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गृहस्थ सीएम रोके,साधु सीएम बेचे दारू : रामइकबाल सिंह

 


गरीबी का आकंड़ा गलत, क्यो देनी पड़ रही है 85 प्रतिशत को मुफ्त खाद्यान्न

बलिया ।। भारतीय जनता पार्टी उत्तर प्रदेश कोर कमेटी के सदस्य पूर्व विधायक रामइकबाल सिंह ने मंगलवार को पीएम मोदी द्वारा 85 प्रतिशत लोगो को खाद्यान्न देने की योजना को ही कठघरे में खड़ा करके अपनी ही सरकार के खिलाफ विपक्ष को बड़ा हथियार दे दिया है । फायर ब्रांड रामइकबाल सिंह यही नही रुके,इन्होंने सीएम योगी की भी जमकर खिंचाई करने से नही चुके । बिहार के सीएम नीतीश कुमार का उदाहरण देते हुए कहा कि बिहार में एक गृहस्थ सीएम 15 सालों से शराब बंदी कर रखी है और यूपी में साधु सीएम दारू बेच रहा है । कहा कि बिना शराब बिक्री के 15 सालो से बिहार की अर्थव्यवस्था चल रही है और अब सोलहवें साल में प्रवेश कर गयी है । यूपी से सड़के अच्छी है, बिजली की आपूर्ति अच्छी है, यहां तक अब पढ़ाई अच्छी होने के कारण यूपी के लड़के कोचिंग करने पटना जा रहे है ।



कहा कि मोदी योगी के खिलाफ बोलता हूं। ये साधु होकर शराब बेचता है और नीतीश गृहस्थ होकर दारू बिहार में बन्द किया है । अर्थ व्यवस्था कैसे चला रहा है। 15 साल हो गए 16वां चल रहा है। बिहार की सड़कें यूपी से बहुत अच्छी है, बिहार में बिजली की दशा यूपी से अच्छी है। पढ़ाई करने वाले लड़कों से पूछता तो कहते है पटना कोचिंग कर रहा हूं। उक्त बातें भाजपा के पूर्व विधायक व उत्तर प्रदेश के कोर कमेटी के सदस्य राम इकबाल सिंह ने अपने पिता की पुण्यतिथि पर अपने गॉव मुडेरा में लोगों को संबोधित करते हुए कही। 






 आगे कहा कि दुर्भाग्य है आजादी का 75 साल पूरा हो गया और मुट्ठी भर आदमी धनी हुआ। 11 प्रतिशत लोग धनी हुए 89 प्रतिशत लोग बिलबिला गए है। यही कारण है कि 85 प्रतिशत लोगों को प्रधानमंत्री  द्वारा मुफ्त में खाद्यान्न देना पड़ रहा है। जब आंकड़ा कहता है 21 प्रतिशत लोग गरीब है तो 85 फीसदी को महीने में खाद्यान मुफ्त क्यों दिया जा रहा है ? या तो आंकड़ा गलत है  या गरीब ज्यादे है।

   पूर्व विधायक ने कहा कि मैं वो भाजपाई नहीं जो तेजाब को अमृत कह दे।  तेजाब को अमृत  वो कहे जो सत्ता का दुरुपयोग करता हो। योगी की जगह मुझे मुख्यमंत्री बना दीजिए तो फिर देखिए योगी नाराज होकर साधु बन जाते है कि नहीं।