अदिति सिंह ने रचा इतिहास : बलिया की बनी पहली महिला जिलाधिकारी
मधुसूदन सिंह
बलिया ।। आखिरकार अदिति सिंह ने जिलाधिकारी बलिया का पदभार ग्रहण करके जनपद के इतिहास में एक नया अध्याय जोड़ ही दिया । बलिया के जिलाधिकारी के रूप में चार्ज लेने के साथ ही अदिति सिंह ने बलिया की पहली महिला जिलाधिकारी होने का अनोखा रिकार्ड कायम कर दिया । वही बलिया एक्सप्रेस की भविष्यवाणी भी मिनट टू मिनट सत्य साबित हुई ।
अब अदिति सिंह के सामने जनपद की ज्वलंत समस्याओं में से एक भाजपा के सांसद व विधायक के बीच चल रही रार के बीच अपने दायित्वों का निष्पक्षता के साथ सबसे बड़ी चुनौती है ।
इससे पहले ट्रेजरी पहुंचने पर मुख्य विकास अधिकारी डॉ विपिन जैन की अगुवाई में उप जिलाधिकारी गण, सीनियर ट्रेजरी ऑफिसर व अन्य कर्मियों ने जिलाधिकारी का पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया । तत्पश्चात पुलिस के जवानों ने गार्ड ऑफ ऑनर देकर स्वागत किया । ट्रेजरी पहुंचकर अदिति सिंह ने रजिस्टर पर हस्ताक्षर करके विधिवत जिलाधिकारी के रूप में कार्य करना शुरू किया ।
दूसरी चुनौती नगर पालिका बलिया में फैला भ्रष्टाचार और इसकी जड़ अधिशासी अधिकारी दिनेश कुमार विश्वकर्मा के खिलाफ जो लगभग 26 भ्रष्टाचार की जांचोपरांत फाइले ठंडे बस्ते में पड़ी हुई है,उनका निष्पादन करना ।
तीसरी चुनौती बलिया का स्वास्थ्य विभाग और इसमें शासनादेशों के इतर हो रहे कार्य है । जिला स्वास्थ्य समिति की अध्यक्ष होने के नाते नवागत जिलाधिकारी की यह जिम्मेदारी है कि इस विभाग में शासन के आदेशों का अनुपालन सही ढंग से हो । बता दे कि सीएमओ बलिया के अधीन कई ऐसे वरिष्ठ चिकित्साधिकारी (लेवेल 4 व 3) है जो शासनादेश के बावजूद सीएचसी/पीएचसी के प्रभारी बने हुए है जबकि 9 अगस्त 2020 को ही तत्कालीन जिलाधिकारी के आदेश पर कार्यमुक्त होने का आदेश भी जिलाधिकारी व स्वास्थ्य विभाग के उच्चाधिकारियों को सीएमओ बलिया के माध्यम से भेजवा चुके है जबकि हकीकत इसके ठीक उल्टी है ।
अब देखना है कि नवागत जिलाधिकारी उपरोक्त समस्याओं के प्रति क्या रुख अख्तियार करती है ।