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जहरीली मुस्कान ने कराया एक जेल से दूसरी जेल शिफ्ट

 


 ए कुमार

  रामपुर ।।  जेल में बंद जिस शबनम को फांसी लगनी है वो मुस्करा रही है। इस बात की पुष्टि एक फ़ोटो से हुई है जिसमें वोह मुस्करा रही है। फ़ोटो को  खींचकर वायरल करने वाले जेल कारागार के दो सुरक्षाकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है।  साथ ही सुरक्षा कारणों से अब  शबनम को रामपुर कारागार  से बरेली जिला कारागार मेँ भेज दिया है।

 रामपुर की जिला जेल से अब शबनम को बरेली जिला कारागार शिफ्ट किया गया है। सुरक्षा कारणों से शबनम को रामपुर कारागार से बरेली कारागार में शिफ्ट किया गया है। जेल अधीक्षक पीडी सलोंनियाँ ने बताया कि पिछले सप्ताह जेल में बंद शबनम की फोटो वायरल हुई थी। उस फोटो की जांच मंडल जेल अधीक्षक मुरादाबाद द्वारा करवाई गई जिसमें एक महिला बंदी रक्षक कारागार एक पुरुष बन्दी रक्षक कारागार की लापरवाही सामने  आई  उसे तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया । उनके नाम शुएब खान और उनकी पत्नि नाहिद बी है जिन्होंने डयूटी के वक्त ये लापरवाही की। यानी शबनम के साथ फ़ोटो खिचवाई और उसे वायरल कर दिया।


 जेल में शबनम दो सालों से रह रही थी। शबनम जेल के भीतर कपड़ा सिलाई का काम करती थी लेकिन अब उसे  बरेली की कारागार में जेल प्रशासन रामपुर ने भेज दिया है। ये कार्येवाही मुरादाबाद जेल अधीक्षक के निर्देश पर की गई गई है। दरअसल रामपुर की जिला जेल में शबनम को मुरादाबाद की जिला जेल से रामपुर में रखा गया था पर यहां पर जो तस्वीर सामने आई उसको लेकर रामपुर जिला जेल की सुरक्षा पर सवाल खड़े होने लगे। हलाकि जेल के भीतर जिन महिला बंदी रक्षक ने फ़ोटो खींचकर वायरल किया उनको सस्पेंड कर दिया गया है साथ एक पुरुष बंदी रक्षक को सस्पेंड किया है।  ताकि आगे से कोई ऐसी हरकत को अंजाम देने से पहले ये कार्येवाही को समझ सके।

 शबनम को जिले की    सेशन कोर्ट  से लेकर देश की सबसे बड़ी अदालत सुप्रीम कोर्ट से फांसी की सजा सुनाई गई। कुछ ही दिनों मेँ उसे फांसी होनी है। फांसी की प्रक्रया को फॉलो करने के लिए  जेल प्रशासन तैयारी कर रहा था उधर   शबनम ने अपने दो वकीलों के माध्यम से राष्टपति के यहां दुबारा माफी पत्र भेजा है,  एक बार राष्टपति के यहां से उसे कोई फांसी की सजा पर रिलीफ नही मिली पर उसने हिम्मत नही हारी उसी हिम्मत को लेकर दुबारा  फांसी की सजा को माफ कराने के लिए माफी पत्र भेजा है। साथ ही अपने बेटे ताज से भी एक वीडियो वायरल कराकर अपनी सजा माफ कराने की बात पत्र में देश के राष्टपति को भेजी है।

 अमरोहा के बबनखेड़ी गाँव में 14 अप्रैल  2008 की  रात को शबनम ने अपने प्रेमी के सलीम के साथ मिलकर परिवार के 7 सदस्यों को कुल्हाड़ी से काट दिया था। घटना को लेकर तत्कालीन मुख्यमंत्री मायावती भी वहां पहुंची घटना का अनावरण हुआ तो सब दंग रह गए। क्योंकि घटना किसी और ने नही बल्कि घर में अकेली  बची शबनम ने अपने प्रेमी सलीम के साथ मिलकर की। घटना के दौरान शबनम प्रेग्नेंट थी बाद में जेल के भीतर एक बच्चे को जन्म दिया गया बाद में उस बच्चे को बुलन्दशसर के एक दम्पति को दे दिया गया जिसका नाम उस्मान है इन दिनों उस्मान उसकी परवरिस कर रहा है।