उन्हें यह सफलता दूसरी बार में मिली है। इससे पहले 2019 में भी सिविल सर्विसेज की परीक्षा दे चुके हैं।

उत्‍तम इससे पहले 2019 में भी सिविल सर्विसेज की परीक्षा दे चुके हैं। पहली बार 2019 में एप्टिट्यूड टेस्ट में .14 अंक कम रहने के कारण सफलता नहीं मिली थी। लेकिन उन्होंने अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए पढ़ाई जारी रखी और 2021 में परीक्षा देकर सफलता पाई है। उत्तम भारद्वाज का 12वीं कक्षा पास करने के बाद नेवी में 2015 में फाइटर पायलट के लिए चयन हो गया था।लेकिन  नेवी की एक आंतरिक परीक्षा में सफलता नहीं मिली थी। जिससे उन्हें फाइटर पायलट की बजाय दूसरी पोस्ट पर तैनाती मिलनी थी लेकिन, संतुष्टि नहीं होने पर इस पोस्ट को छोड़ दिया। उन्होंने फिर आइएएस की तैयारी का लक्ष्य निर्धारित करके पहले दिल्ली विश्वविद्यालय से बीए की पढ़ाई की। इसके साथ वह दिल्ली में आइएएस की तैयारी करते रहे। उत्तम भारद्वाज मूल रूप से जिला बुलंदशहर के देवीपुरी-प्रथम आनंदपुरी के निवासी हैं। पिता की तैनाती मुरादाबाद के बिजली विभाग में अधिशासी अभियंता के पद पर होने के कारण बिजली घर की कालोनी मझोला में रहते हैं।

 180वीं रैंक लाकर सृष्टि ने जनपद बलिया का बढ़ाया मान

 संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) में 180वीं रैंक लाकर शिवपुर दियर नई बस्ती निवासी सृष्टि ने जनपद का मान बढ़ाया है। सृष्टि की प्रारंभिक से लेकर 12वीं तक कि शिक्षा सेंट्रल स्कूल बरेली से हुई। इसके बाद स्नातक करने चेन्नई चली गई और वहां एसआरएम यूनिवर्सिटी से 2013 में स्नातक किया और बीएससी की गोल्ड मेडलिस्ट रही। 






उसके बाद दिल्ली में रहकर तैयारी में लग गयी। यूपीएससी परीक्षा में पांच बार असफल होने बाद भी अपना प्रयास जारी रखा और अंततः छठवें प्रयास में सफलता हासिल कर ही ली। सृष्टि के पिता प्रमोद सिंह बरेली में रेलवे में, जबकि चाचा मनोज सिंह सेवायोजन कार्यालय बलिया में कार्यरत हैं। सफलता हासिल करने के बाद सृष्टि के घर-परिवार और गांव के लोग गौरवान्वित हैं।

 आनन्द कुमार सिंह को 206 रैंक 

 बहराइच के सिंहपुर के रहने वाले आनन्द कुमार सिंह को 206 रैंक मिली है। उन्होंने 2012 में लखनऊ के नेशनल इंटर कॉलेज से 72 प्रतिशत अंकों के साथ इंटर किया था। उसके बाद बीएचयू से बीए ऑनर्स किया।

2019 में पीसीएस में 53 रैंक, 2020 में यूपीएससी में 533वीं रैंक मिली थी। असिस्टेंट कमिश्नर आयकर पद पर चयनित होने के बाद आईएएस की तैयारी कर रहे थे। अब 206 रैंक पर चयन हुआ है।

कासगंज के अंकित ने पाया मुकाम 

 अंकित सिंह ने संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा में सफलता हासिल की है। सिविल सेवा का परिणाम आया। जिसमें अंकित सिंह को 594 वीं रैंक मिली है। अंकित शहर के मोहल्ला जय-जय राम के निवासी हैं। उनके पिता स्वास्थ्य विभाग से सेवानिवृत्त हैं। मां बेसिक शिक्षा विभाग में शिक्षिका हैं। उनका भाई पिछले साल ही उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की परीक्षा उत्तीर्ण कर इनकम टैक्स में असिस्टेंट कमिश्नर के पद पर तैनात हुआ है। इससे पहले अंकित एक बार संघ लोक सेवा आयोग और एक बार उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग में सफलता हासिल कर चुके हैं।