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नही रुक रहा अवैध लाल बालू का कारोबार ,तय है सबकी हिस्सेदारी







मधुसूदन सिंह

बलिया ।। जनपद में लाल बालू का अवैध कारोबार बदस्तूर जारी है । यह अलग बात है कि नवागत हल्दी थानाध्यक्ष आरएस नागर कार्यभार ग्रहण करने के साथ ही लगातार लाल बालू के अवैध कारोबारियों पर हमलावर हुए है और लगभग 8 लाल बालू लदी ट्रैक्टर्स को पकड़े भी है । लेकिन यह भी सच है कि रामगढ़ पुलिस चौकी से महज 500 मीटर की दूरी स्थित गंगा घाट पर धड़ल्ले से नावो के द्वारा लाल बालू की खेप आती है और ट्रैक्टरों के द्वारा तुरंत वहां से हटा भी दी जाती है । श्री नागर के आने के बाद इस पर जरूर अंकुश लगा है,बन्द नही हुआ है ।वही बैरिया व दोकटी थानाक्षेत्रों में पुलिसिया उदासीनता के चलते धड़ल्ले से चल रहा है ।









तय है प्रत्येक ट्रेक्टर का दैनिक व माहवारी रेट

मांझी से लेकर रामगढ़ तक चल रहे इस लाल बालू के खेल में पुलिस से बचने के लिये प्रति ट्राली रेट तय है । सूत्रों की माने तो अगर प्रतिदिन यह सेवा देना चाहते है तो प्रति ट्राली 200 रुपये देने पड़ेंगे । वही अगर माहवारी सुरक्षा चाहिये तो 8000 रुपये देने है । अब अगर इतनी दक्षिणा किसी को भी मिले तो अवैध कारोबार पर रोक कैसे लगेगी ।

प्रशासनिक अधिकारियों की चुप्पी,बन रही है मददगार

लगातार मीडिया में लाल बालू के अवैध कारोबार की खबरे प्रकाशित होने,गंगा घाटों से लाइव वीडियो को खबरों में लगाने के बाद भी  बलिया के बड़े प्रशासनिक अधिकारियों की चुप्पी ,ऐसे कारोबारियों के और इनके संरक्षकों के मनोबल को बढ़ाने का काम कर रही है । बड़े अधिकारियों की इन कारोबारियों के कारोबार के खिलाफ आगे बढ़कर कार्यवाही न करना ,लोगो मे चर्चा का विषय बना हुआ है ।

बलिया में एक खनन अधिकारी भी है लेकिन ये क्या करते है, किसी को पता नही चलता है । जीएसटी विभाग है ,इसके अधिकारी लाल बालू की तरफ न जाने किस मजबूरी में ध्यान ही नही देते है । अगर ये ध्यान देते तो पूरे जनपद में लाल बालू के अवैध भंडारण करने वालो पर कार्यवाही होती जिससे लाखो का राजस्व मिलता,लेकिन इनसे इन लोगो का क्या ?

बलिया शहर हो या भरौली से लेकर मांझी तक अवैध रूप से बालू की बिक्री खुलेआम हो रही है लेकिन इन बेचने वालों से कोई यह तक पूंछने वाला नही है कि जब बलिया में लाल बालू निकलता ही नही है तो इनके पास आया कैसे ? इन्होंने ने टैक्स जमा किया है कि नही कोई देखने वाला ही नही है ? या यूं कहें कि लाल बालू के खेल में अंधेर नगरी चौपट राजा , वाली कहावत इससे संबंधित अधिकारियों पर सटीक बैठ रही है ।

अवैध शराब पकड़नी हो तो पुलिस पकड़ेगी, आबकारी मुकदमा लिखवाने पहुंचेगी । लाल बालू पकड़नी हो तो पुलिस पकड़ेगी,खनन व  जीएसटी के अधिकारी कितना टैक्स बना यह गणना करने पहुंचेगे ।