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एक सड़क :बनवाने के दावेदार कई, क्या है सच्चाई ?



मधुसूदन सिंह

बलिया ।। भारतीय राष्ट्रीय पत्रकार महासंघ के जिला संरक्षक अशोक सिंह व प्रांतीय मुख्य महासचिव मधुसूदन सिंह की शीश महल से एससी कालेज तक की गड्ढा में तब्दील एनएच 31 सड़क को 5 नवम्बर को जन सहयोग व महासंघ के सहयोग से बनवाने की घोषणा ने कुम्भकर्णी निद्रा में सोये, लोगो को गिर कर घायल होने के लिये असहाय छोड़ने वाले,चाहे जिला प्रशासन हो या स्थानीय विधायक/मंत्री जी हो,सांसद जी हो,नगर पालिका हो, सबकी निद्रा एकाएक टूट जाती है और सभी लोग इस सड़क के लगभग 100 मीटर के गड्ढो को अपने अपने खर्चो से बनवाने का समाचार माध्यमो से ऐलान कर देते है । स्थानीय लोगो की माने तो कार्य का श्रेय लेने की होड़ में यह सेल्फी पॉइंट बन गया है । लोगो का यह भी कहना था कि जब यह सड़क 6 माह से तालाब बन गयी थी,तब ये लोग सेल्फी लेने क्यो नही आये ? जी,हां, यह जनता जनार्दन है सब जानती है,कौन अपना है कौन पराया है यह बखूबी पहचानती है और कौन झूठ बोल रहा है यह भी जानती है ।













एक अनार सौ बीमार की कहावत चरितार्थ

एनएच 31 के इस 100 मीटर के खंड का मरम्मत कराने वालों की लाइन लग गयी है । या यूं कहें कि एक अनार सौ बीमार की कहानी चरितार्थ हो रही है । 2 नवम्बर तक कोई भी संस्थान हो, राजनेता हो, इस सड़क की सुधि भी लेने को तैयार नही था । जब 2 नवम्बर को भारतीय राष्ट्रीय पत्रकार महासंघ के जिला संरक्षक अशोक कुमार सिंह व प्रांतीय मुख्य महासचिव मधुसूदन सिंह ने 5 नवम्बर गोवर्धन पूजा के दिन इस सड़क के गड्ढो में जनसहयोग से टुकड़ा डालकर कुटाई कर चलने लायक बनाने की घोषणा की तो सभी लोगो की तंद्रा एकाएक टूट जाती है । 3 नवम्बर की सुबह ही ट्रक और ट्रैक्टर ट्रॉली से गिट्टी गिरने लगती है ।

भारतीय राष्ट्रीय पत्रकार महासंघ ने जो चाहा वो तो होने लगा लेकिन यह देखकर आश्चर्य हुआ कि इसका श्रेय लेने की होड़ लग गयी । सोशल मीडिया पर सब अपना अपना योगदान बताने लगे । जब जिला संरक्षक अशोक सिंह ने सच्चाई जानने के लिये एनएचआई के प्रोजेक्ट मैनेजर पीके श्रीवास्तव से बात की और पूंछा कि यह मरम्मत कार्य किसके द्वारा कराया जा रहा है तो उन्होंने साफ लफ्जो में कहा कि यह कार्ये एनएचआई के द्वारा कराया जा रहा है ।

 इसके बाद सवाल यह उठ रहा है कि सच किसके दावें को माना जाय । मंत्री जी व सांसद जी अपने निजी/निधि के 7 लाख रुपये से बनवा रहे है ,या नगर पालिका चेयरमैन और अधिशासी अधिकारी नगर पालिका के मद से बनवा रहे है या ये सभी लोग निजी पैसे से बनवा रहे है ?






मात्र 100 मीटर की मरम्मत में कितने का खर्च

इस राजमार्ग पर बने गड्ढो को भरने के लिये मात्र लगभग 100 मीटर सड़क पर गिट्टी डाली गई है । स्थलीय मुआयना करने के बाद पढ़े लिखे इंजीनियर को छोड़िये एक अनपढ़ व्यक्ति भी गणना कर लेगा कि इसमें कितना खर्च लगा है । अब इसमें 7 लाख की धनराशि मंत्री जी व सांसद जी की लग गयी, नगर पालिका भी इससे कम क्या खर्च करेगी और जिसकी सड़क है वो एनएचआई भी तो खर्च कर ही रही है ,ऐसे में इन गड्ढो को भरने में वास्तविक खर्च कितना हुआ है या होगा, यह चर्चा का विषय बन गया है ।

इस सड़क का हो चुका है 146 करोड़ का टेंडर

गाजीपुर से हाजीपुर तक जाने वाली लगभग 113 किमी लंबी राजमार्ग 31 के मरम्मत और नव निर्माण के लिये 146 करोड़ का टेंडर पहले ही हो चुका है । भरौली से लेकर मांझी तक यह सड़क बलिया में पड़ती है । विगत 5 वर्षों से इस सड़क को एनएचआई द्वारा लावारिस छोड़ देने के कारण बलिया की सीमा में इसको राजमार्ग कहने में भी लोगो को शर्म आती है । मांझी और बैरिया के बीच तो इसकी हालत सबसे खराब थी । जिसके लिये स्थानीय युवाओं द्वारा कई बार जनांदोलन किया गया । खैर सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त के प्रयास से यह खण्ड तो ठीक हो गया लेकिन शहर का दिल कहे जाने वाला शीश महल से एससी कालेज की सड़क के लिये सिर्फ जुबानी प्रयास हुए ,कार्यरूप में 3 नवम्बर को लगभग 4 ट्रक गिट्टी गिरने का ही हुआ ।

ठेकेदार को इस सड़क को बनाने के लिये दिसंबर 2021 तक का कार्यादेश मिला हुआ है । ऐसे में ठेकेदार को ब्लैक लिस्ट करने, टेंडर निरस्त करने की खबरों से जनमानस एक बार फिर से निराश हो गया है कि जिस सड़क को दिसंबर तक बनने की आश उनके दिलों में हो गयी थी, अब कैसे बनेगी, अब फिर से कम से कम 6 माह का इंतजार करना पड़ेगा ।

हम तो आईना है बस देखने वाले का वास्तविक चेहरा दिखाते है

भारतीय राष्ट्रीय पत्रकार महासंघ उत्तर प्रदेश के मुख्य महासचिव मधुसूदन सिंह ने कहा है कि पत्रकार तो एक आईना होता है । वह वही खबरे बनाता है जो उसको दिखाई देती है । पत्रकारों का काम सड़क बनाना नही है । हम लोगो ने तो जन सरोकार की समस्याओं से मुंह मोड़ कर कुम्भकर्णी निद्रा में सोये जिला प्रशासन,राजनेताओ को जगाने के लिये मुहिम छेड़ी थी,जिसमे हम लोगो को सफलता भी मिल गयी । हम लोग कुम्भकर्णी निद्रा से जाग चुके सभी संबंधितों को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए अनुरोध करते है कि जनता की भावनाओ के साथ भविष्य में छल मत कीजियेगा । क्योकि यह वही धरती है जहां के ऋषि भृगु ने ऐसे ही संसार की समस्याओं से विमुख होकर चिर निद्रा में सोये हुए भगवान विष्णु को चरण प्रहार से संसार की भलाई के लिये जगाने का काम किये थे । यह तपस्थली है, यहां झूठ फरेब ज्यादे दिन नही चल पाता है । वैसे भी प्रदेश में एक योगी संत की सरकार है और संत की निगाह से सच्चाई छुप नही सकती है ।

अशोक कुमार सिंह ,जिला संरक्षक भारतीय राष्ट्रीय पत्रकार महासंघ