Breaking News

मंदिर के पास मिली नवजात बच्ची, पुलिस ने चाइल्ड लाइन को किया सुपुर्द

 



ए कुमार 

चित्रकूट।एक मां खुद भूखा रहकर अपने बच्चे की भूख मिटाती है,उसे चलना बोलना, खाना, खेलना, सब सिखाती है। खुदके चाहे 100 दुख हों लेकिन बच्चे को उस दुख का एहसास तक होने नहीं देती। इसे कहते हैं मां जो खुद धूप में रहकर अपने साड़ी के पल्लू से बच्चे को छाया देती है इसे कहते हैं मां की ममता। लेकिन धर्मनगरी चित्रकूट में एक मां ने मां की ममता का गला घोटते हुए अपनी ही नवजात बच्ची को मंदिर में फेंक दिया और नवजात बच्ची को मंदिर में फेंक कर गायब हो गयी। जी हां, चित्रकूट जिले बंधवाईन गांव के मन्दिर  में बुद्धवार की सुबह नवजात बच्ची मिलने से पूरे गांव में चर्चा का विषय बन गया ,वहीं लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। मौके पर थाना कोतवाली पुलिस पहुंची और बच्ची  को अपने कब्जे में लेने के बाद चाइल्ड लाइन को सूचना दी। हालांकि एक माँ तो  अपनी बच्ची को मंदिर में छोड़ चली गयी लेकिन सैकड़ो माताओ ने वहाँ पहुँच कर अपनाने की कोशिश करती रही ,लेकिन चाइल्ड लाइन मौके पर पहुँच कर बच्ची को अपने संरक्षण में जिला चिकित्सालय में भर्ती कराने के लिए ले गयी है।


कोतवाली कर्वी के बंधोईन गांव के मंन्दिर का है पूरा मामला


बंधोईन गांव के एक मंदिर पर बुधवार की सुबह नवजात बच्ची रोती बिलखती ग्रामीणों को मिली।सूचना पाकर पहुंची कोतवाली पुलिस सबइंस्पेक्टर राजीव कुमार ने बच्ची को चाइल्ड केयर लाइफ लाइन भेजा। वही पुलिस बच्ची के माता-पिता के बारे में पता लगा रही है। मामला चित्रकूट जिले के बंधोईन गांव के मंदिर की है जहां मंदिर के पास एक बच्चे की रोने की आवाज स्थानीय लोगों ने सुनी और भीड़ इकट्ठा हो गई इस मामले की सूचना लोगों ने पुलिस को दी सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने बच्ची को कब्जे में लेकर आस;पास पड़ोसियों से उसकी मां के बारे में पूछताछ की लेकिन किसी को भी कुछ पता नहीं चला ।पुलिस ने बच्ची को चाइल्ड केयर लाइफ लाइन के सुपुर्द कर दिया है ।