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एक और शिक्षामित्र की हुई आकस्मिक मौत



बलिया ।। प्रदेश में शिक्षा मित्रों की मौत होने का सिलसिला जारी है, बावजूद योगी सरकार इनके भविष्य को बचाने के लिए कोई भी कदम नही उठा रही है । प्रदेश में समान कार्य समान वेतन के नियम को छोड़िये ,सम्मान जनक जीवन जीने लायक मानदेय भी यूपी सरकार देने में हिला हवाली करते हुए अपने 4 साल का कार्य काल भी पूरा करने वाली है । बावजूद इतनी महंगाई के दौर में अपनी पूरी जवानी खपा कर बच्चो के जीवन को प्रकाशित करने में लगे शिक्षा मित्रों का जीवन अब खुद अंधकारमय होता जा रहा है । अपनी पारिवारिक जिम्मेदारियों के बोझ से दबाकर शिक्षा मित्र असमय कालकवलित हो रहे है । यह उदगार उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षा मित्र संघ के जिला प्रभारी पंकज सिंह ने अपने एक और साथी की मौत की खबर के बाद गुस्से में व्यक्त किया है ।

बता दे कि शिक्षा क्षेत्र दुबहर के प्राथमिक विद्यालय रामपुर टिटीही पर तैनात शिक्षामित्र सुशील कुमार (42) का निधन शनिवार की सुबह हो गया। इनका निधन होते ही परिवार में कोहराम मच गया है ।पति के निधन से पत्नी का रोते-रोते बुरा हाल है। वह बेहोश होकर गिर जा रही है। वहीं, उनके निधन की सूचना मिलते ही शिक्षा जगत में शोक की लहर दौड़ गयी। उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षा मित्र संघ के जिला प्रभारी पंकज सिंह ने बताया कि अल्प मानदेय और वह भी समय से न मिलने की वजह से शिक्षामित्र तिल-तिल कर मर रहे है। बावजूद इसके अभी तक सरकार द्वारा कोई ठोस निर्णय लिया गया। 

बताया कि दिवंगत साथी की चार लड़की व एक लड़का है,  जिनकी उम्र अभी 13 साल से नीचे ही है, इनकी परवरिश कैसे होगी, समझ से परे है। श्री सिंह ने सरकार से मांग किया कि शिक्षामित्रों के मामले में जो भी हो, त्वरित निर्णय लिया जाए, ताकि शिक्षा मित्रों का भविष्य सुरक्षित हो सके। साथी के निधन पर सोनू कुमार, चन्द्रभान सिंह, परवेज अहमद, अनिल कनौजिया, मुहमद वसीम आदि ने संवेदना व्यक्त की।