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किसान आंदोलन के देशभर में दिखे अलग अलग रंग ,किसान नेताओ के बीच पहुंच गये पीएम मोदी अमित शाह व तोमर

 


नईदिल्ली ।। तीन नए कृषि कानूनों के विरोध में किसान संगठनों की ओर से आयोजित भारत बंद का मंगलवार को मिला-जुला असर देखने को मिला। हालांकि यह असर आम जन से ज्यादा राजनीतिक दलों और मजदूर संगठनों पर ज्यादा दिखा। बंद में आम जन की भागीदारी नहीं के बराबर रही। इस बंद को केंद्र में सत्तासीन भारतीय जनता पार्टी और उसके सहयोगी दलों को छोड़कर तमाम राजनीतिक दलों और मजदूर संगठनों ने समर्थन दिया था। बंद को सफल बनाने के लिए तमाम पार्टियों के कार्यकर्ता सड़कों पर दिखाई दिए। किसान नेताओं ने कहा था कि सुबह 11 बजे से शाम 3 बजे तक चक्का जाम का मकसद है कि आम व्यक्ति को परेशानी नहीं हो। वहीं किसानों के बुलाए गए इस भारत बंद में कई रंग नजर आए, आइए देखते हैं भारत बंद की कुछ चुनिंदा बेहतरीन तस्वीरें..


'एक ही छतरी के नीचे मोदी-शाह और तोमर'



केंद्र के नये कृषि कानूनों के खिलाफ कई किसान यूनियनों के बुलाए गए भारत बंद के तहत मंगलवार को किसानों और कामगारों के प्रदर्शन के लिए सड़कों पर उतरने से जनजीवन प्रभावित हुआ। वही बेंगलुरु में भारत बंद के दौरान किसानों के भारत बंद में AAP पार्टी के कार्यकर्ता, JDS कार्यकर्ता और युवा कांग्रेस कार्यकर्ता मौर्य सर्कल में प्रदर्शन किया। केंद्र सरकार के तीनों कृषि कानूनों का विरोध करते हुए राज्य भर में एक दिवसीय बंद आयोजन किया गया। बेंगलुरु में हुए प्रदर्शन में कुछ प्रदर्शनकारियों ने अपना विरोध प्रकट करने का अलग तरीका अपनाया। इस तस्वीर में पीएम मोदी गृह मंत्री अमित शाह और कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर का मुखौटा लगाए कुछ प्रदर्शनकारी एक रंगबिरंगी छतरी के नीचे दिखाई दिए।


नागपुर में सिख समुदाय ने तख्तियों जरिए दर्ज कराया विरोध



वहीं नागपुर में भारत बंद के समर्थन में सिख समुदाय के लोग सड़को पर दिखाई दिए पर आते हैं, दरअसल हाल ही में लागू किए गए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों के समर्थन में नागपुर में सिख समुदाय के लोगों ने शांतिपूर्ण भारत बंद का आह्वान किया। 8 दिसंबर कोअपनी मांगों के समर्थन में केंद्र सरकार पर दबाव बनाने के लिए किसान सड़को पर उतरे। नागपुर के ऑटोमोटिव स्क्वायर में किसान नेताओं ने मोदी सरकार की आलोचना की और चेतावनी दी कि इन तीन काले कानूनों को तुरंत वापस लिया जाना चाहिए। उन्होंने मोदी सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। बच्चों के युवाओं और बुजर्गों ने तख्तियों के साथ भाग लिया, जिस पर मोदी सरकार के खिलाफ नारे लिखे गए थे


नन्हें प्रदर्शनकारियों ने भी भारत बंद में लिया हिस्सा



भारत में बंद की सबसे खूबसूरत तस्वीरों में से एक इन नन्हें प्रदर्शनकारियों की तस्वीर महाराष्ट्र के नागपुर सामने आई जहां इन छोटे बच्चों ने भी किसानों के प्रदर्शन में हिस्सा लिया। बता दें कि किसानों का ये भारत बंद केन्द्र सरकार और उनके बीच पांचवे दौर की वार्ता के बाद बुलाया गया। किसानों का कहना है कि सरकार न्यूनतम गारंटी मूल्य पर अनाज खरीदने से रोकेंगी और इसके परिणामस्वरूप निगमों द्वारा किसानों का शोषण होगा जो कीमतों को कम करेगा।


चंडीगढ़ में जब पुलिस और प्रदर्शनकारी आ गए आमने-सामने



भारत बंद के दौरान चंडीगढ़ के सेक्टर-34 लाइट प्वाइंट पर पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हुई झड़प के दौरान कम से कम 12 पुलिस और प्रदर्शनकारी घायल हो गए। प्रदर्शनकारी भाजपा चंडीगढ़ कार्यालय के बाहर पीएम मोदी का पुतला जलाने के लिए अड़े रहे। सेक्टर 33 पर प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पार्टी पर पथराव किया और पुलिस के आधिकारिक वाहनों को नुकसान पहुंचाया। प्रदर्शनकारियों को नियंत्रित करने के लिए, पुलिस ने वाटर कैनन का इस्तेमाल किया और उन पर लाठीचार्ज किया। पुलिस ने मौके से कई प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया और उनके खिलाफ संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया


और सबने निभाई अपनी-अपनी ड्यूटी



चंडीगढ़ में जहां एक तरफ पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच में भिड़त देखने को मिली वहीं सेक्टर 33 से एक युवा प्रदर्शनकारी और एक पुलिस जवान की एक दूसरे को सैल्यूट करते हुए तस्वीर दिखाई दी। मानो दोनों एक दूसरे से कह रहें हों कि आप अपनी ड्यूटी कीजिए और हम अपनी करेंगे।


बंगाल में सड़क पर श्रृंखला बनाकर दर्ज कराया गया विरोध



भारत बंद के दौरान मंगलवार को कोलकाता में सियालदह फ्लाईओवर पर रैली कर रहे एसयूसीआई और वाम दलों और कांग्रेस समर्थकों ने किसान संगठनों के बुलाए भारत बंद को मानव श्रृंखला बनाकर  समर्थन किया।(साभार एनबीटी)