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बड़ी मछली को बचाने में लगा आबकारी विभाग,पत्नी की एजेंसी से पति की दुकान के लिये चली शराब पहुंच गई दोकटी,1 किमी पर है पति की है दुकान,3 दिन तक नही चला पता ?



 


मधुसूदन सिंह

बलिया ।। कैसे आबकारी विभाग के लोग ही शराब की बड़े पैमाने पर तस्करी करने वालों को बचाते है,इसका ज्वलंत उदाहरण बलिया में देखने को मिल रहा है । बता दे कि शनिवार को एसडीएम बैरिया,सीओ बैरिया व थानाध्यक्ष दोकटी की संयुक्त टीम द्वारा दो लाइसेंसी शराब की दुकानों पर छापेमारी करके लगभग 10 लाख की अवैध रूप से छुपाकर रखी गयी अंग्रेजी शराब बरामद की । लाइसेंसी जितेंद्र सिंह उर्फ पुल्लू सिंह व उसके सेल्समैनों समेत 4 को पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया है । लाइसेंसी ने स्वीकार किया कि बलिया से मॉडल शॉप के नाम पर होलसेल से शराब लेकर हम लोग बिहार तस्करी करके बेचते है । सबसे हैरान करने वाला कृत्य आबकारी विभाग ने किया है और पुलिस द्वारा गिरफ्तार किये गये लाइसेंसी संजय सिंह को नोटिस जारी कर 7 दिनों में बरामद शराब से सम्बंधित स्पष्टीकरण देने का आदेश जिला आबकारी अधिकारी अनुपम राजन द्वारा दिया गया है ।

पत्नी होलसेलर,पति मॉडल शॉप लाइसेंसी,शराब बिकती है बिहार

वेदरानी रानी अग्रवाल पत्नी प्रहलाद दास अग्रवाल बलिया में अंग्रेजी शराब की थोक व्यवसायी है । इनका गोदाम बहेरी स्थित एवरेस्ट होटल में है । जबकि इनके पति के नाम से स्टेशन टाउन हॉल रोड पर बैशाली होटल के सामने मॉडल शॉप है । शराब की तस्करी में यही दो पॉइंट शीशे की तरह साफ दिख रहे है,आरोपी लाइसेंसी का बयान भी कि मॉडल शॉप के नाम पर शराब की निकासी करके तस्करी के माध्यम से बिहार भेजते है,आबकारी अधिकारी को यह एंगिल नजर ही नही आता है ? या यूं कहें कि इस एंगिल को देखना ही नही चाहते है या बचाना चाहते है । अगर ऐसा नही होता तो गिरफ्तार लाइसेंसी को नही होलसेलर वेदा रानी और मॉडल शॉप के लाइसेंसी प्रहलाद दास अग्रवाल को नोटिस जारी करते,जो नही किये है ।

एक किमी दूरी,तीन दिन में भी नही पहुंची शराब

एवरेस्ट होटल से मॉडल शॉप की दूरी लगभग 1 किमी है , बावजूद इसके गोदाम से चली शराब मॉडल शॉप न पहुंचकर 40 किमी दूर दूसरे के पास पहुंच जाती है लेकिन जिसका माल है उसको चिंता ही नही है । तीन दिन बाद पुलिस पकड़ती है तो पता चलता है कि मॉडल शॉप के लिये चला माल तो दोकटी पहुंच गया है । बिना भुगतान के ड्राइवर दोकटी माल की डिलीवरी दे देता है,उसकी रिसीविंग दे देता है,लेकिन वेदारानको पता ही नही चलता है कि पति की दुकान का माल दोकटी पहुंच गया है ।

होलसेलर व मॉडल शॉप लाइसेंसी को बचाने की हो रही है कोशिश

सूत्रों की माने तो होलसेलर वेदारानी के माध्यम से मॉडल शॉप लाइसेंसी को बचाने की कोशिश की जा रही है । सूत्रों से मिली खबर के अनुसार वेदारानी की तरफ से यह लिखित जमा कराया जा रहा है कि डिलीवरी वैन के चालक का मानसिक संतुलन खराब होने के कारण उसने मॉडल शॉप की जगह दोकटी ले जाकर डिलीवरी दे दी है । अब सवाल यह उठता है कि कितने लोगों का मानसिक संतुलन खराब हो गया है -

 1-बिना आर्डर व भुगतान के डिलीवरी लेने वाले दोकटी के लाइसेंसी पुल्लू सिंह का दिमागी संतुलन खराब है

2- होलसेलर वेदारानी के पति प्रहलाद दास अग्रवाल का दिमागी संतुलन खराब है,जिन्होंने आर्डर देने के बाद यह जानने की कोशिश ही नही की कि मॉडल शॉप पर माल क्यो नही पहुंचा ? अगर माल नही पहुंचा तो इस दुकान से बिक्री कैसे हुई ?

3- या खुद वेदारानी अपने होलसेल लाइसेंस का नाजायज फायदा उठाकर अवैध शराब की तस्करी कराती है और मामला पकड़ में आने पर चालक के माथे मढ़कर जुर्म छुपाने की कोशिश में चालक के मानसिक संतुलन गड़बड़ होने की बात कह रही है ।

सभी होलसेलरो की हो जांच,पकड़ में आ जाएंगे शातिर बड़े खिलाड़ी

दोकटी में पकड़ी गई अंग्रेजी शराब से यह साबित हो गया है कि अवैध तस्करी के खेल में होलसेलरो जैसे बड़े खिलाड़ी शामिल है । अगर जनपद के सभी होलसेलरो की जांच गहनता के साथ कि जाय तो बिहार अवैध रूप से शराब भेजने वाले बड़े गैंग का खुलासा हो सकता है, शर्त यही है इसकी जांच आबकारी विभाग की जगह प्रशासनिक अधिकारियों से करायी जाय । अगर ऐसा होता है कि इस धंधे में संलिप्त बड़े बड़े सफेदपोशों के भी चेहरे बेनकाब हो जाएंगे । क्योकि सूत्रों से मिली खबर के अनुसार जनपद से बाहर के कई सफेदपोश की पूंजी अवैध तस्करी के इस धंधे में लगी हुई है ।


चर्चाओं पर गौर करें तो यह धंधा पुलिस की मिलीभगत से काफी दिनों से चल रहा था। लेकिन जांच के लिए टीम गठित हुई तो सारा माजरा खुलकर सामने आ गया। अंग्रेजी शराब की दुकान के पीछे वाले गोदाम में लगभग दस लाख की अंग्रेजी शराब पुलिस ने बरामद की। पुलिस ने ही आरोपियों से कड़ाई से पूछताछ के बाद आरोपियों ने स्वीकार किया है कि उक्त अंग्रेजी शराब को वे लोग बिहार भेजते थे। आखिर यह समझ में नहीं आ रहा है कि जब यह गोरखधंधा काफी दिनों से चल रहा था तो पुलिस क्या कर रही थी ? बिहार में शराबबंदी के बाद बिहार सीमा पर रहने वाले कुछ लोग अवैध शराब के धंधे में पूरी सिद्दत से लग गए थे। इसमें कहीं ना कहीं पुलिस का बहुत बड़ा हाथ है। पुलिस की मिलीभगत से शराब की तस्करी होती रही है। अभियान चलता है तो मामला पकड़ में आता है, अन्यथा रोजाना बदस्तूर यह धंधा जारी रहता है। इधर, पुलिस अधीक्षक डॉ. विपिन ताडा की सख्ती से काफी हद तक शराब तस्करी पर पाबंदी लग चुकी है। इस बीच, शनिवार की देर शाम दोकटी थाना क्षेत्र में दोकटी अंग्रेजी शराब के गोदाम से लगभग 10 लाख की पकड़ी गई शराब और गिरफ्तार किए गए चार आरोपी की घटना चर्चा क्षेत्र में जोरों पर है।