बलिया एक्सप्रेस की खबर का असर : लाल बालू के कारोबारियों पर पुलिस की टेढ़ी हुई नजर
मधुसूदन सिंह
बलिया ।। जन सरोकार से जुड़े मुद्दों को बेबाकी से उठाने वाले बलिया एक्सप्रेस की खबर का असर लाल बालू के अवैध कारोबार पर साफ दिखने लगा है । बलिया एक्सप्रेस ने दिखाया था कि किस तरह गंगा घाटों पर बिहार से अवैध तरीके से लाल बालू को लाकर माफियाओ द्वारा सरकारी राजस्व को चुना लगाया जा रहा है ।
इस खबर के बाद थानाध्यक्ष हल्दी आरएस नागर ने लाल बालू के अवैध कारोबारियों पर ताबड़तोड़ छापेमारी शुरू कर दी है । जिससे इस थाना क्षेत्र के लाल बालू के माफियाओ में हड़कम्प मच गया है । लेकिन अफसोस के साथ कहना पड़ रहा है कि अभी तक ऐसा प्रयास गंगा तट के अन्य थानाध्यक्षो के द्वारा नही किया गया है । जिससे अन्य घाना क्षेत्रो में यह बदस्तूर जारी बताया जा रहा है ।
बलिया में एक खनन अधिकारी भी है लेकिन ये क्या करते है, किसी को पता नही चलता है । जीएसटी विभाग है ,इसके अधिकारी लाल बालू की तरफ न जाने किस मजबूरी में ध्यान ही नही देते है । अगर ये ध्यान देते तो पूरे जनपद में लाल बालू के अवैध भंडारण करने वालो पर कार्यवाही होती जिससे लाखो का राजस्व मिलता,लेकिन इनसे इन लोगो का क्या ?
बलिया शहर हो या भरौली से लेकर मांझी तक अवैध रूप से बालू की बिक्री खुलेआम हो रही है लेकिन इन बेचने वालों से कोई यह तक पूंछने वाला नही है कि जब बलिया में लाल बालू निकलता ही नही है तो इनके पास आया कैसे ? इन्होंने ने टैक्स जमा किया है कि नही कोई देखने वाला ही नही है ? या यूं कहें कि लाल बालू के खेल में अंधेर नगरी चौपट राजा , वाली कहावत इससे संबंधित अधिकारियों पर सटीक बैठ रही है ।
अवैध शराब पकड़नी हो तो पुलिस पकड़ेगी आबकारी मुकदमा लिखवाने पहुंचेगी । लाल बालू पकड़नी हो तो पुलिस पकड़ेगी,खनन व जीएसटी के अधिकारी कितना टैक्स बना यह गणना करने पहुंचेगे ।