सीएम योगी ने नौ कन्या का पैर धुलकर कराया भोजन :आज शाम को निकलेगी विजय शोभायात्रा
ए कुमार
गोरखपुर ।। सीएम और गोरक्षपीठाधीश्वर महंत योगी आदित्यनाथ ने रामनवमी के मौके पर रविवार को गोरखपुर के गोरखनाथ मंदिर में विधि-विधान के साथ नवदुर्गा की उपासना की। इस मौके पर सीएम ने यहां नौ कन्याओं का पूजन कर उन्हें अपने हाथ से भोजन भी कराया। नाथ परंपरा के अनुसार सीएम अब न्यायिक दंडाधिकारी की भूमिका में हैं। शाम को उनकी अगवानी में गोरखनाथ मंदिर से भव्य विजय शोभायात्रा निकलेगी।
बता दे कि सीएम योगी गोरखपुर में होने वाली शक्ति मंदिर में नवरात्र पर नाथ परंपरा के साथ होने वाली विशेष पूजा में शामिल हुए। नवरात्र में नौ दिन का व्रत रखने वाले सीएम योगी ने गोरखनाथ मंदिर में नव दुर्गा स्वरूपा एक से पांच वर्ष की नौ कन्याओं को आमंत्रित किया और पूरे विधि-विधान के साथ उनका पूजन किया। सीएम ने अपने हाथों से उनके पैर धोये और भोजन परोसा।
इसके पहले सुबह उन्होंने गोरखनाथ मंदिर में गुरु गोरक्षनाथ एवं अखण्ड ज्योति का दर्शन किया। सीएम योग ने माता सिद्धिदात्री की पूजा अर्चना की। इसके बाद हवन-पूजन किया। हवन के बाद सीएम ने कन्या पूजन किया। इसमें 35 से ज्यादा कन्याएं और 20 बटुक भैरव शामिल रहे। सीएम ने कन्या पूजन के बाद कन्याओं और बटुकों को भोजन परोसा। इसके बाद दक्षिणा देकर उनका आशीर्वाद लिया। सीएम हर साल नवरात्र में नौ दिन का व्रत रहने के अलावा गोरखनाथ मंदिर ये अनुष्ठान करते हैं। शारदीय और वासंतिक नवरात्र में गोरखनाथ मंदिर में विशेष पूजा होती है।
नाथ संप्रदाय की पीठ श्रीगोरखनाथ मंदिर में गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ विजयादशमी के दिन न्यायिक दण्डाधिकारी की भूमिका में दिखेंगे। विजयादशमी की रात होने वाली पात्र पूजा में गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ नाथ संप्रदाय के संतो की अदालत में संतो के मध्य के विवाद सुलझाएंगे। इसके पूर्व पात्र देवता के रूप में प्रतिष्ठित कर नाथ योगी एवं संत उनका पूजन करेंगे। नाथ संप्रदाय में पात्र पूजन की परम्परा पौराणिक है। यह परम्परा आंतरिक अनुशासन बनाए रखने का एक अहम जरिया है। गोरक्षपीठ के पीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ मुख्यमंत्री का पद संभालने के बाद भी पीठ के प्रति अपने उत्तरदायित्व को निष्ठा से निवर्हन करते हैं।
विजुअल- गोरखनाथ मंदिर में आयोजित कार्यक्रम का