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अशासकीय सहायता प्राप्त महाविद्यालयों के सामान्य भविष्य निधि (जी०पी०एफ०) खाते में जमा करोड़ो की धनराशि का हुआ घोटाला, , शिक्षको में रोष

 



डॉ सुनील कुमार ओझा की रिपोर्ट

बलिया ।। जनपद के अशासकीय सहायता प्राप्त महाविद्यालयों के शिक्षकों व शिक्षणेत्तर कर्मचारियों के जीपीएफ खाते की करोड़ो की धनराशि का घोटाला होने की खबर से हड़कम्प मच गया है । यह खुलासा तब हुआ जब सेवानिवृत शिक्षकों व कर्मचारियों की जीपीएफ भुगतान की फ़ाइल क्षेत्रीय कार्यालय उच्च शिक्षा वाराणसी भेजी गयी । क्षेत्रीय कार्यालय फाइलों के पहुंचने पर सेवानिवृत शिक्षकों/कर्मचारियों को बताया गया कि आपके जीपीएफ खाते में कोई धनराशि जमा न होने के कारण भुगतान नही हो सकता है । यह जानकारी मिलते ही सेवानिवृत कर्मियों के पैरों तले की जमीन ही खिसकती दिखी । इन पीड़ितों ने इसकी शिकायत शिक्षक संगठनों की  और अपने जीपीएफ धनराशि के भुगतान कराने में सहयोग करने की गुहार लगाई है ।

बता दे कि अशासकीय सहायता प्राप्त महाविद्यालयों के शिक्षक / शिक्षणेत्तर कर्मचारियों के सेवानिवृत्त होने के फलस्वरूप उनके सामान्य भविष्य निधि (जी०पी०एफ०) सम्बन्धी पत्रावली भुगतान हेतु जैसे ही प्रेषित की गयी, ज्ञात हुआ कि सामान्य भविष्य निधि (जी०पी०एफ०) के खाते में उक्त से सम्बन्धित धनराशि ही नहीं है। कोरोना जैसी वैश्विक महामारी से फलित आर्थिक मंदी में जहां सेवानिवृत्त शिक्षक/शिक्षणेत्तर कर्मचारियों का जहां उक्त्त जी०पी०एफ0 का भुगतान हो जाना चाहिए वहीं विभाग की घोर लापरवाही व विभागीय अर्कमण्यता के कारण जिला विद्यालय निरीक्षक, बलिया व क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी, उच्च शिक्षा क्षेत्र, वाराणसी के कान पर जू तक नहीं रेंग रही है ।भुगतान न होने की स्थिति में जहाँ एक तरफ शिक्षक/शिक्षणेत्तर कर्मचारी आर्थिक, मानसिक, व शारीरिक रूप से प्रताडित हो रहे हैं वही दूसरी तरफ विभाग द्वारा मात्र पत्राचार कर खानापूर्ति एवं समय नष्ट किया जा रहा है।

 सब से बड़ा सवाल यह है कि आखिर उक्त जी०पी०एफ० की धनराशि व धनराशि पर मिलने वाले ब्याज की धनराशि कहाँ है ? सरकारी पदों पर बैठे हुए जिम्मेदार लोग स्पष्ट नहीं कर रहे हैं। इतना तो तय है कि यह धनराशि तत्कालीन जिला विद्यालय निरीक्षक बलिया व जिलाधिकारी बलिया तथा क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी, उच्च शिक्षा क्षेत्र, वाराणसी के ही निर्देशन में रही है और यदि इसमें किसी भी प्रकार का घोटाला/ बंदरबाट हुआ है तो स्पष्टतः विधि द्वारा स्थापित उच्च पद पर आसीन यही लोग व्यक्तिगत रूप से उत्तरदायी है। सेवानिवृत्त शिक्षक/शिक्षणेत्तर कर्मचारियों की आर्थिक समस्याओं एवं हताशा को देखते हुए जननायक चन्द्रशेखर वि०वि० सम्बद्ध महाविद्यालयीय शिक्षक एसोसिएशन के महामंत्री डॉ०अवनीश चन्द पाण्डेय के आह्वान पर अध्यक्ष डॉ0 बृजेश सिंह की अध्यक्षता में कुँवर सिंह पी०जी० कालेज, बलिया के प्रांगण में दिनांक 03 सितंबर शुक्रवार, समय 02 बजे दोपहर में समस्त महाविद्यालय के प्राचार्यो एवं सम्बन्धित वेतन/जी0पी0एफ0 लिपिकों तथा पीडितों की बैठक आहूत की गयी। जिसमें सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया कि जिम्मेदार अधिकारीगण तत्काल पीड़ितों के जी0पी0एफ0 की धनराशि के भुगतान में आ रही समस्याओं को दूर कर/कराते हुए शीघ्रतिशीघ्र भुगतान कराना सुनिश्चित करें। अन्यथा की स्थिति में पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए मा0 मुख्यमंत्री/मा० न्यायालय को अवगत कराया जायेगा।

 बता दे कि जनपद बलिया के 10 अशासकीय सहायता प्राप्त महाविद्यालयों के सामान्य भविष्य निधि (जी०पी०एफ०) खाते में जमा धनराशि को संपरीक्षित कराकर लेखा शीर्षक 8338 से लेखा शीर्षक 8009-60-103-05-00 में हस्तान्तरित करने सम्बन्धी  क्षेत्रीय अधिकारी, उच्च शिक्षा, वाराणसी के पत्र से जो जिला विद्यालय निरीक्षक,बलिया को सम्बोधित व जिलाधिकारी बलिया को पृष्ठांकित्त है, में कोई कार्यवाही न किये जाने के बाद यह प्रकरण जननायक चन्द्रशेखर वि०वि० सम्बद्ध महाविद्यालयीय शिक्षक एसोसिएशन के संज्ञान में लाया गया। 





प्रतिनिधियों ने कहा कि महाविद्यालयीय शिक्षक एसोसिएशन अपने शिक्षक /शिक्षणेत्तर कर्मचारियों के समस्याओं के समाधान के प्रति समर्पित है।  यह संज्ञान में आया कि जनपद बलिया के 10 अशासकीय धनराशि राहायता प्राप्त महाविद्यालयों के सामान्य भविष्य निधि (जी0पी0एफ0) खाते में जमा का संपरीक्षित कराकर लेखा शीर्षक 8338 से लेखा 1000-00-100-06--00 में हस्तांतरित करने सम्बन्धी  क्षेत्रीय अधिकारी, उच्च शिक्षा, वाराणसी द्वारा जिला विद्यालय निरीक्षक बलिया व जिलाधिकारी बलिया को दिये गये पत्र से यह स्पष्ट हो रहा है कि लेखा शीर्षक 8338 में मई 2011 तक जी0पी0एफ0 की धनराशि जमा होती रही है, जिसका हस्तान्तरण मई 2011 के उपरान्त उच्च शिक्षा क्षेत्रीय कार्यालय, वाराणसी को स्थानान्तरित लेखा शीर्षक 8009-60-103-06-00 में जमा नहीं किया गया है। किन्तु महाविद्यालयों को अभिलेखों के आधार पर यह स्पष्ट होता है कि दिनांक 31.03.2002 तक ही लेखा शीर्षक 8338 में जी०पी०एफ० सम्बन्धी कटौती जमा होती रही है। दिनांक 01.04.2002 से लेखा शीर्षक 8000-60-103-05-00 हो गया और उक्त नये लेखा शीर्षक में जो जिला विद्यालय निरीक्षक, बलिया के पास ही 01 अप्रैल 2002 से मई 2011 तक था और उसी में जी0पी0एफ0 के निमित्त की गयी कटौती जिला विद्यालय निरीक्षक, बलिया के यहाँ जो लेखा शीर्षक 8009-60-103-05-00 में जमा होती रही थी जो मई 2011 के उपरान्त जून 2011 से क्षेत्रीय अधिकारी उच्च शिक्षा, वाराणसी को स्थानान्तरित कर दी गयी।

जब लेखा शीर्षक 8009-60-103-05-00 क्षेत्रीय अधिकारी उच्च शिक्षा, वाराणसी के यहाँ मई 2011 के उपरांत स्थानान्तरित हुयी तो पत्र से यह स्पष्ट नहीं हो रहा कि दिनांक 01.04.2002 से मई 2011 तक की धनराशि जो लेखा शीर्षक 8009-60-103-05-00 में जमा की गयी थी, वह जी०पी०एफ० की धनराशि भी हस्तान्तरित हुई अथवा नहीं हुई। पत्र से यह भी स्पष्ट नहीं है कि उक्त नये लेखा शीर्षक में जो धनराशि जमा की गयी है उस पर देय ब्याज अथवा ब्याज की राशि अथवा ओपनिंग या अन्तिम बैलेंस क्या था और इसमें किसका दोष है? यदि विभाग का दोष है तो यह निश्चित रूप से तत्कालीन विभागीय अकर्मण्यता (Defecency in Servic) का द्योतक है। दिनांक 01.04.2002 से मई 2011 तक की धनराशि जो लेखा शीर्षक 8009-60-103-05-00 में जमा की गयी थी वह जी०पी०एफ० की धनराशि हस्तान्तरित हुई अथवा नहीं हुई. इस तथ्य की छानबीन कर अपने स्तर से यह निश्चय करा लें जिससे जिला विद्यालय निरीक्षक व जिलाधिकारी, बलिया से सही तथ्यों के आधार पर वार्ता की जा सके। इसमें की गयी छेड़-छाड़ की सूचना उपर के अधिकारियों तक प्रेषित की जा सके ताकि जो भी जननायक चन्द्रशेखर विश्वविद्यालय सम्बद्ध वित्तपोषित महाविद्यालयों के शिक्षक व कर्मचारी सेवानिवृत्त हो रहे हैं, उनके जी0पी0एफ0 की धनराशि उनके सेवानिवृत्त के साथ ही भुगतान सुनिश्चित हो सके और शिक्षकों/कर्मचारियों को न्याय मिल सके।

बैठक में डॉ० ओ0पी0 सिंह प्राचार्य, श्री मु०म०टा०पी०जी० कालेज, बलिया, डॉo अरविन्द नेत्र पाण्डेय प्राचार्य सतीश चन्द्र कालेज, बलिया, डॉ0 अशोक कुमार सिंह प्राचार्य, कुंवर सिंह पी0जी0 कालेज, डॉ0 निवेदिता श्रीवास्तव, प्राचार्य, गुलाब देवी पी0जी0 कालेज, बलिया, डॉ० धर्मात्मानन्द प्राचार्य, मथुरा पी0जी0 कालेज, रसडा, बलिया, डॉo उदय पासवान, प्राचार्य बजरंग पी0जी0 कालेज, दादर आश्रम, सिकन्दरपुर, बलिया, डॉ0 हरेराम सिंह प्राचार्य, देवेन्द्र पी०जी० कालेज, बेल्थरारोड, बलिया, श्री चन्द्रप्रकाश त्रिपाठी, प्राचार्य सुदिष्ट बाबा पी0जी0 कालेज, सुदिष्टपुरी, बैरिया, बलिया, डॉ0 गौरी शंकर द्विवेदी,प्राचार्य अमरनाथ मिश्र पी0जी0 कालेज, दूबे छपरा, बलिया, डा0 अभिषेक अर्स, प्राचार्य कमला बाजोरिया डिग्री कालेज, दुबहड़, लिया, डॉ० फूलबदन सिंह व डॉ0 अखिलेश राय तथा सम्बन्धित कालेज के लिपिक/जी0पी0एफ0 के साथ-साथ सेवानिवृत्त पीडित शिक्षक/शिक्षणेत्तर कर्मचारीगण उपस्थित रहे।