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जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में भाजपा ने किया लोकतंत्र का अपहरण,भाजपा के अध्यक्ष प्रत्याशियों का निर्विरोध निर्वाचन लोक तंत्र का अपहरण एवं चमत्कार से कम नहीं : कान्हजी





बलिया। जनता का विश्वास खो चुकी सत्ताधारी पार्टी द्वारा प्रदेश भर में सपा समर्थित पंचायत अध्यक्ष के प्रत्याशियों का नामांकन बलपूर्वक रोकना लोकतंत्र का अपहरण है। इससे चुनाव की निष्पक्षता एवं पवित्रता नष्ट हुई है। यह लोकतंत्र के हत्या की साजिश है। यह बातें समाजवादी पार्टी के जिला प्रवक्ता सुशील पाण्डेय 'कान्हजी' ने सोमवार को कही।


प्रेस को जारी बयान में सपा के जिला प्रवक्ता श्री कान्हजी ने कहा कि पूरे प्रदेश में जिला पंचायत सदस्यों के चुनाव में भाजपा बुरी तरह पराजित हुई थी। ऐसे में उनके अध्यक्षों का निर्विरोध निर्वाचन लोक तंत्र का अपहरण एवं चमत्कार से कम नहीं। धन बल, छल, बाहुबल और सत्ता बल का ऐसा अनैतिक खेल कर सत्तालोलुप भाजपा ने साबित कर दिया है कि वह जनादेश का सम्मान करना नहीं चाहती है, उसका इरादा उसको कुचलने का रहता है।

     

 कान्हजी ने कहा कि सच तो यह है कि भाजपा ने विगत साढ़े चार वर्षों में जनता को हर कदम पर सिर्फ धोखा दिया है। रोजमर्रा के उपयोग की सभी वस्तुएं भाजपा राज में मंहगी हुई हैं। कानून-व्यवस्था ध्वस्त हुई है। कोरोना संक्रमण में हजारों जाने गईं और इलाज, दवा के अभाव में लोग तड़पते रहे।लोगो का रोजगार गया नौकरी गई।

 किसान अपनी मांगों को लेकर आंदोलनरत हैं। नौजवानों के पास नौकरी और रोजगार नहीं है। प्रदेश में विकास परियोजनाएं ठप्प हैं। कर्मचारियों का महंगाई भत्ता पिछले वर्ष से ही रोक दिया गया है। भाजपा सबसे बदला लेने के काम में लगी है। चारों तरफ भ्रष्टाचार का बोलबाला है। भाजपा के अंधेर राज में कालाधन का चलन चरम पर है।

     सपा प्रवक्ता ने कहा कि भाजपा और उसकी सरकार की राजनीति सत्ता के इर्द-गिर्द ही घूमती है। जनहित और प्रदेश के विकास के प्रति उसकी दिलचस्पी नहीं है। झूठ और जुमलों की यह सरकार है। भाजपा का चरित्र संविधान की रक्षा की शपथ और लोकतांत्रिक आचरण के विरुद्ध है। लोकतंत्र को नकारना भाजपा को बहुत मंहगा पड़ेगा। सन् 2022 में जनता एक-एक बात पूरा हिसाब लेगी।