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सांसद के परिजनों पर जबरिया खेत मे लगी फसलों को कटवा ले जाने,व नाजायज कब्जा करने का आरोप लगाता दरदर भटकता एक किसान



डीएम एसपी से लगायत सीएम व डीजीपी से भी लगायी गयी गुहार अबतक बेकार,सांसद के पीआरओ ने कहा ,सांसद जी ऐसे आरोपो का नही देते है जबाब

बलिया ।। प्रदेश में योगी जी ने सत्तासीन होते हुए कहा था कि दूसरों की जमीनों पर अवैध कब्जा जमाने वालो की अब खैर नही है, अगर ऐसा कोई पाया जाएगा तो उसको भूमाफिया घोषित करके कार्यवाही की जाएगी । लेकिन बलिया जनपद के बैरिया तहसील के एक दरदर भटक कर गुहार लगाने वाले किसान की कहानी देखने के बाद सरकार के दावे पर ही सवाल खड़ा हो रहा है । कारण कि इस विवादित प्रकरण को सुलझाने के लिये कोई भी प्रशासनिक अधिकारी प्रयास करता नही दिख रहा है । इस प्रकरण में एक सांसद पर गंभीर आरोप लगाया जा रहा है और प्रशासन टालमटोल की नीति अपना रहा है, जो कही न कही सांसद की प्रतिष्ठा को धूमिल करने का षडयंत्र भी हो सकता है ? अगर ऐसा नही है तो इस प्रकरण का कब का पटाक्षेप हो गया होता और इस प्रकरण को वरीयता में लेते हुए निस्तारित कर दिया गया होता व लगभग तीन माह से यह प्रकरण नही चल रहा होता और खेत के वास्तविक मालिकाना हक जिसका भी है उसको कब्जा मिल गया होता ?
बता दे कि बैरिया तहसील के भगवानपुर गांव निवासिनी कलावती देवी पत्नी छितेश्वर यादव ,हिरामोती देवी पत्नी राम आशीष यादव ने जिलाधिकारी बलिया को आवेदन देकर इनकी कबाला शुदा जमीन पर अनाधिकृत रूप से काबिज कन्हैया सिंह पुत्र स्व दाताराम सिंह निवासी व थाना दोकटी को हटाने की गुहार लगायी है । इन लोगो ने यह भी कहा है कि कन्हैया सिंह बलिया के सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त के भाई है, जिससे प्रशासनिक अमला दबाव में है और हम लोगो को न्याय नही मिल रहा है । आरोप है कि कन्हैया सिंह ने इनके खेतो में खड़ी गेहूं, चना व मसूर की लगभग 1लाख 10 हजार की फसल को लूट लिया है ।
  जिलाधिकारी बलिया श्रीहरि प्रताप शाही ने न्याय दिलाने का आश्वासन दिया है । वही पीड़िताओं ने अपनी फरियाद को सीएम योगी व डीजीपी तक भी रजिस्टर्ड पत्र के माध्यम से पहुंचायी है लेकिन अबतक कोई राहत नही मिली है । पीड़ितों की माने तो उनके 5 बीघा खेत पर जबरिया कब्जा हो जाने से भूखों मरने की स्थिति पैदा हो गयी है । वही इस संबंध में सांसद जी का बयान लेने की कोशिश की गई तो उनके पीआरओ अमन सिंह ने कहा कि सांसद जी ऐसे अनर्गल आरोपो का जबाब नही देते है । कहा कि आरोप लगाने वाला छितेश्वर यादव एक अपराधी है व 307 का मुजरिम है । खेत को जबरिया नही एसडीएम बैरिया द्वारा कागजातों को देखने के बाद दिये गये आदेश पर सीओ बैरिया की देखरेख में कटवाया गया । जब प्रशासन के आदेश पर खेत काटा गया तो लूट कैसी ?इस सबके विषय मे पूरी जानकारी एसडीएम बैरिया व सीओ बैरिया दे देंगे । बार रिक्वेस्ट करने के बावजूद भी पीआरओ महोदय द्वारा सांसद जी से बात नही करायी गयी , जिससे सांसद जी का बयान नही लग पाया है ।अगर बात हो जाती तो संभव है कि सांसद जी भी आरोपों के खिलाफ दस्तावेज/आदेश प्रस्तुत करते ।

जिलाधिकारी महोदय भी  बयान देने से कतराये
इस प्रकरण में जब जिलाधिकारी बलिया से बयान देने की मांग की गई तो कहे कि यह प्रकरण मेरे संज्ञान में नही है । जब कहा गया कि अभी गुरुवार को ही पीड़ित ने आपको पत्रक दिया है तो डीएम महोदय ने कहा कि रोज बहुत सारे पत्रक आते है, सबको याद रखना सम्भव नही है ।
एसडीएम बैरिया व तहसीलदार बैरिया का सीयूजी मिला बन्द
इस संबंध में पूरी जानकारी के लिये एसडीएम बैरिया व तहसीलदार बैरिया के सीयूजी नम्बरो पर शुक्रवार व शनिवार दोनो दिन कई बार कॉल की गई लेकिन हर बार सीयूजी बन्द मिला । जिस कारण से इस विवादित प्रकरण की असलियत पर से पर्दा नही उठ पाया ।
पीड़ित किसान का बयान

सपा जिला अध्यक्ष राजमंगल यादव का बयान