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रिटायर्ड सीओ के पुत्र के विरुद्ध दर्ज हुआ दुष्कर्म का मामला : शादी और परिवार में शामिल करने का झांसा देकर बनाता रहा संबंध

 




 पुलिस ने गंभीर धाराओ में दर्ज किया मुकदमा, विवेचना शुरु

ए कुमार

बांदा ।। समझौता था या फिर फरेब...लगातर एक महिला के साथ यौनाचार्य जैसे जघन्य कृत्य को अंजाम देने वाले फरेबी पति व उसके परिवार ने महिला के द्वारा बच्चा जनने के बाद उसको बेसहारा करके छोड़ दिया। पीड़ित ने अपनी आत्मबीती  पुलिस को सुनाई तो पुलिस ने मामले की गंभीरता को भांपते हुये संगीन धाराओं में आरोपियों के विरुद्ध मामला पंजीकृत कर जांच कार्यवाही शुरू कर दिया है। पीड़ित महिला ने जो बच्चा जना है वह उसको लेकर डीएनए तक कराने को तैयार है।

पीड़िता ने पुलिस अधीक्षक को दिये गये शिकायती पत्र में कहा है कि उसको बसंत बिहार कालोनी निवासी रत्नेश यादव पुत्र सुलखान सिंह ने अपने घर बुलाया और कहा कि मेरा एक ‘एड’ ले लो। मैं उसके घर गई और उसने मुझे काफी पिलाई जिसको पीने के बाद मै बेहोश हो गयी, उसके बाद जब होश में आई तो मेरे वस्त्र गायब थे और मेरे साथ दुष्कर्म हो गया था, तो मैंने एफआईआर करने की धमकी दी लेकिन उसको बाद भी आरोपी ने कमरे में बंद करके दुष्कर्म किया और जान से मारने की धमकी दी। तभी रत्नेश की मां सुमन और पिता सुलखान सिंह यादव और बड़ा भाई रवि यादव आ गये और कमरे का दरवाजा खोला तो मै चिल्लाई तो रत्नेश घर छोड़कर भाग गया।





 तभी सुलखान सिंह ने कहा कि मेरा भाई मलखान सिंह डीआईजी और मैं सीओ रहा हूं । हमारा कुछ नहीं होगा लड़का जवान है गलती हो गयी। पीड़ित को बुरी तरह से डराया धमकाया तो वह सहम गयी और घर चली गयी। एक माह बाद पीड़िता को पता चला कि वह मां बनने वाली है तो वह रत्नेश के घर गयी और उसकी मां को बताया । उसकी मां ने कहा कि परेशान न हो हम तुम्हे अपने घर की बहू बना लेंगे। पीड़िता ने कहा कि करीब 2 महीने बाद रत्नेश मेरे घर आने जाने लगा और शादी की बात कहकर संबंध बनाता रहा। 14 अप्रैल 2021 को अपनी मां के साथ पहाड़ पर स्थित मंदिर में ले गया। जहां पर हवन कुण्ड की आग को साक्षी मानकर एक दूसरे को वरमाला पहनाकर हवन कुण्ड के सात फेरे लेकर वहां पर मौजूद एक पंडित द्वारा मंत्रोच्चारण करते हुये सप्तसती के सात फेरे दिलाकर विवाह सम्पन्न कराया और कहा गया कि बड़े लड़के की शादी होने के बाद तुम्हे घर ले जायेंगे।

 2 नवम्बर को पीड़िता ने पुत्र को जन्म दिया। पीड़िता ने अपने सास ससुर जेठ व पति द्वारा किराये के कमरे में ही छठी कार्यक्रम सम्पन्न कराया गया एवं दूसरे दिन सोवर निकालकर रश्में पूरी की गयी किन्तु 21 नवम्बर को समय 5 बजे जब सास ने अपने मोबाइल फोन से कहा कि अपने लड़के को मेरी जान पहचान की एक महिला को दे दो और हमसे पांच लाख ले लो और कभी फोन मत करना। 23 नवम्बर को जेठ ने फोन करके गाली गलौच दी जिसकी रिकार्डिंग भी मौजूद है।

 पीड़िता ने कहा है कि यह बच्चा रत्नेश यादव का है पुलिस चाहे तो मेरे पुत्र का डीएनए डेस्ट भी करा सकती है। पीड़िता को आरोपी जनों के द्वारा लगातार जान माल की धमकी दी जा रही है। पुलिस ने पीड़ित महिला की तहरीर पर मुकदमा अपराध संख्या 38/2021 धारा 328,342,376,504,506 आईपीसी का दर्ज किया और मामले की विवेचना रश्मि देवी कर रही है। पीड़िता ने मांग की है कि आरोपियों से उसकी रक्षा की जाये और न्याय दिलाया जाये।