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मुख्यमंत्री के आदेश की खिली उड़ा रही है मुठीगंज पुलिस,पत्रकार के परिवार पर बेखौफ बदमाशों ने हमला कर घर में की तोड़फोड़,नही हुई कार्यवाही



भारतीय राष्ट्रीय पत्रकार महासंघ ने की घटना की कड़ी निंदा 

स्थानीय पुलिस की पक्षपातपूर्ण कार्रवाई से पत्रकारों में आक्रोश

  प्रयागराज ।। जनपद  से प्रकाशित दैनिक अखबार  घटनाएं के संपादक के घर पर गत रविवार   को आधी रात के करीब अज्ञात आठ दस बे खौफ बदमाशों ने घर में घुसकर महिलाओ व उनके पुत्रों को मारपीट कर घायल कर दिया घर का सामान तोड़ फोड़ दिया। उस वक्त पत्रकार घर पर उपस्थित नही थे अखबार के दपतर में थे।

पत्रकार को जब घटना की जानकारी हुई तो उन्हौने तुरन्त फाेन द्वारा मुठीगंज पुलिस स्टेशन को जानकारी दी।सूचना मिलते ही घर पंहुची मुठीगंज पुलिस को देखते भाग गये उल्टा भुक्तभोगी पत्रकार के दो बेटों को उंठा कर थाने ले आयी । उन पर 151 के तहत कार्यवाही कर दी,बेखौफ बदमाशों के खिलाफ कोई कार्यवाही नही की गई । इससे स्पष्ट होता है मुठीगंज पुलिस उ०प्र० के मुख्यमंत्री के आदेश का कितना पालन कर रही हैै। पुलिस की इस अप्रत्याशित कार्रवाई से पूरा पीड़ित पत्रकार परिवार बहुत सदमे में है और वह काफी भयभीत है पिछले 3 दिनों से लगातार पुलिस इस घटना के बारे में  स्थानीय पत्रकारों को रोज नई नई कहानी बता कर इस पर लीपापोती करना चाहती है ।

उल्लेखनीय है कि हिंदी दैनिक घटनाएं के संपादक संतोष कुमार के साथ घटी इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना से भारतीय राष्ट्रीय पत्रकार महासंघ बहुत आक्रोशित है और घटना की कड़ी निंदा करते हुए तत्काल दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है बता दें कि संतोष कुमार भारतीय राष्ट्रीय पत्रकार महासंघ उत्तर प्रदेश के  सह सदस्यता प्रभारी हैं और  विगत कई वर्षों से साप्ताहिक घटनाएं प्रकाशित कर रहे हैं जो पिछले वर्ष से दैनिक के रूप में भी प्रकाशित हो रहा है भारतीय राष्ट्रीय पत्रकार महासंघ के पदाधिकारियों ने स्थानीय पुलिस की पक्षपातपूर्ण कार्रवाई पर गंभीर चिंता व्यक्त की है और उच्चाधिकारियों से इसकी निष्पक्ष जांच करके दोषी जनों के विरुद्ध कार्यवाही करने की मांग की है महासंघ के पदाधिकारियों ने आश्चर्य व्यक्त किया है कि जब लोकतंत्र के चतुर्थ स्तंभ कहे जाने वाले मीडिया जगत से जुड़े संभ्रांत लोगों के प्रति पुलिस का इस तरह का नकारात्मक रवैया है तो आम जनता को कितना न्याय मिल पाता होगा ,यह स्वयं विचारणीय है ।

महासंघ के पदाधिकारियों ने स्थानीय पुलिस प्रशासन के उच्चाधिकारियों से अभिलंब हस्तक्षेप करने की मांग की है भुक्तभोगी पत्रकार परिवार को आशंका है कि स्थानीय पुलिस किसी खुन्नस बस उसे आगे और भी परेशान कर सकती है इसलिए उन्होंने अपने जान माल की सुरक्षा की मांग की है

अब देखना है कि  प्रयागराज  में   अपनी निष्पक्ष कार्यशैली के लिए चर्चित और तेज तर्रार डीसीपी सर्वश्रेष्ठ तिपाठी प्रयागराज  मुठीगंज पुलिस व अपराधियो के खिलाफ क्या कार्यवाही करते हैं और भुक्तभोगी पत्रकार परिवार को कब न्याय मिल पाता है।