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गृहराज्य मंत्री के बहाने भाजपा नेता का केंद्र सरकार पर अपरोक्ष रूप से हमला,जब देश सर्वोच्च न्यायालय ही चलेगा तो फिर लोकतंत्र की क्या आवश्यकता : रामइकबाल सिंह



मधुसूदन सिंह

बलिया ।। नगरा में भाजपा के पूर्व विधायक व प्रांतीय कार्य समिति के सदस्य रामइकबाल सिंह ने लखीमपुर खीरी की घटना के आरोपित गृह राज्यमंत्री को तत्काल बर्खास्त करने की मांग करते हुए कहा है कि जो मंत्री देश की सुरक्षा की शपथ लेता है और उसी के उकसावे वाले भाषण से किसानों की जान चली जाती है,तो मेरा प्रश्न है कि क्या ऐसे मंत्री के हाथों देश सुरक्षित है ?  यह घटना मानवता के लिए कलंक है। ऐसे मंत्री को तो तुरंत बर्खास्त कर देना चाहिये ।



कहा कि सरकार की लटकाने,पकाने और जांच के नाम पर लम्बित रखने की नीति की ही देन है कि आज विपक्ष को सरकार के खिलाफ एक बड़ा मुद्दा मिल गया है । मंत्री पुत्र ने गाड़ी से किसानों को रौद कर मार डाला। सुप्रीम कोर्ट के हस्तक्षेप के बाद उसे गिरफ्तार किया गया किंतु आज भी मंत्री  कुर्सी पर विराजमान हैं। इस घटना से सरकार की किरकिरी हुई है । श्री सिंह के तेवर यही नरम नही हुए बल्कि उन्होंने केंद्र की मोदी व प्रदेश की योगी सरकार को भी अपरोक्ष रूप से असफल साबित करने का काम किया । कहा कि जब हर मामले में सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर ही कार्यवाही होगी,देश सुप्रीम कोर्ट ही चलायेगा, तो फिर लोकतंत्र और सरकार की क्या आवश्यकता है ? यह बातें पूर्व विधायक रामइकबाल सिंह ने नगरा में बुधवार को देर शाम  पत्रकारों से बातचीत में कही । 

 तीनो कानून वापस कर किसानों के खून से नहाना बन्द करे सरकार




श्री सिंह ने और हमलावर होते हुए कहा  कि सरकार तुरंत कृषि बिल को वापस ले अन्यथा किसान समाप्त हो जाएगा, साथ ही किसानों  के खून से नहाने की आदत बंद करे।  कहा कि खीरीलखीमपुर की घटना में भाजपा कार्यकर्ता भी मारे गए हैं। सरकार को उनकी भी सुधि लेनी चाहिए। इस घटना पर सरकार की बेरुखी से प्रदेश भर के कार्यकर्ता आक्रोशित हैं। सरकार को चाहिए कि किसानों की तरह ही मृत कार्यकर्ताओं के स्वजन को भी आर्थिक सहायता व एक सदस्य को नौकरी दे ।

नौकरशाह चला रहे है प्रदेश सरकार


 पूर्व विधायक श्री सिंह ने प्रदेश सरकार को भी कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि इस सरकार में लोग सुरक्षित नहीं रह गए हैं। इस सरकार को नौकरशाह चला रहे हैं। गोरखपुर में एक रियल स्टेट के व्यापारी को पुलिस वाले मार डालते है । नैतिकता भी नही है कि डीएम एसएसपी के खिलाफ कार्यवाही की जाय,ये दोनों आज भी कुर्सी पर जमे हुए है । फ्रेंडली फाइट का नतीजा है कि अभी तक गोरखपुर के डीएम व एसपी पर प्राथमिकी दर्ज नही की गई। सरकार को चाहिए कि दोनों अधिकारियों को बर्खास्त कर दे। कहा कि अब तो भाजपा कार्यकर्ता भी थाने में जाने से डरने लगे हैं।


बलिया में विकास के नाम पर हुई है लूट

 पूर्व विधायक ने कहा कि बलिया में विकास के नाम पर कुछ भी नही हुआ है। यहां सिर्फ लूट हुई है । पूरा शहर जल जमाव से परेशान है,किसान के खेत डूबे हुए है,पर कोई सुनने वाला कोई नही है ।सुरहा ताल में आई बाढ से 30 गांव प्रभावित हैं इसके बावजूद भी यहां के नुमाइंदे व प्रशासन कुंभकर्णी नींद सो रहा है। 

पूरा बलिया शहर पानी पानी है। बच्चे स्कूल नही जा पा रहें हैं।  नेटवर्क रहता नहीं और आनलाइन पढाई के नाम पर छात्रों  को ठगा जा रहा है। सरकार बेरोजगारों को मारने पर तुली है। कहा कि  अब जुमले की राजनीति बंद होनी चाहिए।