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कारखास की मदद से भांग की दुकान में बिकता था गांजा,स्टिंग ऑपरेशन में हुआ खुलासा

 



 बलिया ।। नरहीं थाना क्षेत्र के भरौली गोलम्बर स्थित गाजीपुर बस स्टैंड के पास  भांग की दुकान पर  कारखास की सरपरस्ती में गांजा बेचने का का मामला प्रकाश में आया है । गांजा बेचने वाले को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है।एन एच 31 सड़क पर गांजा बेचने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है । वायरल वीडियो में सरकारी भांग की दुकान पर खुलेआम गांजा बिकता हुआ दिखाई दे रहा है। वायरल वीडियो में नरही थाना के कर्मचारियों की संलिप्तता भी सामने आ रही है। वायरल वीडियो सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बना हुआ है और मामले में नरही थाना के कारखास अजय त्रिपाठी व अन्य सिपाहियों का भी नाम आ रहा है।







 भरौली स्थित पिकेट से महज 100 मीटर की दूरी पर गुमटी में चल रही भांग की दुकानपर गांजा बेचने की शिकायत ग्रामीणों द्वारा की जाती रही लेकिन पुलिस मूकदर्शक बनी रही । शनिवार को मीडिया के कुछ लोगों द्वारा दुकान पर गांजा बेचने का स्टिंग ऑपरेशन करने पर खुलासा हुआ कि यहां भांग की आड़ में गांजा बिकता है । घटनास्थल पर भीड़ इकट्ठा होने पर पिकेट पर तैनात सिपाहियों ने गांजा बेचने वाले को हिरासत में ले लिया है और उसे थाने पर ले कर चले गये। 

 बिहार में पूर्ण शराब बंदी के बाद भरौली गंगा पुल शराब तस्करों का प्रमुख रास्ता बन गया है। इस गंगा पुल से बड़े पैमाने पर शराब की तस्करी होती है। हालांकि शराब तस्करी नाव के सहारे भी होती है।यह तस्करी नरही पुलिस की मिलीभगत के संभव ही नही है । स्टिंग ऑपरेशन में थाने के कारखास द्वारा प्रतिमाह 10 हजार रुपये लेने की भी बात सामने आयी है । ऐसे में इस धंधे को सुरक्षित संचालन में कारखास के अलावा बीट के दरोगा,सिपाहियों की संलिप्तता न हो,यह हो ही नही सकता है । ऐसे में देखने वाली बात यह है कि पुलिस अधीक्षक इस खुलासे के बाद क्या कार्यवाही करते है । वैसे इस थाने पर बहुत दिनों से जमे सिपाहियों की भूमिका हमेशा गो तस्करी,शराब तस्करी संदिग्ध पायी जाती है लेकिन कार्यवाही नही होती है ।