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स्वास्थ्य विभाग की मनमानी पर डीएम के तेवर तल्ख,मनमर्जी छुट्टी पर रहने वाले चिकित्सको को नोटिस जारी करने के निर्देश,वैक्सीनशन में दोनों मंत्रियों और नेता प्रतिपक्ष के कई गांव फिसड्डी



स्वास्थ्य अधिकारी  ईमानदारी से करें अपना काम

बलिया। जिलाधिकारी अदिति सिंह ने बुधवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक की। स्वास्थ्य विभाग की योजनाओं की समीक्षा के दौरान अधिकांश योजनाओं में खराब स्थिति मिलने पर सीएमओ तन्वय तक्कड़ व कई प्रभारी चिकित्साधिकारियों को कड़ी फटकार लगाई। बैठक में अनुपस्थित रहे सभी अधिकारियों-कर्मचारियों को जो मनमानी से छुट्टी चले गए हैं उनको नोटिस जारी करने का आदेश दिया। साथ ही स्वास्थ्य विभाग के जो अधिकारी-कर्मचारी अच्छा कार्य कर रहे है उनका सहयोग करने का आदेश सीएमओ को दिया।

एमओआईसी के स्थानांतरण के संबंध में संबंधित अधिकारियों से जानकारी मांगी और जिन जगहों पर उनका  हस्तांतरण बिना वजह कर दिया गया है उन्हें वापस बुलाने के लिए सीएमओ को आदेश दिया। जिन एमओआईसी का कार्य ठीक नहीं है उनके खिलाफ प्रशासनिक कार्यवाही करने का आदेश दिया।उन्होंने कहा कि जनता की स्वास्थ्य समस्याओं को गंभीरता से लिया जाए ।उन्होंने कहा कि जिले को अपनी मर्जी से ना चलाएं।अपना कार्य पूरी ईमानदारी से करें और बेवजह के अहंकार से बचे।डीपीसीएम नरही के बैठक में उपस्थित न रहने पर उन्हें तत्काल बैठक में आने के लिए आदेश दिया।





कोविड टीकाकरण के लिए उन्होंने गांवो को चिन्हित करने के लिए कहा जिससे कि वैक्सीनेशन अच्छे से हो सके ।समीक्षा बैठक के दौरान उन्होंने पाया की बांसडीह, नरही, रेवती और दूबहर की स्थिति वैक्सीनेशन में सबसे खराब है।उन्होंने कहा कि जिन गांव में वैक्सीनेशन ठीक से नहीं हुआ है उनकी सूची बना ली जाए और यह चिन्हित कर लिया जाए कि कितने लोगों को वैक्सीन का पहला डोज और कितने लोग को वैक्सीन का दूसरा डोज लग चुका है।

'दस्तक अभियान' में बलिया का स्थान औसत से भी नीचे है। इस संबंध में उन्होंने सीएमओ को आदेश दिया कि यह अभियान अच्छे से चलाया जाए । अस्पतालों में गठित कोल्डचैन के संबंध में भी जिलाधिकारी ने शिकायत पाई।वेस्ट मैनेजमेंट को ठीक कराने को कहा। उन्होंने कहा कि अगर संबंधित एजेंसी ठीक से काम नहीं कर रही है तो उसे हटा दिया जाए।
जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों से आशाओं और एएनएम का भुगतान बेवजह न रोकने को कहा । उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य अधिकारी आशाओं और एएनएम के साथ अच्छा व्यवहार करें ।उन्होंने कहा कि वेयरहाउस में दवाओं की किसी भी प्रकार से कमी ना होने पाए। आशाओं को ठीक से ट्रेनिंग देने को कहा और कहा कि आशाओं और एएनएम को पर्याप्त उपकरण दिए जाए जिससे कि वह घर घर जाकर लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण कर सके। इस बैठक में जिलाधिकारी के अतिरिक्त मुख्य विकास अधिकारी प्रवीण वर्मा और मुख्य चिकित्सा अधिकारी तन्मय कक्कड़ के अतिरिक्त स्वास्थ्य विभाग के अन्य अधिकारी उपस्थित थे।



ईंट-भट्ठा संचालक जमा कर दें पुराना बकाया संग विनियमन शुल्क

बलिया: अपर जिलाधिकारी राजेश कुमार ने बताया कि शासन की ओर से ईंट भट्ठा सत्र 2021-22 (अक्टूबर 2021 से प्रारम्भ) का विनियमन शुल्क जमा कराये जाने के निर्देश दिये गये हैं। इसके अन्तर्गत जनपदों में विभिन्न श्रेणी के संचालित साधारण ईट-भट्ठे तथा जिग-जैग ईट-भट्ठे शामिल हैं।

एडीएम ने समस्त समस्त ईट भट्ठा संचालकों से कहा है कि वह अपने सभी पुराना बकाया सहित वर्तमान वित्तीय वर्ष 2021-22 का विनियमन शुल्क जमा कराने के बाद ही ईट भट्ठे का संचालन करें। विनियमन शुल्क जमा नहीं करने पर ईट-भट्ठे के संचालन की अनुमति नहीं दी जायेगी और संचालन की दशा में विधिक कार्रवाई की जाएगी।