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नही रहे बलिया के वरिष्ठ पत्रकार विद्यासागर तिवारी,बेंगलुरु के अस्पताल में ली अंतिम सांस

 


लिया।जनपद में पत्रकारिता के स्तंभ रहे विद्यासागर तिवारी का निधन शनिवार को बेंगलुरु के एक अस्पताल में उपचार के दौरान हो गया। इसकी सूचना मिलते ही मीडिया जगत में शोक की लहर दौड़ गयी। हल्दी क्षेत्र के पुरास गांव निवासी विद्यासागर तिवारी न सिर्फ लेखनी के माहिर थे, बल्कि मिलनसार व्यक्तित्व के धनी भी थे। पैतृक गांव पुरास से उन्हें बहुत लगाव था। ग्रामीणों के विशेष निवेदन पर वह गांव के प्रधान भी रहे।कुशल लेखन व नेतृत्व क्षमता वाले श्री तिवारी अमर उजाला व दैनिक जागरण के ब्यूरो चीफ रहे। 

पत्रकारिता के क्षेत्र में इलाहाबाद मुख्यालय से समाचार पत्र आज दैनिक से प्रवेश करने वाले विद्यासागर तिवारी ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय से विधि स्नातक की शिक्षा ग्रहण की। अनोखे समाचारों और संपादकीय टिप्पणियों के साथ बलिया जनपद में अमर उजाला का शुभारंभ किया। इसके बाद उन्होंने दैनिक जागरण के संपादकीय प्रभारी का पदभार बलिया और मऊ जनपद में सम्भाला। पत्रकारिता में अलग पहचान बनाते हुए विगत वर्ष दैनिक जागरण के प्रभारी संपादकीय के रूप में सेवानिवृत्त हुए। 

अपने तीन भाइयों में सबसे छोटे विद्यासागर तिवारी शांत और व्यवहार कुशल होने के साथ-साथ सहयोगी प्रवृति की वजह से सभी क्षेत्रों में जाने-पहचाने गए। अपने अधीनस्थों का सहयोग और उन्हें आगे बढ़ाने में सदैव योगदान करने वाले तिवारी जी के निधन का समाचार मिलते ही लोग स्तब्ध रह गये। 

भारतीय राष्ट्रीय पत्रकार महासंघ के प्रांतीय महासचिव/प्रभारी पूर्वी जोन मधुसूदन सिंह ने श्री तिवारी की मौत पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा है कि श्री तिवारी के चले जाने से पत्रकारिता ही नही समाज को भी अपूर्णनीय क्षति हुई है । स्व तिवारी जैसे लेखनी के धनी और मिलनसार व्यक्तित्व मिलना मुश्किल है । ईश्वर इनके परिजनों को यह असह्य पीड़ा बर्दाश्त करने की शक्ति प्रदान करते हुए स्व तिवारी को अपने चरणों मे स्थान प्रदान करे,ऐसी प्रार्थना है ।