बाँदा में मानवता हुई शर्मसार :भूख और ठंड से तड़पकर मर रहे गोवंश,कुत्ते नोचकर खा रहे है शव
बाँदा में मानवता हुई शर्मसार :भूख और ठंड से तड़पकर मर रहे गोवंश,कुत्ते नोचकर खा रहे है शव
ए कुमार
बांदा 30 दिसम्बर 2019: प्रदेश में सन्त सीएम के राज में जहां गोवंशों के रहने व खाने की व्यवस्था सरकार कर रही है , उस प्रदेश में इन आश्रय स्थलों के रखवालो ने पैसा गबन करने की हसरत में मानवता को शर्मसार कर दिया है ।प्रदेश के बांदा में गौशालाओं में भूख और कड़कड़ाती ठंड से तड़पकर 25 गौवंश की मृत्यु हो चुकी है. जिन्हें मौत के बाद जंगल में फैंक दिया गया. हालांकि इसका खुलासा SDM के अचानक दौरा करने के बाद हुआ. बताया गया कि यह गौशाला सरकारी मदद प्राप्त एक एनजीओ द्वारा संचालित है और यहां कदम-कदम पर बिखरे मृत गौवंशों के शव मिले हैं. वहीं कुछ शवों को तो कुत्ते नोच-नोचकर खा गए और जो गायें जीवित थीं, उनकी स्थिति चारा न मिलने से काफी दयनीय है. बता दें कि इससे पहले भी इसी महीने में यहां सरकारी गौशाला में सर्दी और भूख से दो दिन में 30 से अधिक गायों की मौत हो गई थी. इस घटना की सूचना मिलने के बाद दो कर्मचारियों को ससपेंड कर दिया गया था. इसके अलावा पिछले महीने यूपी के बांदा-टांडा राजमार्ग पर एक ट्रक की चपेट में आने से 12 गायों की जान चले गई थी. राजमार्ग पर मवेशियों के झुंड को तेज रफ़्तार से आ रही ट्रक ने टक्कर मार दी थी, जिस वजह से मौके पर ही 12 गायों की मौत हो गई थी. सितंबर माह में हरदोई के एक सरकारी गौशाला में बीते 24 घंटे में आधा दर्जन से अधिक गायों की मौत हो गई थी. इन गायों की मौत लगातार हो रही बारिश में भीगने और चारे की कमी के कारण से हुई थी.
ए कुमार
बांदा 30 दिसम्बर 2019: प्रदेश में सन्त सीएम के राज में जहां गोवंशों के रहने व खाने की व्यवस्था सरकार कर रही है , उस प्रदेश में इन आश्रय स्थलों के रखवालो ने पैसा गबन करने की हसरत में मानवता को शर्मसार कर दिया है ।प्रदेश के बांदा में गौशालाओं में भूख और कड़कड़ाती ठंड से तड़पकर 25 गौवंश की मृत्यु हो चुकी है. जिन्हें मौत के बाद जंगल में फैंक दिया गया. हालांकि इसका खुलासा SDM के अचानक दौरा करने के बाद हुआ. बताया गया कि यह गौशाला सरकारी मदद प्राप्त एक एनजीओ द्वारा संचालित है और यहां कदम-कदम पर बिखरे मृत गौवंशों के शव मिले हैं. वहीं कुछ शवों को तो कुत्ते नोच-नोचकर खा गए और जो गायें जीवित थीं, उनकी स्थिति चारा न मिलने से काफी दयनीय है. बता दें कि इससे पहले भी इसी महीने में यहां सरकारी गौशाला में सर्दी और भूख से दो दिन में 30 से अधिक गायों की मौत हो गई थी. इस घटना की सूचना मिलने के बाद दो कर्मचारियों को ससपेंड कर दिया गया था. इसके अलावा पिछले महीने यूपी के बांदा-टांडा राजमार्ग पर एक ट्रक की चपेट में आने से 12 गायों की जान चले गई थी. राजमार्ग पर मवेशियों के झुंड को तेज रफ़्तार से आ रही ट्रक ने टक्कर मार दी थी, जिस वजह से मौके पर ही 12 गायों की मौत हो गई थी. सितंबर माह में हरदोई के एक सरकारी गौशाला में बीते 24 घंटे में आधा दर्जन से अधिक गायों की मौत हो गई थी. इन गायों की मौत लगातार हो रही बारिश में भीगने और चारे की कमी के कारण से हुई थी.