रात के अंधेरे में दरोगा जी सिपाहियों संग पहुंच एक परिवार पर अवैध वसूली के लिये ढाये जुल्म ?वीडियो वायरल होने पर बैठायी गयी जांच
बेल्थरारोड (बलिया ) ।। प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा जहाँ महिलाओं के सुरक्षा और सम्मान के लिए मिशन शक्ति महिला हेल्प डेस्क का शुभारंभ किया गया है वही उभांव थाने के 3 सिपाहियों और दरोगा पर निर्माण कार्य रोकने के नाम पर महिला और उसके परिजनों के साथ मारपीट करने ,गाली गलौज करने , रिश्वत लेने के आरोप वाला एक वीडियो वायरल होने से स्थानीय पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया है । वायरल वीडियो का संज्ञान लेते हुए अपर पुलिस अधीक्षक बलिया संजय कुमार ने जांच का आदेश दिया है । श्री कुमार ने कहा है कि जांच मारपीट करने,दुर्व्यवहार करने के साथ ही घुस लेने के जो भी आरोप है, सबकी जांच की जाएगी और दोषी पाये जाने पर सख्त कार्यवाही की जाएगी । कहा कि प्रथम दृष्टया यह पारिवारिक बंटवारा से सम्बंधित विवाद का है ।
बता दे कि अनिता देवी पत्नी राजकुमार गुप्ता की उभांव सड़क मार्ग पर वर्षो पुरानी मकान है ,जिसके निर्माण को लेकर यह विवाद हुआ है । महिला का आरोप है कि उप जिलाधिकारी बेल्थरारोड और एसओ उभांव के आदेश पर निर्माण कार्य अपने ही हिस्से में हो रहा है । जिसको रोकने के लिये सोमवार की रात में दरोगा और 3 सिपाहियों ने आकर निर्माण करने के लिये 20 हजार रुपये की मांग कि जिसके लिये 5 हजार रुपये इनको दिये भी गये है बावजूद ये लोग मारपीट व गाली गलौज किये । अनिता देवी ने यह भी आरोप लगाया है कि उसको बालो से पकड़ कर पीटा गया है । वायरल वीडियो में पुलिस कर्मियों द्वारा गाली गलौज देने को साफ सुना जा सकता है ।
पीड़ित महिला द्वारा उभांव थाने में दी गयी तहरीर के अनुसार उभांव सड़क मार्ग पर अनिता गुप्ता पत्नी राजकुमार गुप्ता का मकान है । पुराने मकान को तोड़कर नया निर्माण कार्य कराया जा रहा था। जिसका निर्माण कार्य एक सप्ताह पूर्व पड़ोसी द्वारा रोक दिया गया गया। इसके बाद अनिता गुप्ता ने उपजिलाधिकारी को पत्रक देकर न्याय की गुहार लगाई । इसके बाद एसडीएम ने इंस्पेक्टर उभांव योगेन्द्र बहादुर सिंह मौका मुआयना करने के लिए निर्देशित किया गया। जमीन की नापी होने के बाद इंस्पेक्टर योगेन्द्र बहादुर सिंह द्वारा उक्त महिला को मकान बनवाने के लिए कहा। इसके बाद महिला द्वारा मकान के निर्माण का कार्य शुरु किया गया । इसी बीच सोमवार की रात्रि उभांव थाने का सिपाही दीपनारायण पासवान व अवधेश तथा एक सब इंस्पेक्टर घर पहुँचकर 20 हजार रुपये मांगने लगे। नही देने पर मुझे भद्दी भद्दी गालियां देते हुए बाल पकड़कर मारने लगे इसी बीच मेरे पति राजकुमार और पुत्र आदर्श और रोहित भी आ गए उन्हें भी डण्डे और लात से मारने लगे और मोबाइल भी छीन लिए। इसके बाद किसी तरह हमारे लड़के वहाँ से भाग गए। लगभग 12 बजे रात्रि तक पति और बच्चो को सिपाही लोग ढूढते रहे। महिला का आरोप है कि पूर्व में दीपनारायण पासवान 5 हजार रुपया भी हमे धमकाकर ले चुके है। इसकी सूचना एसपी को भी फोन द्वारा दी लेकिन अभी तक सिपाही और दरोगा के खिलाफ कोई करवाई नही हुई है।
अपर पुलिस अधीक्षक का बयान