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आशा प्रताप सिंह की चिट्ठी लायी रंग,वांछित आरोपी निवर्तमान प्रधान कृष्णा यादव हुआ गिरफ्तार




बलिया ।। दुर्जनपुर निवासिनी व दुर्जनपुर कांड में गिरफ्तार पूर्व सैनिक धीरेंद्र प्रताप सिंह की भाभी आशा प्रताप सिंह की पुलिस अधीक्षक बलिया को दो दिन पहले लिखी गयी चिट्ठी ने रंग दिखा दिया है । रेवती पुलिस ने पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर वांछित आरोपी व निवर्तमान प्रधान कृष्णा यादव को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है । बता दे कि कृष्णा यादव की पत्नी व धीरेंद्र प्रताप सिंह की पत्नी ग्राम प्रधान पद के लिये उम्मीदवार है । ऐसे में कृष्णा यादव के बाहर रहने से स्वतंत्र व निष्पक्ष चुनाव नही हो सकता और धीरेंद्र प्रताप सिंह के परिजनों को धमकाने व अपशब्द कहने का आशा प्रताप सिंह ने आरोप लगाया था ।

            उल्लेखनीय है कि थाना रेवती के प्रभारी निरीक्षक यादवेन्द्र पाण्डेय व उनकी टीम द्वारा वांछित अभियुक्त  कृष्ण कुमार उर्फ कृष्णा यादव पुत्र रामबिलास यादव निवासी दुर्जनपुर थाना रेवती जनपद बलिया* को गिरफ्तार किया गया । उक्त अभियुक्त मु0अ0सं0-276/2020 धारा 147,148,149,323,352,307,308,325,504,506,336 भा.द.वि व धारा 7 CLA ACT थाना रेवती में वांछित था ।

आशा प्रताप सिंह की चिट्ठी

 बैरिया बलिया।  क्षेत्र के दुर्जनपुर निवासिनी आशा प्रताप सिंह ने जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक से पत्र के माध्यम से शिकायत दर्ज कराया है कि ग्राम सभा दुर्जनपुर के हनुमानगंज गांव के हिस्ट्रीशीटर कृष्णा यादव के उपर दर्जनों संगीन अपराध का मामला दर्ज है फिर भी अपने पत्नी के जरिये चुनावी मैदान में उतरकर गांव के माहौल को पूर्णतया तनाव पूर्ण बना दिया है।  हिस्ट्रीशीटर या फिर उनके परिवारीजनों के पंचायत चुनाव में नाम सामने आने के बाद गांव में माहौल खराब होते दिख रहा है। इस संबंध में दुर्जनपुर निवासिनी आशा सिंह का आरोप है कि मु.अ.स.276/20 थाना रेवती बलिया की वादनी हूँ।मेरे विपक्षीगण कृष्णा यादव प्रधान, मुन्ना पासवान व अन्य अभियुक्तगण मा.उच्च न्यायालय से मिला अग्रिम जमानत का आदेश 22 फरवरी 2021को ही समाप्त हो जाने के बाद भी ये लोग गांव मे खुलेआम घूमकर पंचायत चुनाव के माहौल को खराब कर रहे हैं। जबकि कृष्णा यादव पुत्र राम विलास पर गुडा एक्ट, अपरहरण 307,308 जैसे गम्भीर धाराओं मे  दर्जनो से भी ज्यादा थाना बैरिया,थाना रेवती बलिया मे मुकदमा पजीकृत हैं। श्रीमती सिंह ने खस कि मेरी देवरानी रूमा सिंह पत्नी धीरेंद्र प्रताप सिह "डब्लू" प्रधान पद के प्रत्याशी है और वह चुनाव लड रही हैं। जब मेरे घर की औरतें वोट मागने गांव मुहल्ले में जाती है तो ये आरोपीगण  भद्दी भद्दी गालियां व धमकीं देते हैं। मेरे घर के सभी पुरुष सदस्य विगत दिनों गांव में हुये गोलीकांड के बाद से ही जिला कारागार में निरुद्ध हैं। इसी बात का फायदा उठाकर ये आरोपीगण गांव में माहौल को तनावपूर्ण करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे है। मुझे डर है कि  ये आरोपीगण पुनः हमारे परिवार व समर्थकों पर षड्यंत्र के तहत कोई बड़ा कांड न करा दे। समय रहते ऐसे अपराधी किस्म   के लोगो पर प्रशासन द्वारा लगाम नहीं लगाया गया तो हमारे परिवार व  गांव के आमजन  के साथ कुछ भी हो सकता है। हिस्ट्रीशीटर कृष्णा यादव ने अपनी पत्नी रामावती यादव को प्रत्याशी उतारकर इस चुनाव को जीतने के लिए हर हथकंडा अपनाकर गांव में पुनः अमन चैन को खराब करने में पूरी मुस्तैदी से लगा हुआ है। 

 ऐसे लिस्टेड हिस्ट्रीशीटर अपराधी व उनके गुर्गों पर प्रशासन द्वारा नकेल नही लगाया तो पंचायत चुनाव सकुशल सम्पन्न नही हो पायेगा। हम गांव घर की औरतों मे इनके अपराध जनिक कार्यो से खासा डर बना हुआ हैं।

कब से दुर्जनपुर आया सुर्खियों में

 बताते चले कि दुर्जनपुर हत्याकांड के मामले में आरोपी धीरेंद्र सिंह की भाभी आशा प्रताप सिंह ने रेवती थाने और पुलिस अधीक्षक के यहां तहरीर दी थी। लेकिन यहां मुकदमा दर्ज नहीं किया गया। इसके बाद 22 अक्तूबर को न्यायालय में मुकदमा दर्ज करने के लिए अपील की थी। माननीय न्यायालय के

निर्देश के क्रम में रेवती थाने में दुर्जनपुर प्रधान कृष्णा यादव पुत्र रामविलास यादव, थाना रेवती के खिलाफ नामजद और 25 से 30 अज्ञात के 12 गंभीर धाराओं में  147, 148 ,149 ,323, 552, 307, 308, 325, 504, 502, 336, अपराधिक कानून संशोधित 1932 व 7सीएलए के तहत मुकदमा दर्ज है। परंतु कई माह गुजर जाने के बाद भी उक्त वारदात में पुलिस ने एक भी आरोपी को अभी तक गिरफ्तार नहीं किया है। इससे आरोपियों के हौसले बुलंद हैं और वे आज भी खुलेआम घूम रहे हैं।